Home Bihar सीएबी सचिव आदित्य वर्मा ने बीसीसीआई को ईमेल कर बीसीए कि लड़ाई से अवगत कराया।

सीएबी सचिव आदित्य वर्मा ने बीसीसीआई को ईमेल कर बीसीए कि लड़ाई से अवगत कराया।

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 29 मई: बिहार क्रिकेट में अध्यक्ष व सचिव के आपसी लड़ाई में बिहार कर खिलाडियों के भविष्य को बचाने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने बीसीसीआई को एक ईमेल किया है तथा बीसीसीआई से मांग कि है कि जल्द से जल्द बीसीसीआई के किसी अधिकारी को भेज कर अध्यक्ष व सचिव के विवाद कि जाँच कर इस मुद्दे को सुलझाए क्योकि अगर ऐसा चलता रहा तो कही न कही एक बार फिर बिहार क्रिकेट वनवास में चला जायेगा।

आदित्य वर्मा ने ईमेल में लिखा है “बीसीसीआई के महोदय गण जैसा कि बिहार क्रिकेट संघ के अधिकारियों के बीच आज जो अहम की लड़ाई चल रही है उससे आप सभी सम्मानित लोग भली भाँति जानते है इस लड़ाई मे अध्यक्ष जी सही है या सचिव सही है मै इस बात पर जाना नही चाहता हूँ ,लेकिन अफसोस यह है कि दोनो के बीच जारी अहम की लड़ाई मे बिहार क्रिकेट पुनः एक बार अपने पुराने दौर मे जो राज्य विभाजन के पश्चात झेला था उसी दौर मे जाता दिख रहा है ।

मै बीसीसीआई के तमाम पदाधिकारीयों से अपील कर रहा हू कि जल्द से जल्द बिहार क्रिकेट के अंदर चल रहे विवाद को दूर करने के लिए पहल करे क्योकि यह राज्य के खिलाड़ियों के हित से जुड़ा है पहले भी 15 सालो तक बिहार के क्रिकेटरो को बीसीसीआई के दूारा प्रायोजित मैच खेलने का मौका नही मिला था । इसलिए बीसीसीआई अविलम्ब अपने किसी अधिकारी को भेज कर दोनो गुट बीसीए के लोगो से मिलकर जानकारी ले कर जॉच शुरू कर विवाद को निपटाने की कोशिश करे ।

सीएबी हर परिस्थिति मे बिहार क्रिकेट को बचाने के लिए बीसीसीआई को सहयोग करने के लिए तैयार है । बिहार एक पवित्र भुमी है देश का तीसरा बडा राज्य है इसलिए बीसीसीआई को बिहार राज्य के बच्चो के साथ भेद भाव नही करना चाहिए । यह भी कटु सत्य है कि बिहार क्रिकेट संघ का पैसा भी बीसीसीआई ने रोक कर रखा है श्रीमान अध्यक्ष सौरभ गॉगुली जी बिहार को आपने 1 दिसम्बर को संपन्न बीसीसीआई के एजीएम मे अपने हाथो मे लिया है 6 महिने बीत जाने के बाद भी आपकी चुप्पी आश्चर्यजनक है ।

बिहार क्रिकेट फिट रहेगा तो तो बीसीसीआई भी हीट रहेगा । पुरी विश्व क्रिकेट जगत ने देखा है कि बेवजह बिहार क्रिकेट संघ को राज्य विभाजन के पश्चात कचड़ा के डब्बे मे फेक दिया गया था । बिहार के क्रिकेटरो का आह का क्या परिणाम हुआ था बीसीसीआई के तत्कालिन पदाधिकारीयों ने भुगत लिया था।
अंत मे फिर से आग्रह करता हूँ कि बीसीए के आपसी विवाद के निपटारे तक बीसीसीआई बिहार क्रिकेट के सफल संचालन के लिए बीसीसीआई एेडहोक कमिटी बना कर क्रिकेट खिलाड़ियों के हित का ध्यान दे ।
कल भी बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरूण ठाकुर जी से बीसीए के वर्तमान स्वरूप पर चर्चा हुई उन्होने विश्वास दिलाया कि बिहार क्रिकेट का बुरा नही होगा जल्द हि बीसीसीआई कानून सम्मत जो भी उचित निर्णय होगा लिया जाएगा ।

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