
पटना : नोएडा में ठगी और फ्रॉड के मामले में झारखंड से अंडर -19 व अंडर -23 व रणजी ट्रॉफी खेल चुके आशुतोष बोरा को नोएडा एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। जो वाइप के जरिए अंतरराष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में तब्दील कर लाखों रुपए कमा रहा था और सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचा रहा था।
निहारिका टाइम्स के वेबपोर्टल पर छपी ख़बर के अनुसार नोएडा एसटीएफ के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, उन्हें कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि एक गिरोह फर्जी कॉल सेंटर चलाकर नेटवर्क कंपनियों से लगातार ठगी कर रहा है और साथ ही सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचा रहा है.
नोएडा से ऑफिस की तलाश शुरू की और नोएडा के सेक्टर 132 में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद शोएब, अभिषेक श्रीवास्तव और आशुतोष बोरा शामिल हैं।
इनमें से आशुतोष बोरा बीए पास हैं और झारखंड के लिए अंडर-19 और अंडर-23 रणजी खेल चुके हैं। क्रिकेट में नसीब न होने के कारण उसने धोखाधड़ी और धोखाधड़ी का रास्ता चुना, इससे पहले भी वह धोखाधड़ी के मामले में मुंबई से जेल जा चुका था. पुलिस ने इनके पास से 45 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, अलग-अलग खातों में रखे करीब 8 लाख रुपये समेत अन्य सामान भी बरामद किया है.
छपी खबर के अनुसार ” आशुतोष बोरा ने नई दिल्ली आकर सोनू नाम के युवक से यह काम सीखा और खुद का कॉल सेंटर शुरू किया। आशुतोष मोहम्मद शोएब और अभिषेक श्रीवास्तव को सैलरी देते थे। आशुतोष बोरा के पास दुबई के रास्ते उनके सर्वर से जुड़ी एक लाइन थी। एसटीएफ की टीम फिलहाल इसके और भी पुराने मामलों की जांच में जुटी है। उक्त जानकरी खेलबिहार को निहारिका टाइम्स के न्यूज़ पोर्टल में छपी ख़बर से मिली है।
निहारिका टाइम्स लिंक :-https://english.niharikatimes.com/3-arrested-for-cheating-by-transferring-international-calls-to-local-network-with-the-help-of-wipe-calls-including-a-former-ranji-player/