Khelbihar.com
पटना।। पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि विश्व कप फाइनल में विजेता टीम का फैसला करने के लिए दूसरा सुपर ओवर कराया जाना चाहिए था न कि विजेता का फैसला इस बात पर किया जाना चाहिए था कि किसने ज्यादा बाउंड्रीज मारीं। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया फाइनल मैच तथा सुपर ओवर टाई होने के बाद विजेता का फैसला बाउंड्रीज की संख्या के आधार पर किया गया।
तेंदुलकर ने 100 एमबी से कहा कि मुझे लगता है कि विजेता का फैसला दोनों टीमों में से किसने ज्यादा बाउंड्रीज लगाई हैं इसके बजाए एक और सुपर ओवर कराकर किया जाना चाहिए था। सिर्फ विश्व कप का फाइनल नहीं, हर मैच अहम होता है, जैसा की फुटबॉल में जब मैच अतिरिक्त समय में जाता है तो कुछ और मायने नहीं रखता।
सेमीफाइनल में हार कर बाहर हो जाने के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि विश्व कप में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तर्ज पर नॉकआउट किए जाना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है क्योंकि इससे शीर्ष-2 टीमों को हार के बाद एक और मौका मिलता है। तेंदुलकर ने कोहली की बात में हामी भरी है और कहा है कि जिन टीमों ने लीग दौरा का अंत शीर्ष-2 में रहते हुए किया उन्हें निश्चित तौर पर मौका मिलना चाहिए।