बिहार क्रिकेट:-टीम में चयन नही किये जाने पर सवालों के घेरे में बीसीए चयनकर्ता

Khelbihar.Com

पटना।। बिहार क्रिकेट अंडर-16 की जो टीम बनी है उसको लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे है लेकिन बीसीए के द्वारा इस ख़बरों को नजरअंदाज किया जा रहा है,कल जो खेलबिहार ने एक माँ के दर्द को खेलबिहार ने लिखा था उसके बाद बिहार के अलग अलग जिले से ऐसी खबरें है कि खिलाड़ियो का मनोबल टूट गया है,सबका लिख पाना मुश्किल है।

कुमार श्रेय जैसे ही एक जहानाबाद का कुमार सुभम भी है जिसने बिहार अंडर-16 में चयन न होने पर खाना पीना बंद कर सिर्फ रोया जा रहा है, माता पिता बहुत चिंतित है ऐसा सिर्फ इन दो खिलड़ियों की बात नही है खेलबिहार न्यूज़ को अलग अलग जिले से ऐसी खबरें आ रही है सबका ख़बर लिख पाना मुश्किल है।क्या यह चयन पर सवाल नही उठना चाहिए क्योंकि बहुत से कोच का भी मानना है कि यह दोनों प्लयेर अंडर-16 के लिए डिजर्व करते है।।

लेकिन इस घटना पर एक वरीय क्रिकेटर का कहना है कि वह लगातार 13 साल तक स्टैंडबाई खिलाडी बनकर रहा और कई बार उसे टीम से बाहर निकालने के लिए ओवर येज बात या गलत जन्मपत्रंणपत्र खुद से पेस कर टीम से बाहर कर दिया जाता था तो क्या मैं आत्महत्या कर लेता।।

वरीय खिलड़ियों का कहना है कि क्रिकेट में आपसे बहुत अच्छे अच्छे खिलाड़ियो का चयन नही होता उसके माता-पिता को उसे समझना चाहिए कि एक टीम चयन न होने से कुछ नही होता है,अभी अगर आप सच के अच्छे ख़िलाडी है तो अपने आप पर मेहनत कीजिये टैलेंट कब तक कोई छुपायेंगे।।

बच्चों के माता-पिता के लिए एक संदेश है कि आप के बच्चों में कोई कमी नही होगी लेकिन कहा कहा तक लड़ाई करते फिरेंगे आज एसोसिएशन के लिए लड़ रहे है,कल बीसीसीआई चयन नही करेगा तो उससे भी लड़ाई करते रहेंगे

बिहार के लाल ईशान किशन को ले लीजिए लगातार अंडर-19 परफॉर्मेंस करता आ रहा है कितने शतक लगा रखे है वह भी डिजर्व करता है कि इंडिया खेले लेकिन बीसीसीआई एक बार भी इंडिया टीम में उसका चयन नही करती है,ओहि नई ख़िलाडी पृत्वी शॉ,शुभमन गिल का चयन हो जाता है इसलिए अपने बच्चों को समझाये की जिंदगी में खत्म कुछ नही होता है मेहनत करते रहे ईशान जैसे।।

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