बड़ा खुलासा: जिला संघ के लोग कर रहे चमचागिरी, बिहार क्रिकेट में Ego की है लड़ाई

पटना 22 अप्रैल: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यो को लेकर लगातार सवाल उठते ही रहते है। इस बार बिहार क्रिकेट संघ के पूर्व अध्यक्ष तथा बीसीए के व बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी के वर्त्तमान सलाहकार गोपाल बोहरा(नियुक्ति 3 जनवरी 2021 को बीसीए अध्यक्ष द्वारा) ने बीसीए के विवादों को ईगो(ego) की लड़ाई बताया है।

उन्होंने और भी कई खुलासे करते हुए कहा है कि” कई जिला संघ के लोग तो चमचागिरी में लगे है। उन्होंने तो यहाँ तक बताया कि जिला संघो का एक ठीकेदार ने तिवारी जी को आश्वस्त किया है कि 2026 तक आप को कोई हिला नहीं सकता इस कारण मनमाने ढंग से चला रहे हैं।

जी हाँ , ये सभी बातें गोपाल बोहरा ने खेलबिहार. कॉम के फेसबुक पेज khelbihar.com पर पोस्ट की गई बीसीए से जुड़ी एक खबर पर श्री बोहरा ने कमेंट करते हुए लिखा है:

 

 

Ego की लड़ाई बना लिया है , बिहार भांड में जाय।कुछ जिला संघो के लोग चमचागिरी में लगे हैं । जिला संघो का एक ठीकेदार ने तिवारी जी को आश्वस्त किया है कि 2026 तक आप को कोई हिला नहीं सकता इस कारण मनमाने ढंग से चला रहे हैं , BCCI से पैसा मिले अथवा नहीं । दूसरी ओर भी स्थिति चिंतनीय है । BCCI का ही वॉर बिहार क्रिकेट को बचा सकता है । हालांकि श्री बोहरा ने बीसीए नाम का जिक्र तो कही नही किया लेकिन इशारा बीसीए की ओर ही था।

आपको बात दे कि बीते कल 21 अप्रैल को सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने बीसीए अध्यक्ष व सचिव को एक खुला पत्र लिखा था,जिसमे उन्होंने दोनों गुटों को आपस मे मिल और बीसीसीआई से माफी मांग बिहार क्रिकेट में साथ काम करने तथा खिलाड़ियो को टीए, दिए सहित बीसीसीआई से अनुदान राशि लाने की सलाह दिया था। इसी पोस्ट पर कमेंट करते हुये श्री बोहरा ने बीसीए को लेकर लिखा था।।

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