बिहार क्रिकेट: अब एक-एक की पोल खोली जाएगी: ज्ञानेश्वर गौतम(सचिव, ईस्ट चंपारण)

पटना 28 जून: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर कुछ दिनों से लगातार लोगो द्वारा आरोप-प्रतिआरोप लगाए जा रहे है कभी बीसीए से जुड़े पदाधिकारियों पर तो कभी बीसीएल के आयोजन व इसमे सट्टेबाजी होने तक भी आरोप लागए गए है। और बीसीए इसे झूठा और भ्रामक बाते बताता आ रहा है।।

एक बार फिर ईस्ट चंपारण जिला क्रिकेट संघ के सचिव ज्ञानेश्वर गौतम ने कहा कि” स्पोर्ट्स न्यूज़ 9905 .ब्लॉग स्पॉट पर एक समाचार अभी चल रहा है। जिस में मेरी तस्वीर का उपयोग किया गया है। इस ब्लॉग ने मुझसे कोई स्टेटमेंट नहीं लिया है। मैंने सर्च करने की कोशिश की लेकिन इसका कोई कांटेक्ट इसके ब्लॉग पर नहीं है। इस प्रकार की साज़िश करने वालों को स्पष्ट संदेश दे रहा हूं कि एक एक की पोल खोली जाएगी।

इस तरह का फेक न्यूज़ करने वाले के ऊपर साइबर क्राइम के धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाएगा। मैंने इस ब्लॉग स्पॉट को अपना कोई स्टेटमेंट नहीं दिया है। यह बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को बदनाम कर उसकी छवि को खराब करने वाले लोगों की एक साजिश है। यह वही लोग हैं जिन्होंने आज से 2 साल पहले एक स्टिंग ऑपरेशन करा कर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ नकारात्मक वातावरण बनाया था, जिसका खामियाजा बिहार को भुगतना पड़ा।

ऐसे लोगो से सावधान रहने की जरूरत है। मैं बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के कमेटी ऑफ मैनेजमेंट के सम्मानित सदस्यों से निवेदन करता हूं की ऐसे लोगो को क्रिकेट और क्रिकेट ग्राउंड के बाउंडरी से बाहर करे। पूरा बिहार खास करके क्रिकेट से जुड़े हुए लोग यह बात खूब अच्छी तरीके से जानते हैं कि इसके पीछे जो लोग लगे हुए हैं, उनकी मंशा क्या है।

उनकी मंशा कहीं से भी बिहार में क्रिकेट का सकारात्मक वातावरण बनाने की तो नहीं हीं है। उनकी मंशा सिर्फ बिहार क्रिकेट पर राज कर पैसा कमाने की है। उनके बच्चे बिहार में क्रिकेट खेले यही उनका सोंच है। मैंने बिहार में प्रतिभावान खिलाड़ियों की लड़ाई लड़ी है, और आगे भी लड़ता रहूंगा।

मैं बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी जी के साथ हूं, इधर कुछ दिन पहले 24 तारीख को एक फर्जी मीटिंग बुलाई गई थी, जिसमें मुझे अनर्गल तरीके से कन्विंस करने का काम किया गया था। मुझे जब इसकी जानकारी मिली कि इस खेल के पीछे वही लोग लगे हैं जो लोग इस तरह का आयोजन खुद के स्वार्थ सिद्धि के लिए करना चाहते थे, तो मैंने इनसे किनारा कर लिया। उनकी मंशा तो सिद्ध नहीं हुई मगर ये लोग तरह तरह के हथकंडे अपनाकर, बयानबाजी का दौर चला कर बिहार क्रिकेट की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।

बिहार क्रिकेट में सकारात्मक माहौल बने, खिलाड़ियों को खेल की गतिविधियों से जोड़ा जाए, यही हमारा प्रयास होगा।इन महानुभावों को संकेत देना चाहता हूं कि आपका समय अब समाप्त हुआ, व्यर्थ में बिहार क्रिकेट को बदनाम न करें।

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