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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने सचिन तेंदुलकर के टेस्ट में ज्यादा दोहरे शतक न लगा पाने पर सवाल उठाए हैं। कपिल ने कहा कि सचिन शतक बनाना तो जानते थे, लेकिन वह उसे दोहरे और तिहरे शतक में बदलने की कला में बहुत माहिर नहीं थे। उन्होंने मौजूदा महिला क्रिकेट टीम के हेड कोच डब्ल्यू वी रमन से इंटरव्यू में यह बातें कहीं।
सचिन ने वीरेंद्र सहवाग, जावेद मियांदाद, रिकी पोंटिंग, युनूस खान और मर्वन अट्टापट्टू की तरह टेस्ट में 6 दोहरे शतक लगाए हैं। लेकिन फिर भी वे टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में 12 वें नंबर पर हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने सबसे ज्यादा 200 टेस्ट खेलकर इतने दोहरे शतक लगाए हैं। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डॉन ब्रैडमेन 12 दोहरे शतक के साथ पहले नंबर पर हैं। कपिल ने पूर्व भारतीय कप्तान की बल्लेबाजी के इसी पहलू को उठाया है।
सचिन को टेस्ट में कम से कम 5 ट्रिपल सेंचुरी लगानी चाहिए थी: कपिल
कपिल ने कहा कि सचिन तेज और स्पिन दोनों गेंदबाजों को हर ओवर में एक बाउंड्री लगाने की काबिलियत रखते हैं। ऐसे में उन्हें टेस्ट में कम से कम 5 तिहरे और 10 दोहरे शतक और बनाने थे। लेकिन वे टेस्ट में एक भी ट्रिपल सेंचुरी नहीं लगा पाए।