Home Bihar बीसीए अध्यक्ष पर लगाया गया तथाकथित आरोप बेबुनियाद :- कृष्णा पटेल

बीसीए अध्यक्ष पर लगाया गया तथाकथित आरोप बेबुनियाद :- कृष्णा पटेल

by Khelbihar.com

पटना। बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी पर एक महिला चित्रा बोरा ने दिल्ली के जनपथ स्थित पार्लियामेंट थाने में छेड़खानी करने का जो आरोप लगाया है उस पर बीसीए के प्रवक्ता कृष्णा पटेल ने जांच का विषय बताते हुए तथाकथित आरोप को पूरी तरह से बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया है।

बीसीए मीडिया कमेटी के संयोजक व प्रवक्ता कृष्णा पटेल ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी जी के साफ-सुथरी छवि को धूमिल करने के उद्देश्य तथाकथित छेड़खानी का आरोप लगाने वाली महिला चित्रा बोरा और आशुतोष बोरा दोनों भाई बहन अब्बल दर्जे के ब्लैकमेलर और जालसाज हैं। जिन पर देश के अलग-अलग राज्यों में कई संदिग्ध मामले दर्ज हैं और उस मामले में कई बार ये दोनों भाई बहन पुलिस के हत्थे चढ़ें है और सलाखों के पीछे भी जा चुके हैं।

श्री पटेल ने आगे कहा” दोनों हरियाणा के गुरुग्राम थाने में एफआईआर संख्या 361/2021 दर्ज है जिसमें धारा:- 419, 420, 468, 471, 120 -B,341PC लगा हुआ है। दिल्ली के आई जी आई एयरपोर्ट थाने में एफआईआर संख्या:- 282/16 दर्ज है जिसके तहत 420, 468, 471, 120- बी, और 12 पीपी एक्ट लागू है। राजस्थान के उदयमंडी थाना जोधपुर में एफआईआर संख्या 394/2021 दर्ज है जबकि मुंबई के आजाद मैदान थाने में क्रिमिनल रिकॉर्ड के तहत एफ आई आर संख्या 124/2021 दर्ज है।यह बताने के लिए काफी है कि इन सभी मुकदमा के आरोपी आशुतोष बोरा और चित्रा बोरा का मूल पेशा ब्लैक मेलिंग और धोखाधड़ी करना रहा है।(कृष्णा पटेल ने साक्ष्य के रूप में दस्तावेज़ भी दिए है।)

अब रही बात बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी पर तथाकथित छेड़खानी करने का जो आरोप चित्रा बोरा ने लगाया है। तो मैं पूरी प्रमाणिकता के साथ आप सबों के समक्ष यह बताना चाहूंगा कि यह दोनों भाई बहन सर्वप्रथम बीसीए पदाधिकारियों के साथ एक क्रिकेट प्रेमी और खिलाड़ियों का हितैषी होने का ढोंग रचा उसके बाद झूठ और फरेब कर अपने हक में नियमों के विरुद्ध काम करवाने दबाव बनाने लगे।

जब बीसीए के पदाधिकारियों ने नियम के विरुद्ध जाकर कोई असंवैधानिक कार्य करने से साफ इंकार कर दिया तो अपने कार्य में असफल होते देख आशुतोष बोरा ने चित्रा बोरा को आगे कर दिल्ली के पार्लियामेंट थाने में 4 जनवरी 2022 को बीसीए के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी पर छेड़खानी करने का तथाकथित आरोप लगाते हुए एक आवेदन जमा किया।

उसके उपरांत 14 जनवरी 2022 को बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी पर छेड़खानी करने का तथाकथित आरोप लगाने वाली महिला चित्रा बोरा ने खुद 4 जनवरी 2022 को दी गई आवेदन को गलत बताते हुए अपनी मानसिक स्थिति सही नहीं होने का हवाला देते हुए एक एफिडेविट थाने में प्रस्तुत किया और उस आवेदन को रफा-दफा करने का गुहार लगाई।

लेकिन इसके बावजूद इन दोनों भाई बहन द्वारा बीसीए पदाधिकारियों को ब्लैक करने का सिलसिला जारी रहा। जिससे परेशान होकर बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने अंततः 19 फरवरी 2022 को चित्रा बोरा पर पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में ब्लैकमेल कर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी संख्या 027/2022 दर्ज कराई थी। जिसकी जांच चल रही है और जब चित्रा बोरा को इसकी तहकीकात में पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया और उस मामले में जब वो पूरी तरह से फंस्ती हुई नजर आई तो अपना आपा खो बैठी और उसने पुनः बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी पर छेड़खानी करने का तथाकथित आरोप लगाते हुए 7 मार्च 2022 को उसी थाने में प्राथमिकी संख्या 029/2022 दर्ज कराई है।

बड़े हीं हास्यास्पद बात यह है कि जो तथाकथित आरोप बीसीए अध्यक्ष पर लगाया गया है और जिस होटल व जिस कमरे की का जिक्र इस मुकदमे में किया गया है उस तिथि को ना तो बीसीए अध्यक्ष वहां मौजूद थें और ना हीं उस नंबर का कोई कमरा उस होटल में मौजूद है। इसीलिए यह पूरी तरह से जांच का विषय है पुलिस इसकी जांच भी कर रही है आने वाले दिनों में सच्चाई की जीत होगी और दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

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