Home Bihar रणजी ट्रॉफी की तैयारी को लेकर बिहार क्रिकेट की आंखें बंद” कैंप तो छोड़िए टीम तक नही बनी” क्यों?

रणजी ट्रॉफी की तैयारी को लेकर बिहार क्रिकेट की आंखें बंद” कैंप तो छोड़िए टीम तक नही बनी” क्यों?

by Khelbihar.com

पटना 04 फरवरी: बीसीसीआई ने अपनी सबसे बड़ी घरेलु क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी को दो फेज में शुरुआत करने की घोषणा कर दिया है .सूत्रों से खबर है की 10 फ़रवरी से रणजी ट्रॉफी की शुरुआत 9 वेन्यू पर होगा. सभी टीमो को आठ एलिट ग्रुप और एक प्लेट ग्रुप में बाँट दिया जायेगा और येसी खबर है की इस बार भी बिहार को प्लेट ग्रूम में खेलना होगा .

आज 4 फ़रवरी हो चूका है खबर लिखे जाने तक बिहार क्रिकेट संघ ने रणजी ट्रॉफी टीम की घोषणा भी नहीं की है . जबकि ट्रायल उसी समय ले लिया गया था इससे पहले रणजी ट्रॉफी 13 जनवरी 2022 से शुरू होने वाली थी लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बाद इसे टाल दिया गया था और बिहार क्रिकेट संघ भी रणजी टीम की घोषणा को टाल दिया .

हैरानी की बात है कि जहा एक तरफ बीसीसीआई रणजी ट्रॉफी के आयोजन की घोषणा कर दी है लेकिन बिहार क्रिकेट संघ ने अभी तक टीम लिस्ट भी जारी नही किया है .जबकि उत्तर प्रदेश ,उत्तराखंड सहित अन्य राज्य ने टीम की घोषणा पहले ही कर चुकी है और अब जब बीसीसीआई ने दुबारा यह घोषणा कर दिया है की रणजी ट्रॉफी को दो फेज में आयोजित किया जायेगा तो सभी राज्य की रणजी टीम कैंप शुरू कर चुकी है और बिहार क्रिकेट संघ सो रही है .

कैसे कह सकते है कि बिहार क्रिकेट एक उचाई तक पहुंचेगा जबकि बिहार के साथ मान्यता मिली राज्य उत्तराखंड,पुडुचेरी जैसे राज्य प्लेट ग्रुप से निकल कर बड़े-बड़े टीमो के साथ एलिट ग्रुप में खेल रही है जबकि बिहार आज भी प्लेट ग्रुप में छोटे-छोटे टीम के साथ खेलने के लिए मजबूर है.हलाकि की कोई टीम छोटा बड़ा नही होता है लेकिन सोचने वाली बात है क्या बिहार में टैलेंटेड क्रिकेटर की कमी है या उसे मौका नही दिया जा रहा है जो बिहार को आगे लेकर आये .

जब बिहार क्रिकेट संचालको से पूछा जाता है तो उनका कहना होता है कि बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी है .तो महोदय आपको बिहार क्रिकेट संचाल दिया ही क्यों गया है उस कमी को आप दूर करेंगे तभी तो दूर होगा .2018 के बाद अभी तक भी इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी है क्यों? रणजी ट्रॉफी होने वाली है लेकिन बिहार टीम की कैंप तो छोड़िए यहा तो टीम ही नही बनी है .

बिहार क्रिकेट जानकारों का कहना है कि” कम से कम खिलाडियों को एक महीने का कैंप लगना चाहिए जिसमे प्रैक्टिस मैच रखा जाना चाहिए ताकि खिलाडी एक दुसरे को समझे तालमेल बैठा सके लेकिन यहा तो सो ने से फुर्सत ही नही है .

अगर कुछ पूछा जाये तो पदाधिकारी कोरोना का बहाना बना देंगे .जबकि कोरोना के बीच ही सरकार से अनुमति लेकर कई राज्यों ने रणजी कैंप की शुरुआत कर दी है लेकिन बिहार के पास अनुमति लेना तो छोड़िए टीम की घोषणा भी नही की गई है .

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