बिहार के एक क्रिकेट कोच ऐसा भी जिसने सैनिकों के परिवार का किया सम्मान।

खेलबिहार. कॉम न्यूज़

पटना 14 मई: कोरोना महामारी से पुरा विश्व लड़रहा है जिस के कारण भारत मे भी लॉकडाउन 0.3 लग चुका है और प्रधानमंत्री मोदी जी ने लॉकडाउन 0.4 भी 18 माई से लागु होगा इसकी घोषणा कर दी है।
एसे मे जहाँ बिहार के प्रवासी कामगार/मज़दुर दुसरे प्रदेशों मे फंसे है और परेशान है एसा है एक मामला क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) से जुड़े नालंदा जिला क्रिकेट संघ के सचिव मो अरसद जेन के सामने आया।


मामला ये था की भारत की शुरक्षा मे लगे जवानो (सैनिकों) के परिवार के 4 छोटे छोटे (9-10 वर्षों) बच्चे लॉकडाउन के कारण राजस्थान के सिकर जिले मे न्यु सिकर एकेडमी मे फंसे थे। पिता सरहद पर भारत की सीमा और आतंकवादी से लोहा लेने और अपनी ड्यूटी करके अपना कर्तव्य पुरा कर रहे थे वही माँ अपने बच्चे के फंसे होने की गुहार पटना जिलाधिकारी कुमार रवि तक लगाकर थक चुकी थी।
चुंकी 4 बच्चों मे नालंदा, जहानाबाद और गया जिले के बच्चे थे एक बच्चे का परिवार पटना जिले मे था तो उनहोने पटना मे गुहाई थी मगर कोई सुनवाई नही हुई।


नालंदा मे एक सैनिक का परिवार है जिनके बच्चो अलीशाह क्रिकेट एकेडमी, बिहारशरीफ मे कोच मो अरसद जेन के यहाँ प्रैक्टिस करते थे उन होने कोच सह सीएबी जिला सचिव मो अरसद जेन से समपर्क किया।


सैनिको के बच्चों राजस्थान में फंसे होने की खबर ने अरसद जेन को दुखी कर दिया और उनहो ने हर सम्भव सहायता के लिए परिवार को आशवासन दिया और सब से पहले अपने गार्जियन क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य प्रकाश वर्मा जी से मशवरह किया आदित्य वर्मा जी से मार्गदर्शन करते हुए बताया की फहले अपने जिले के पदाधिकारियों से समपर्क किजये गाड़ी के पास के लिए ऑनलाईन तथा ऑफलाइन आवेदन देकर निजी गाड़ी से बच्चों को लाने के लिए ई-पास का निवेदन किजये ।


अपने गार्जियन आदित्य प्रकाश वर्मा जी की बात को मानते हुए जिले के पदाधिकारियों से सम्पर्क किया मगर कोई हल नही हो सका तो फिर से अपने गार्जियन आदित्य सर से सम्पर्क किया तो उनहो ने मिडिया से सम्पर्क करने की सलाह दी जिसके उपरांत अरसद जेन ने सभी देनिक पेपर मे विज्ञप्ति देकर सरकार और समाज सेवियों तक सैनिको के बच्चों के फंसे होने की बात पहुंचायी।


मो अरसद जेन


फलस्वरूप कुछलोग सामने आए जिसमे पुर्व नालंदा जिला काँग्रेस अध्यक्ष सह स्नातक अधिकार मंच के संस्थापक श्री दिलीप कुमार जी आगे आकर मदद करने लगे , नालंदा के पदाधिकारियों से मिले और जब यहाँ कोई आस नही जगा तो राजस्थान सरकार से सम्पर्क करके सिकर जिले के जिलाधिकारी तक ये बात पहुंचाने का काम किया। जिस मे सिकर जिले के काँग्रेस जिलाध्यक्ष तथा सिकर के विधायक जो राजस्थान सरकार मे मंत्री भी हैं इन दोनो और राजस्थान सरकार की मदद से वहाँ की सरकार ने चारो बच्चों को जाँच के बाद निजी वाहन काकर खाने पिने की व्यावस्था करके बिहार भेजने का काम किया।

आज प्रातः 10:30 बच्चे अपने परिवार के सुपुर्द कर दिये गाये।

इस मौके पर अरसद जेन ने कहा की क्रिकेट ने जो अनुशासन और प्रेम सिखाया वही यहाँ काम आया और अपने गार्जियन सीएकी सचिव आदित्य प्रकाश वर्मा सर से जो दुसरों की मदद और द्रिड़ इच्छाशक्ति मैने पाई है उसकी मदद से मै इस काम को कर पाया जिसमे आगे लोग मिलते गये और कारवाँ बढ़ता गया। राजस्थान मे फंसे हमारे सैनिकों के बच्चों को उनके परिवार से मिलाने मे मिरे सहयोग के लिए सभी मिडाया बंधुओं, काँग्रेस के पदाधिकारियों और स्नातक अधिकार मंच के संस्थापक श्री दिलीप कुमार जी का मै दिल से धन्यवाद करना चाहता हुँ।

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