Home IPL IPL के आयोजन को लेकर फ्रेंचाइजियों के मालिकों की कॉन्फ्रेंस कॉल शुरू।

IPL के आयोजन को लेकर फ्रेंचाइजियों के मालिकों की कॉन्फ्रेंस कॉल शुरू।

by Khelbihar.com

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Delhi: कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर काले बादल मंडरा रहे हैं, लेकिन फ्रेंचाइजियां बीसीसीआई के साथ मिलकर लीग के 13वें संस्करण को आयोजित कराने के लिए पूरी शिद्दत से मेहनत कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ फ्रेंचाइजियों के मालिकों ने अपने आप को लीग के रद्द होने की खबर सुनने के लिए भी तैयार कर लिया है।

एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि आज फ्रेंचाइजियों के मालिकों की कॉन्फ्रेंस कॉल शाम छह बजे होनी है, लेकिन बीमारी के भयानक रूप लेने के कारण चीजें थोड़ी बहुत बिगड़ रही हैं।

अधिकारी ने कहा, “हमारी आज शाम को कॉन्फ्रेंस कॉल होनी है और हम स्थिति को लेकर चर्चा करेंगे, लेकिन आस-पास की स्थिति देखिए स्कूल, कॉलेज, मॉल और थिएटर सभी बंद हैं। स्वास्थ विभाग के नए आदेश के बाद से जिम भी बंद हैं। ऐसे में यह भी हो सकता है कि लीग इस सीजन के लिए रद्द कर दी जाए।”

एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई के साथ हुई बैठक में सर्वसम्मित से यह फैसला लिया गया था कि सुरक्षा पहले है और हम ऐसी स्थिति में साथ हैं। देखते हैं कि चीजें कैसे होती हैं, हो सकता है कि इस साल लीग न हो। उनसे जब पूछा गया कि क्या फ्रेंचाइजियां इस नुकसान के लिए तैयार हैं तो अधिकारी ने कहा कि कोई और विकल्प नहीं है।

अधिकारी ने कहा, “हमें 15-20 करोड़ रुपये का नुकसान होगा, जो हमें वेतन देने और बाकी चीजों से होगा। यह पैसा लीग के सफल आयोजन से आता है। लेकिन कुछ अन्य नुकसान भी हैं और यह मर्चेडाइज आदि की बिक्री से आता है। टिकट आदि चीजों का बीमा है, लेकिन यह इस तरह का नुकसान है जो लीग के न होने पर फ्रेंचाइजियों को ही उठाना पड़ेगा। लेकिन हमें पता है कि कोई भी चीज इंसान की सुरक्षा से बढ़कर नहीं है।”

बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने सरकार द्वारा विदेशी खिलाड़ियों को लीग में खेलने की मंजूरी देने की बात की थी, लेकिन सवाल यह है कि क्या विदेशी बोर्ड अपने खिलाड़ियों को इस स्थिति में यहां आने की मंजूरी देंगे। एक अधिकारी ने कहा कि यह भी मुद्दा है जिसे चर्चा के दौरान ध्यान में रखा जाएगा।

अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “सही बात है, हम जहां विदेशी खिलाड़ियों के आने और उनके वीजा की बात कर रहे हैं, वहीं हमें यह देखना होगा कि क्या विदेशी बोर्ड अपने खिलाड़ियों को यहां आने की मंजूरी देंगे और क्या सरकार खिलाड़ियों के नियम में नरमी बरतेगी। अभी सभी बोर्ड चाहते हैं कि आईपीएल हो, लेकिन आप नहीं जानते कि महीने के आखिरी में क्या फैसला लिया जाना है। यह इस पर निर्भर है कि क्या अंत में स्थिति में कोई हैरान करने वाला बदलाव आएगा।”

भारतीय सरकार ने 11 मार्च को कोरोनावायरस के कारण कुछ अधिकारियों को छोड़कर विदेशी लोगों के सभी वीजा रद्द कर दिए थे।

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