Home Bihar Cricket News, सीएबी चाहता है एक मंच पर आकर बिहार के क्रिकेट का उज्जवल भविष्य बनाए-मो अरसद जेन

सीएबी चाहता है एक मंच पर आकर बिहार के क्रिकेट का उज्जवल भविष्य बनाए-मो अरसद जेन

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 28 मई: बिहार का क्रिकेट जगत जहाँ हर कोई क्रिकेट के बहाने राजनीति मे लगा है, जहाँ गुटबाज़ी के कारण खिलाडियों और बिहार क्रिकेट का भविष्य अंधर मे लटका है, जहाँ लगातार क्रिकेट के मैदान से ज्यादा मैदान के बाहर जीत हार के लिए रणनीति बनाए जा रहे हैं एसी स्थिति मे भी सीएबी और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य प्रकाश वर्मा लगातार इस प्रयास मे लगे हैं के सब कुछ जल्द से जल्द ठीक कैसे हो और बिहार का क्रिकेट उपर उठकर बीसीसीआई मे अपनी पहचान साबित कर सके जिस से की बिहार के खिलाड़ियों के लिए भारतिये टीम मे पहुंचने का रासता बध सके।


आज बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) को बीसीसीआई ने मान्यता दे रखी है परंतु जो हाल अध्यक्ष और सचिव के गुटबाज़ी के कारण बिहार क्रिकेट का हो रहा है उस से तो साफ पता लगरहा है की बिहार क्रिकेट का भविष्य फिर से अंधकार और बंवास की ओर जारहा है। जल्द से जल्द कोई रासता नही निकला गया तो बीसीसीआई कोई कड़ा कदम उठा सकती है।
जहाँ तक मै मो अरसद जेन (सचिव, नालंदा जिला क्रिकेट संघ सीएबी) जानकारी रखता हूं के सीएबी सचिव आदित्य वर्मा से ज्यादा बीसीसीआई मे पहुंच बिहार का कोई पदाधिकारी नही रखता है अगर आदित्य वर्मा जैसे आदमी को क्रिकेट की जिम्मेदारी मिल जाती तो सब कुछ होने के बाद भी बिहार के प्रतिभा के साथ वो अन्याय नही होने दे सकते,

बिहार के क्रिकेट और बिहार क्रिकेट के पदाधिकारियों को बीसीसीआई तक किसी न किसी पद पर पहुंचाने का काम करते साथ ही बिहार के होनहार खिलाडियों को भारत की जुनियर तथा सिनियर टीम मे जगह दिलाने की रणनीति पर ध्यान देते और उनहे भारतिये क्रिकेट टीम मे जगह दिलाते। मगर अफसोस के जिसे मैं पारस कहता हुं उसे बिहार के क्रिकेट को चलारहे लोग अभी तक परख नही पाए हैं।
आदित्य वर्मा मात्र एक ऐसे व्यक्ति हैं जिनसे बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली आज के समय मे बिहार क्रिकेट के वर्तमान और भविष्य पर लगातार चर्चा करते हैं लॉकडाउन होने के कारण लगभग हर एक दो दिन मे सौरभ गांगुली और आदित्य वर्मा से बातें होरही हैं और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली बिहार क्रिकेट एसोसिएशन मे चलरहे उठापटक पर अपनी नज़र रखे हुए हैं और आदित्य प्रकाश वर्मा से आगे निर्णय पर चर्चा करते रहते हैं।


सीएबी सचिव आदित्य प्रकाश वर्मा की बिहार तथा क्रिकेट के लीए बीसीसीआई जैसे अमीर संस्था से लड़ना और जीत हासिल करना ही उनके सच के लिए लड़ाई मे जिगर वाला लड़ाका होना उनको साबित करता है मगर आज बिहार के क्रिकेट तथा क्रिकेटर के भविष्य को ध्यान मे रखते हुए वो भी थोड़ा विचलित हैं की कहीं फिर से बीसीसीआई कोई कड़ा कदम न उठा ले वो लगातार इस बात पर ध्यान दे रहे हैं।
यहाँ बीसीए के पदाधिकारियों तथा गुटबाज़ी करने वालों को चाहिए के एक जगह होकर बिहार के क्रिकेट के भविष्य पर चर्चा करें मेरी राय मे बीसीए के लोगों को चाहिए की सीएबी सचिव आदित्य प्रकाश वर्मा से सम्पर्क करें उन से बात करे, उनकी राय ले, उनके क्या विचार है उसे सुने फिर अपना निर्णय ले। मगर चुंकी सीएबी सचिव आदित्य वर्मा के बिहार क्रिकेट के लिए योगदान को नकार नही सकते हैं और आज बिहार क्रिकेट के लिए वो लड़ाका चिंतित है तो जरूर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने कोई एसी बात उनसे कही है जिस से की भविष्य मे बिहार के क्रिकेट को नुकसान हो सकता है ।
मै बिहार के क्रिकेट और क्रिकेटरों के के लिए सब को एक साथ होकर अपनी बात रखने तब उसके बाद निर्णय लेने की सलाह बीसीए सचिव संजय कुमार मंटु तथा अध्यक्ष तिवारी जी को दुंगा ।

बिहार के क्रिकेटरों और क्रिकेट के लिए आपलोग कम से कम एक मंच पर आकर विचार विमर्श तो कर ही सकते हैं निर्णय क्या लेंगे ये तो बाद की बात है।बिहार क्रिकेट के उज्जवल भविष्य के लिए एकबार ज़रुर सोंचे आपसी लड़ाई गुटबाज़ी मे बिहार क्रिकेट और क्रिकेटरों का भविष्य अंधकार में न डालें।

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