Home Bihar Cricket News, बिना किसी लालच के सीएबी बीसीए को करेगा पूरा समर्थन: आदित्य वर्मा(सचिव सीएबी)

बिना किसी लालच के सीएबी बीसीए को करेगा पूरा समर्थन: आदित्य वर्मा(सचिव सीएबी)

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 19 अगस्त: बिहार क्रिकेट जगत में कई दिनों से देखा जा रहा है कि विवाद बढ़ता ही जा रहा है जबकि बीसीसीआई जल्द ही घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन करने वाला है और बीसीसीआई से कोई अनुदान राशि भी बीसीए को फ़िलहाल नही दिया गया है इस इस्तिथि पर सीएबी सचिव आदित्य वर्मा ने कहा है कि वह बीसीए को अपना पूरा समर्थन देने के लिए तैयार है लेकिन इससे पहले भी वर्मा ने समर्थन देने की बात कही थी तब बीसीए के एक पदाधिकारी ने कहा था की बीसीए को किसी की समर्थन की जरूरत नही है।

सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने कहा कि पुडुचेरी जैसे एक छोटे से प्रदेश को बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ दादा की टीम ने जब से बीसीसीआई मे अपना कार्य शुरु किया है आज तक क्रिकेट के विकास मे बीसीसीआई के दूारा जो राशि दी जाती है उसमे पुडुचेरी को करीब 13 करोड़ 32 लाख रुपए दे दिया है साथ ही साथ ऊतर पूर्व राज्यो एवं चंडीगढ़ जैसे छोटे राज्य क्रिकेट संघ को भी करोड़ो रूपय ग्रांट दिया है

, लेकिन सबसे दुखद यह है कि देश के तीसरे सबसे बड़ा राज्य बिहार को बीसीसीआई के तत्कालीन सीओए बिनोद राय पैनल के दूारा सितम्बर 2019 मे जो 10 करोड़ 80 लाख का अनुदान मिला था, उसके बाद सौरभ के नेतृत्व वाली बीसीसीआई की नई टीम ने एक फुटी कौड़ी भी नही दिया है जब नया सीजन शुरू होगा बीसीए के जो भी ग्रूप अपने आप को बीसीसीआई का मान्यता प्राप्त संस्था मान कर काम कर रहा है वह वगैर पैसे के बिहार क्रिकेट का संचालन कैसे करेगा यह एक सच्चाई है सीएबी तो सवाल पुछेगा ।

मै किसी पर व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप नही लगा रहा हूँ लेकिन एक सवाल बीसीए के उन तमाम पदाधिकारीयों से जो पटना के एक बड़े होटल मे दिनांक 29.09.19 को संपन्न चुनाव मे चुन कर आए थे ।बिहार के वर्तमान अध्यक्ष जो राजनैतिक पार्टी के एक शक्तिशाली नेता के करीबी माने जाते है क्या वे बता सकते है कि जब से वे बीसीए के अध्यक्ष पद पर जीत के आए है तो बिहार क्रिकेट संघ को बीसीसीआई के दूारा एक भी पैसा क्यो नही दिया गया है?

यह कोई सधारण घटना नही है पुरे बिहार राज्य क्रिकेट संघ का अपमान है । मैने बीसीसीआई के दूारा पता किया है तो यह पता चला कि पैसे देने के लिए कोई यूटीलाईजेसन सर्टीफिकेट की जरूरत नही होती है चूकि बिहार क्रिकेट संघ के आपसी झगड़े के कारण बीसीसीआई ने पैसा देना  बंद कर दिया है । वर्तमान स्थिति को देख कर बिहार के खिलाड़ियों का भविष्य अंधकारमय लग रहा है क्योंकि एक विवादित संस्था का पैसा बंद हो गया है वगैर पैसे के बिहार क्रिकेट का संचालन या तैयारी वगैर पैसे का हो नही सकता है ।

 अंत मे बिहार क्रिकेट का एक सच्चा समर्थक होने के नाते मै पिछले घटना को याद दिला रहा हूँ जब माननीय सुप्रीम कोर्ट मे बीसीए के दोनो गुट मे चल रहे केस के दौरान दोनो ग्रूप ने एक हलफनामा दायर कर अपने मिल जाने की बात कह कर चुनाव के लिए आदेश लिया था । समय वही आ गया है कि बीसीसीआई के आगे बिहार क्रिकेट के सभी ग्रूप कुर्सी का मोह त्याग कर जा कर बिहार के खिलाड़ियों के हित को ध्यान मे रख कर सौरभ दादा से बेहतर बिहार क्रिकेट के लिए दिशा निर्देश ले अन्यथा बिहार क्रिकेट का सर्वनाश होना तय है ।

सीएबी वगैर किसी लालच के बिहार क्रिकेट को मजबूती देने के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है । सीएबी को कमजोर समझने की भुल नही करना दोस्त । समय कम है बीसीसीआई कोई सख्त निर्णय बीसीए पर ले उसके पहले मेरे सुझाव पर विचार शुद्ध मन से कर ले ।

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