पटना : बिहार में घरेलु क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत हो चुकी है और बिहार राज्य के खिलाड़ियों का हक़ मारने के लिए और बाहरी खिलाड़ियों की इंट्री और दलालो का पेट भरे इसकी की भी शुरुआत सुनने में आ रहा है जारी है। लेकिन बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश तिवारी को इसकी जानकारी नहीं है की आखिर कौन बिहार के बाहर के खिलाडी है और कौन बिहार का ,कौन दलाल बना है जो बाहरी खिलाड़ियों को बिहार में लाकर खेला रहा है।
तभी तो उनको जिला क्रिकेट संघ को सख्त हिदायत देनी पड़ी की ऐसा करने से रोका जाये। यह बात किसी से छुपा तो नहीं है की आये दिन पैसे लेकर खिलाड़ियों को बिहार से खेलाने का ऑडियो,वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होता रहा है। खिलाड़ियों को जाली जन्मप्रमाणपत्र ,आधार कार्ड जैसे कागज़ात भी वायरल होते रहे है क्या कभी अध्यक्ष महोदय श्री राकेश तिवारी ने आंख खोल कर जाँच करवाया है वायरल चीजों को ,अगर हां तो जाँच के बाद क्या हुआ उसका कोई अता-पता नहीं ,ना मीडिया को बताया गया ना ही वेबसाइट पर सुचना दी गई।
सब जानते है की जिला संघ के द्वारा ही ऐसे बाहरी खिलाड़ियों की इंट्री करवाई जा सकती है फिर जिला संघ अपने जिले के खिलाड़ियों के भविष्य से कैसे खेलवाड़ क्यों कर रहे है अगर उन्हें जड़ा भी संदेह रहे की खिलाडी बाहरी है या हो सकता है तो उसकी कागजात की जाँच अच्छे से क्यों नहीं करते है आधार कार्ड के अपडेट डिटेल्स क्यों नहीं निकलवाते है। खैर जिला संघ से पहले तो खिलाडी एकेडमी या क्लब के द्वारा ही जिला लीग में भाग लेते होंगे तो ऐसे क्लब को जिला क्रिकेट संघ बैन क्यों नहीं करती है। सवाल कई है जबाब कुछ भी नहीं।
खैर बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष ने बीते 3 अप्रैल को एक सुचना बीसीए के वेबसाइट पर जारी किया है जिसमे उन्होंने कहा है कि” बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से सम्बद्ध सभी जिला क्रिकेट एसोसिएशन को सूचित करना है कि अंतर जिला प्रतियोगिता के लिए सम्बंधित जिला संघ अपने टीम लिस्ट एवं प्लेयर्स रजिस्ट्रेशन हेतु नाम बीसीए कार्यालय को प्रेषित करने से पहले अनिवार्य रूप से निम्न बिन्दुओं को सुनिश्चित कर लें।
1. प्रेषित/ अनुशंसित करने से पूर्व प्लेयर्स द्वारा समर्पित सभी कागजातों की जांच सूक्ष्मता से कर लिया जाना आवश्यक हैI
2. प्लेयर्स द्वारा समर्पित कागजात अथवा सूचनाएं गलत / भ्रामक / दोषपूर्ण / संदेहास्पद पाए जाने की स्थिति में सम्बंधित प्लेयर के नाम की अनुशंसा या टीम लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं किया जाये और न बीसीए को अग्रसारित किया जाये।
बार-बार विभिन्न सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमो से यह सूचना मिलती रही है कि बिहार राज्य के बाहर के खेलाड़ी फर्जी कागजात बना कर बिहार से खेलने का प्रयास करते है, जिसके बारे में समय-समय पर जिला क्रिकेट संघो को उचित माध्यम से हिदायत दी जाती रही हैI पुनः सभी जिला क्रिकेट संघो को सख्त हिदायत दी जा रही कि किसी भी परिस्थिति में बिहार राज्य के बाहर के प्लेयर को जिला के टीम लिस्ट में शामिल नहीं किया जाये और न बीसीए को अग्रसारित किया जाये।
प्लेयर्स द्वारा समर्पित कागजात अथवा सूचनाओं के गलत पाए जाने पर सम्बंधित प्लेयर के विरुद्ध बीसीसीआई/बीसीए के नियमानुसार कारवाई की जाएगीI साथ ही सम्बंधित जिला क्रिकेट संघ की संलिप्तता पाए जाने की स्थिति में बीसीए द्वारा सम्बंधित जिला संघ के विरुद्ध भी अनुशासनातम्क करवाईं करना बाध्यकारी होगा।