Home क्रिकेट मेरी जान। जाने उस क्रिकेटर के बारे में जो फेसबुक से क्रिकेट में कैरियर बनाया,पढ़े कहानी।

जाने उस क्रिकेटर के बारे में जो फेसबुक से क्रिकेट में कैरियर बनाया,पढ़े कहानी।

by Khelbihar.com

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मोकामा।पटना। चलिए जानते है आज बिहार के पटना जिले के छोटे से शहर मोकामा के छोटे से गांव माढो टोला में जन्मे राजनंदन के बारे में यह एक ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी की कहानी है जो क्रिकेट में कदम फेसबुक से रखे है जी हा फेसबुक जिससे आपलोग चैटिंग और फ़ोटो वीडियो शेयर करने के लिए इस्तेमाल करते है लेकिन इस लड़के ने फेसबुक पर इससे भी कुछ हटके किया है ।।

खेलबिहार.कॉम न्यूज़ द्वारा चलाई जा रही क्रिकेटरों की पहचान दिलाने के माध्यम से क्रिकेट मेरी जान सीरीज,अगर आप अभी तक खेलबिहार.कॉम फसेबूक पेज से नही जुड़े है तो आज ही जुड़ जाए कल आपका न्यूज़ हो सकता है।।

राजनंदन बताते है कि उन्होंने क्रिकेट अपने भाइयों के साथ घर मे खेल कर ही सीखा है हल्की उनके भाई टेनिस बॉल से ही क्रिकेट खेला करते थे और राजनंदन ने भी क्रिकेट टेनिस बॉल से ही खेलना शुरू किया था टेनिस क्रिकेट में अपने इलाके के सबसे अच्छे क्रिकेटर थे,उनके सीनियर क्रिकटरों ने हमेसा उनको सलाह देते थे कि क्रिकेट खेलने पटना या रांची चले जाओ।।अपने घर ने इस बात को लेकर बात करते थे लेकिन क्रिकेट में किसी की कोई रुचि नही थी और घर की हालात ऐसी नही थी कि क्रिकेट खेलने बाहर भेजा जाए।।

राजनंदन कहते है कि 2013 से ही फेसबुक पर आ गए थे उसी समय से फेसबुक पर बिहार से जुड़े क्रिकटरों को अपना फ़्रेंड्स बनान शुरू किया।
इंटरनेट से सबसे पहले पूर्व बिहार क्रिकेट संघ के सचिव अजय नारायण शर्मा जी से ईमेल द्वारा सम्पर्क किया कुछ दिन बाद रिप्लाई में श्री अजय जी ने अपना नंबर दिया और राजनंदन ने उनको अपने क्रिकेट को लेकर लगातार बात करते रहते थे, और अजय शर्मा मोकामा से पटना बुलाए लेकिन उस समय 10th में होने के कारण नही गया।।

फेसबुक पर ऐसे ही बिहार क्रिकेट के लोगों को सर्च करते करते राजनंदन को पटना जिला क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव अरुण कुमार सिंह जी मिले और राजनंदन ने अपनी क्रिकेट के बारे में उन्हें बताया यह करीब 2015 की बात है तब श्री अरुण सिंह ने राजनंदन को पटना बुलाया था लेकिन उस समय 12th की बढ़ाई करने के कारण नही गए।

श्री अरुण कुमार सिंह एक बार मोकामा के सीआरपीएफ स्कूल में क्रिकेट देखने आये तभी राजनंदन ने उनसे मुलाकात की और फिर क्रिकेट को लेकर बाते किये जिसके बाद राजनंदन को श्री अरुण सिंह ने पटना में अपने टीम में शामिल करने की बात कही थी।

2016 के जनवरी में लोकल टेनिस क्रिकेट टूर्नामेंट जो मोकामा के दिनकर मैदान में आयोजित होती है उसमें राजनंदन अपने गाँव के टीम से ओपन करते हुए 52 बॉल में 86 रन की पारी खेली थी जिसके बाद उसकी चर्चा पूरे मोकामा में होने लगी जिसके बाद क्रिकेट में आगे बढ़ने को लेकर राजनंदन अपने भाई राजनीति कुमार से बात किया।उस पारी को उनके भाई खुद देखे थे जिसके बाद उन्होंने राजनंदन को क्रिकेट किट दिलाया।।राजनंदन बताते है कि क्रिकेट में उनके भाई राजनीति कुमार का बहुत साथ रहा है क्रिकेट भी उन्हीं के साथ खेल कर सीखा था।

12th के बाद श्री अरुण कुमार सिंह ने राजनंदन को पटना के बाढ़ में एक क्रिकेट एकेडमी कानबा क्रिकेट एकेडमी में प्रैक्टिस के लिए भेजा जहाँ पर राजनंदन ने लेदर बॉल से क्रिकेट सीखा उनके कोच अच्छी ट्रेनिंग दी जिसके बाद श्री अरुण सिंह के टीम गुरु गोविंद सिंह कॉलेज के ओर से अपना पहला पटना जिला जूनियर डिविजन क्रिकेट लीग 2016-17 में तथा 2017-18 में खेला,इस साल पटना लीग नही होने के कारण।।

लखीसराय जिला लीग में रजिस्ट्रेशन करा वीर हनुमान क्रिकेट क्लब के ओर से खेला जिसमे उनकी विकेटकीपिंग की काफी चर्चा हुई,बैटिंग में भी सेमीफाइनल से फ़ाइनल में पहुचाने में बड़ा हाथ रहा हालांकि फ़ाइनल मुकाबला हार लेकिन पहली बार वीर हनुमान क्रिकेट क्लब से खेलते हुए फ़ाइनल तक का सफर किया।।राजनंदन की क्रिकेट अभी भी जारी है और प्रैक्टिस भी उनका लक्ष्य बिहार के लिए क्रिकेट खेलना है।।

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