Home Bihar बिहार में एडहॉक कमिटी के लिए सीएबी ने हाईकोर्ट में दाखिल की याचिका

बिहार में एडहॉक कमिटी के लिए सीएबी ने हाईकोर्ट में दाखिल की याचिका

by Khelbihar.com

पटना 24 जुलाई: बिहार मे एडहोक कमिटी के लिए बीसीसीआई को पार्टी बना कर सीएबी ने पटना हाई कोर्ट मे एक याचिका दाखिल किया है।

सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि” वर्तमान परिस्थिति मे बिहार क्रिकेट संघ के पदाधिकारीयों के आपसी झगड़े जिसके कारण बिहार क्रिकेट संघ का बैंक खाते पर भी बैंक ने रोक लगा दिया है ।

माननीय सुप्रीम कोर्ट के 09.08.18 के आदेश के आलोक मे बिहार क्रिकेट संघ का संबिधान आज तक बिहार सरकार के निबंधन विभाग ने बीसीए के संबिधान का अनुमोदन बीसीए के विभिन्न गुटो के द्वारा अनेको लीगल बाते को उठाया है ।

इसलिए जानकारी प्राप्त हुआ है कि बिहार सरकार के निबंधन विभाग ने सारे फायल को सरकार के लीगल विभाग को भेज दिया है बीसीए के सचिव गुट के द्वारा हाल ही मे बिहार क्रिकेट संघ का अध्यक्ष के उपर गलत हलफनामा दे कर चुनाव लड़ने के मामले मे माननीय पटना हाई कोर्ट ने भी नोटिस जारी किया है ।

बीसीसीआई अपने पूर्व के अपेकस काउंसिल के बैठक मे भी बिहार क्रिकेट के आपसी विवाद को देखते हुए माना था कि बीसीसीआई बिहार मे एडहोक कमिटी बना सकता है । सबसे बड़ी बात यह है कि बीसीसीआई वनाम सीएबी केस मे सुप्रीम कोर्ट ने अपने 09.12.20 के आदेश मे सीएबी के सचिव सह याचिका कर्ता आदित्य वर्मा को बिहार क्रिकेट के मामले मे Suitable forum मे जाने के लिए कहा था ।

आदित्य वर्मा ने आगे कहा” सीएबी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक मे बीसीसीआई को अपना Representation भी अपने वकिल के माध्यम से भेज दिया था । बीसीसीआई के सचिव के बुलावे पर अपने नालंदा के सचिव अरशद के साथ 20 मार्च को अहमदाबाद मे जा कर मिल कर अपना पत्र दे कर बिहार के खिलाड़ियों के बेहतरी के लिए बीसीसीआई को अपना आशीर्वाद देने को कहा था ।

बीसीसीआई सचिव बिहार के खिलाड़ियों के लिए बीसीसीआई की ओर से हर मदद का भरोसा दिया था लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी बिहार क्रिकेट के हित के लिए बीसीसीआई ने कुछ भी नही किया । बिहार क्रिकेट लीग करा के बीसीए ने बीसीसीआई के संविधान तथा सुप्रीम कोर्ट के आदेश का मखौल भी उड़ाया लेकिन बीसीसीआई की चुप्पी आश्चर्यजनक है ।

श्री वर्मा ने कहा” बीसीसीआई के एक बड़े अधिकारी ने बताया है कि बीसीसीआई का मसला अभी सुप्रीम कोर्ट मे सुनवाई के लिए पेंडिग है इसलिए बीसीए के उपर कारवाई करने पर बीसीसीआई झिझक रही है । सभी राज्यों के संघो ने आने वाले सीजन की तैयारी भी शुरू कर दिया है लेकिन बिहार क्रिकेट संघ के पदाधिकारीयों के आपसी झगड़े के कारण बीसीसीआई ने बिहार क्रिकेट का करीब 60 करोड़ रुपये रोक दिया है ।

बिहार क्रिकेट अपने विनाश के राह पर आ चुकी है, इसलिए बीसीसीआई, बिहार क्रिकेट संघ तथा बिहार सरकार के निबंधन विभाग को पार्टी बना कर सीएबी ने पटना हाई कोर्ट से ही बिहार क्रिकेट के हित के लिए न्याय का गुहार किया है ।

सीएबी के याचिका से ही माननीय सुप्रीम कोर्ट ने 18 सालो के बाद बिहार क्रिकेट को बीसीसीआई के प्रथम दर्जे का मैच खेलने की अनुमति दी थी लेकिन मात्र तीन साल के भीतर कुर्सी के लिए जो झगड़ा शुरू हुआ वह बिहार क्रिकेट को डुबोने का इंतजाम कर दिया है ।

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