Home राष्ट्रीय श्रीकांत के माफी मांगने के बाद बैडमिंटन संघ ने खेल रत्न के लिए नाम भेजा।

श्रीकांत के माफी मांगने के बाद बैडमिंटन संघ ने खेल रत्न के लिए नाम भेजा।

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

नई दिल्ली। भारतीय बैडमिंटन के स्टार खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत के माफी मांगने के बाद बैडमिंटन संघ ने खेल पुरस्कारों के लिये सरकार की ओर से मांगे गये नामों में खेल रत्न के लिये श्रीकांत का नाम भेज दिया है।

किदाम्बी श्रीकांत ने यह माफी इस साल फरवरी में आयोजित हुए एशियाई टीम चैम्पियनशिप के बीच में से हटने के लिये मांगी है। वहीं अर्जुन पुरस्कार के लिये अपना नाम न भेजे जाने को लेकर बैडमिंटन संघ की आलोचना करने वाले एच एस प्रणॉय को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

श्रीकांत और प्रणॉय दोनों ने ही फरवरी में एशियाई टीम चैम्पियनशिप में भाग लिया था, जहां पर दोनों खिलाड़ियों ने सेमीफाइनल नहीं खेलकर एक दूसरा टूर्नामेंट खेलने के लिये बार्सिलोना चल गये थे। दोनों खिलाड़ियों के न खेलने के चलते भारत को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा और वह टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर रहा।

श्रीकांत ने मांगी बैडमिंटन संघ से माफी

इस घटना के बाद भारतीय बैडमिंटन संघ ने दोनों खिलाड़ियों पर अनुशासनात्मक आधार पर कार्रवाई करते हुए खेल पुरस्कारों के लिये मांगे गये आवेदन पर दोनों का नामित करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद किदाम्बी श्रीकांत ने संघ से माफी मांग ली और उन्होंने खेल रत्न के लिये मंत्रालय को नाम भेज दिया गया लेकिन प्रणॉय को 15 दिन के अंदर दी गई दूसरी बयानबाजी के लिये कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

बैडमिंटन संघ की ओर से जारी किये गये बयान में कहा, ‘श्रीकांत और प्रणय फरवरी में मनीला में एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप टीम को छोड़कर चले गए थे, जबकि उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए कहा गया था। इससे भारत की ऐतिहासिक पदक जीतने की उम्मीदों पर लगभग पानी फिर गया था। हमें श्रीकांत का ईमेल मिला है जिसने अपनी गलती मान ली है और भविष्य में दोबारा ऐसा नहीं करने का वादा किया है। उसकी प्रतिभा और उपलब्धियों को देखते हुए हमने उसका नाम राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए भेज दिया है।’

वहीं प्रणय ने अर्जुन पुरस्कार के लिए अपना नाम नहीं भेजे जाने पर ट्वीट के जरिये अपना विरोध प्रकट किया था।

उन्होंने लिखा, ‘वही पुरानी कहानी। राष्ट्रमंडल और एशियाई चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले का नाम नहीं भेजा गया। वहीं जो इन बड़े टूर्नामेंटों में खेला नहीं, उसका नाम भेज दिया गया। वाह। यह देश एक मजाक है।’

प्रणय के इस ट्वीट के बाद महासंघ ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि जवाब नहीं देने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

उन्होंने कहा, ‘प्रणॉय के साथ अनुशासनात्मक मसले पहले भी रहे हैं। अभी तक महासंघ ने सब बर्दाश्त किया, लेकिन पिछली हरकत के बाद कार्रवाई जरूरी हो गई थी। उसे कारण बताओ पत्र दिया गया है। जवाब नहीं देने पर हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।’

आपको बता दें कि बैडमिंटन महासंघ कोचों, खिलाड़ियों और तकनीकी स्टाफ के लिए आचार संहिता बना रहा है जिस पर कड़ाई से अमल करना होगा। महासंघ ने प्रणय की जगह समीर वर्मा का नाम अर्जुन पुरस्कार के लिए भेजा है।

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