Home Bihar बीसीएल पर उठे सवाल देश हित से जुड़ा है,BCCI सचिव इस पर जल्द जाँच कराए: आदित्य वर्मा

बीसीएल पर उठे सवाल देश हित से जुड़ा है,BCCI सचिव इस पर जल्द जाँच कराए: आदित्य वर्मा

by Khelbihar.com

पटना 29 जून : सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने एक बयान  जारी कर बिहार क्रिकेट संघ के द्वारा आयोजित बीसीएल के विवाद मे बीसीसीआई सचिव से जॉच की मॉग किया है। उनका कहना है की क्योकि यह मामला सीरियस है कुछ लोग इसे बीसीए विवाद से जोर रहे है यह गलत है क्योकि जो बाते निकल कर आ रही है वह देश हित से जुड़ा है ।

आदित्य वर्मा ने कहा” बीसीए अध्यक्ष को मोहरा बना कर पर्दे के पीछे से जो खेल हुआ है उस चेहरे को बिहार के क्रिकेट प्रेमीयों के सामने लाना बहुत जरूरी है अन्यथा बीसीए का नाम पुरे विश्व क्रिकेट मे काले शब्दो मे लिखा जाएगा । बीसीए अध्यक्ष एक अच्छा आदमी है लेकिन शरीफ बेवकुफ है क्रिकेट के प्रशासन की ना समझ है ना समझने की कोशिश किए पर्दे के पीछे के चैम्पियन कुछ नासुर कीड़े तिवारी जी को ऐसा जख्म दे दिए बिहार क्रिकेट लीग मे वह बीसीसीआई को भी अंदर तक हिला दिया ।

उन्होंने कहा ” मैच मे सट्टाबाजी तो सुना है लेकिन बिहार क्रिकेट लीग का पैसा का ट्रांसफ़र किसी देश विरोधी के मुहिम चलाने वाले के पास गया यह तो समझ से परे है । सबसे ज्यादा ताजुब तो यह है कि बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष की चुप्पी आश्चर्यजनक है उनको तुरंत मिडीया के सामने आ कर एक एक आरोप पर सफाई देने चाहिए क्योकि बिहार क्रिकेट संघ के आर मे देश विरोधी ताकतो का अगर वित्तीय मदद दिया गया है यह अत्यंत ही दुखद है ।

ईलीट स्पोर्टस के निशांत दयाल तथा गुरजीत सिंह सोनी की चुप्पी आश्चर्यजनक है । यूरो स्पोर्टस चैनल लाईव प्रसारण कौन से लालच पर किया था क्या बीसीए या बीसीएल ने कोई टेंडर निकाल के अनुबंध किया था । बिहार एवं देश के क्रिकेट प्रेमीयों को यह भरोसा दिलाने के लिए बीसीसीआई का सहमति पत्र तथा खिलाड़ियों, स्पोंसर के साथ जो करार हुआ था वह बीसीसीआई के वेव साईट पर क्यो नही आया है । तीन महीने बीत जाने के बाद भी बिहार क्रिकेट लीग का ऑडिट क्यो नही हुआ है ।

श्री वर्मा ने आगे कहा” सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक मे बिहार एजी विभाग के नामिनी की भुमिका भी जानना जरूरी है अन्यथा कीचड़ उन पर भी लगेगा । धन्य है बिहार क्रिकेट लीग मे खेले हुए खिलाड़ियों के माता पिता बेटे को टीवी पर देखने के लिए जो उनका नीलामी के रकम को भी खा जाने वाले के खिलाफ एक अवाज तक नही उठाया 110 खिलाड़ियों की नीलामी हुई लेकिन पुरे प्रतियोगिता मे 132 के आस पास खिलाड़ी खेले यह भी एक जॉच का विषय है क्योकि टीवी पर दिखाने के लिए भी कुछ माता पिता माल दिए थे ।

अगर मै गलत हूँ तो बताए कि नीलामी के बाद भी झारखंड या अन्य राज्यो के क्रिकेटरो को कैसे खिला दिया गया था बिहार बीजेपी के कदावर नेता पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल के हिम्मत की दाद देते है क्योकि बिहार क्रिकेट संघ के हित मे बीसीसीआई को मेल भेज कर जो सवाल उन्होने उठाया है मै सीएबी की ओर से समर्थन करता हु। बिहार क्रिकेट के छवि के लिए नालंदा के अरशद तथा प्रेम रंजन पटेल जी के प्रयास सराहनीय है ।

Related Articles

error: Content is protected !!