बिहार क्रिकेट को ब्लेकमेलरों से बचाना हीं हमारी प्राथमिकता: ज्ञानेश्वर गौतम

पटना: “बड़ी सफलता हासिल करने के लिए छोटी छोटी कुर्बानी देनी पड़ती है” “शेर का बच्चा किसी का एहसान नहीं लेता है” और “शेरे छपरा ने अपना नाम वापस ले लिया है, बहुतों के कलेजे को ठंडक मिलेगी…” जैसे पोस्ट डाल कर सोशल मीडिया पर शेर बनने वाला और बिहार क्रिकेट के सबसे बड़े दुश्मन ने अपने पैंतरे से खुद भी अपने नजरों से गिरा लिया है। ये बाते ईस्ट चंपारण जिला क्रिकेट संघ के सचिव ज्ञानेश्वर गौतम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कही है।।

उन्होंने विज्ञप्ति के माध्यम से आगे कहा है” सुप्रीम कोर्ट में पिटीशनर का हवाला देकर बीसीसीआई को ब्लेकमेल और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को लगातार अस्थिर करने वाले अदित्या वर्मा अपने आदत के अनुसार पलटी मारते हुए अपने बेटे को सीधे जयपुर के होटल में रिपोर्ट करवाया। श्री ज्ञानेश्वर ने किसी का नाम नही लेते हुए निशाना साधा है।

उन्होंने आगे कहा” यह बिहार क्रिकेट एसोसिएशन और उससे संबद्ध जिला संघों के मुंह पर तमाचा के अलावा और कुछ नहीं है। यह बयान पूर्वी चंपारण जिला क्रिकेट संघ के सचिव ज्ञानेश्वर गौतम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है।

उन्होंने आगे कहा” मैं क्रिकेटर लखन राजा का विरोध नहीं कर रहा हूँ, मैं इस खिलाड़ी के पिता अदित्या वर्मा के कुकृत्यों का विरोध करता हूँ, और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की पूरे देश में भद्द पिटवाने वाले इस व्यक्ति को क्रिकेट से वहिष्कृत करने का अभियान पूरे राज्य और देश में चलाने जा रहा हूँ।

आप सभी विदित है कि ये वही व्यक्ति है जिनकी वजह से लोढा कमिटी की सिफारिश पूरे देश मे सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से लागू हुई,क्रिकेट में एक रिफार्म की शुरुआत हुई लेकिन सुप्रीम कोर्ट में पीटीशनर होने का नाजायज फायदा उठा कर पूरे देश मे खास कर बिहार में अपनी भद पिटवा ली,

ये रिफॉर्मर की जगह ब्लैकमेलर के तौर पर जाने जाने लगे।गरूर इतना कि लिस्ट जारी होने के बाद भी इनका क्रिकेट पुत्र ग्राउंड में रिपोर्ट नही किया लेकिन सीधे होटल पहुंच गया और अपने पांव की जूती समझने वाले बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को धत्ता बना कर यह सभी मैच खेलेगा,

चाहे परफॉर्मेंस हो या नाहो,इसलिए मैं बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सम्बद्ध सभी जिला संघों से अनुरोध करता हूँ की यह व्यक्ति जहां भी क्रिकेट मैदान पर दिख जाय इसे वहाँ से भगाया जाय क्योकि ये बी सी ए के अंग नही है।

फर्जी स्टिंग आपरेशन के समय भी हम आदरणीय का चेहरा देख चुके है।इसलिए इससे जुड़े या इसका समर्थन करने वाले का भी विरोध किया जाय,और ऐसे लोग जो इसके साथ दिखे उनकी इंट्री बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के लिए स्थायी तौर पर बंद की जाय।

श्री गौतम ने कहा है की चंपारण की धरती सदा से आंदोलन की शुरुआत के लिए जानी जाती रही है, इस बार क्रिकेट के इस कलंक को मिटाने का काम चंपारण से हीं शुरू किया जा रहा है, इसके बाद मैं और मेरे कोर ग्रुप के लोगों के द्वारा सभी जिलों में भ्रमण कर इसके खिलाफ आंदोलन प्रारम्भ करवाया जाएगा।

यह व्यक्ति क्रिकेट का सीजन शुरू होने से पहले बिहार क्रिकेट को बदनाम करना शुरू करता है, और फिर अपने कुकृत्यों के चरम पर पहुँच कर बिहार क्रिकेट के अस्मिता से खिलवाड़ करता है।बिहार क्रिकेट एसोशिएसन के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी को पूरे देश में बदनाम करने की इस व्यक्ति के मुहिम का मूल उद्देश्य बीसीए को अस्थिर रखने के अलावा और कुछ नहीं है।

रविशंकर प्रसाद सिंह के स्टींग ऑपरेशन को टीवी चैनल पर बैठ कर सही ठहराने की बात हो या संजय कुमार मंटू को दबाव में लाने का प्रयास हो या फिर वर्तमान क्रिकेटिंग गतिविधियों के प्रभारी के प्रति सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने की घटना हो यह सब यह प्रमाणित करता है कि यह बिहार क्रिकेट का सबसे बड़ा दुश्मन है।

मैं सभी क्रिकेट प्रेमी, जिला संघों के वर्तमान और पूर्व पदाधिकारियों,बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के वर्तमान और पूर्व के पदाधिकारियों से अपील करता हूँ,कि ऐसे व्यक्ति और इसके जैसे क्रिकेट विरोधियों कि पहचान कर उन्हे बिहार क्रिकेट कि बाउंड्री से तड़ीपार किया जाय।

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