खेलबिहार न्यूज़
इंग्लैंड 24 जून: दुनिया में जब कोरोना वायरस का प्रकोप छाना शुरू हुआ था तभी से सभी देशों ने अपने क्रिकेट टूर्नामेंट्स को रद्द कर दिया. ऐसे में लॉकडाउन के 3 महीने बाद कुछ क्रिकेट बोर्ड्स ने क्रिकेट को दोबारा शुरू करने की कोशिश की है. जहां पहली इंटरनेशनल सीरीज का आगाज 8 जुलाई से इंग्लैंड में होने वाला है.
यहां इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमें आमने सामने होंगी. एक तरफ जहां पूरी दुनिया और दूसरे क्रिकेट देश की नजर इस टूर्नामेंट पर है तो वहीं इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा है कि क्रिकेट गेंद कोरोना वायरस बिमारी का सबसे बड़ा जड़ साबित हो सकता है और क्रिकेट की शुरूआत करना खतरनाक है.
बोरिस जॉनसन ने गेंद को एक नेचुरल बिमारी बताई है. संसद में एमपी ग्रेग क्लार्क के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, ‘‘क्रिकेट के साथ समस्या यह है कि हर कोई यह समझता है कि बॉल से नेचुरल तौर पर बीमारी फैलने का खतरा है. मैंने इस बारे में कई बार वैज्ञानिकों से बातचीत की है. फिलहाल, हम क्रिकेट को कोविड से सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा काम कर रहे हैं. अब तक हमने कोई गाइडलाइंस नहीं बदली है.’’
बता दें कि आईसीसी कोरोना के कारण बॉल को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा चुका है. वेस्टइंडीज-इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट 8-12 जुलाई तक साउथैम्पटन के एजिस बॉल में होगा, जबकि बाकी दो टेस्ट ओल्ड ट्रैफर्ड में 16 से 20 जुलाई और 24-28 जुलाई तक खेले जाएंगे. इंग्लैंड की 30 सदस्यीय टीम गुरुवार से साउथैम्पटन में ट्रेनिंग करेगी.