Home Bihar असंवैधानिक बैठक में कोई निर्णय का औचित्य नहीं :- अमित कुमार (बीसीए सचिव)

असंवैधानिक बैठक में कोई निर्णय का औचित्य नहीं :- अमित कुमार (बीसीए सचिव)

by Khelbihar.com

पटना। बिहार क्रिकेट संघ के नवनिर्वाचित सचिव अमित कुमार ने बीसीए अध्यक्ष (कार्य पर रोक) द्वारा आज सिवान में आहूत बैठक को पूरी तरह से अवैध व गैर- संवैधानिक बताते हुए उसमें लिए गए निर्णय को सिरे से खारिज कर अमान्य बताया।

बीसीए सचिव अमित कुमार ने बताया कि 17 जिला संघों के विशेष मांग और शिकायत पर 4 फरवरी 2023 को नालंदा के होटल महाविहार में विशेष आम सभा की बैठक आहूत की गई थी जिसमें कुल 23 जिला संघों के पदाधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और कई निर्णय लिए जिसमें बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी के कार्य पर रोक लगाते हुए इनके ऊपर मिल रहे विभिन्न प्रकार के शिकायतों की जांच के लिए संजय सिंह के नेतृत्व में एक जांच कमेटी गठित किया जा चुका है।

जिसकी बौखलाहट और अनैतिक कार्यों में दोषी पाए जाने की डर से आनन-फानन में गैर- संवैधानिक कार्य कर अपनी काली करतूतों को दबाने का असफल प्रयास कर रहे हैं। जबकि बीसीए के एथिक्स ऑफिसर सह लोकपाल सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश राघवेंद्र कुमार सिंह ने बीसीए उपाध्यक्ष दिलीप सिंह और संयुक्त सचिव प्रिया कुमारी के कार्य पर पहले ही अगले आदेश तक रोक लगा रखी है और बीसीए की किसी संविधान में अध्यक्ष को विशेष आम सभा की बैठक बुलाने का कोई अधिकार नहीं।

इसीलिए कार्य पर रोक लगने के बावजूद, अपनी काली करतूतों को दबाने के उद्देश्य व जांच कमेटी से बचने के लिए अनैतिक और अनाधिकार बैठक बुलाना पूरी तरह से असंवैधानिक है और इसमें लिए गए सारे निर्णय को एक सिरे से खारिज करता हूं क्योंकि ऐसे निर्णय का कोई औचित्य नहीं।नालंदा और बेगूसराय जिला संघ सहित बिहार क्रिकेट संघ के चुनाव में वोटिंग राइट का अधिकार रखने वाले सभी जिला संघों तथा माननीय एथिक्स ऑफिसर सह लोकपाल द्वारा पारित आदेश से बहाल जिला संघ पूर्ववत् अपने अस्तित्व में बना रहेगा।

जबकि 4 फरवरी 2023 को सदन द्वारा पारित निर्णय के आलोक में बीसीए के एफिक्स ऑफिसर सह लोकपाल सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश श्री राघवेंद्र कुमार सिंह अपने पद पर आसीन रहेंगे।बीसीए सचिव ने अध्यक्ष पर हमला करते हुए कहा कि बीसीए अध्यक्ष का कोई निजी संस्था नहीं है कि इनके अनैतिक व असंवैधानिक कार्यों में सहभागी रहने वाले जिला संघ का अस्तित्व बना रहेगा और जो जिला संघ इनके गैर- संवैधानिक व अवैध कार्यों का विरोध करेगा उसका अस्तित्व यह समाप्त हो जायेगा अब इनकी तानाशाही रवैया को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

सचिव अमित कुमार ने आगे बताया कि मैं सभी जिला संघों को अध्यक्ष (कार्य पर रोक) द्वारा आहूत इस असंवैधानिक बैठक में शामिल नहीं होने के लिए खुला पत्र लिखकर हर बिंदु को पूरी पारदर्शिता के साथ प्रस्तुत किया था।परंतु प्राप्त सूचना के आधार पर कई जिला संघ इस असंवैधानिक बैठक में शामिल हुए हैं। ऐसे असंवैधानिक बैठक में शामिल होने वाले सभी जिला संघों को चिन्हित कर कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के उपरांत उन पर मजबूरन अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए मैं बाध्य हो जाऊंगा।

क्योंकि अध्यक्ष (कार्य पर रोक) द्वारा जानबूझकर कानूनी दांव-पेंच में उलझाने के उद्देश्य से हीं आपको इस असंवैधानिक बैठक में बुलाया गया था जिसकी सूचना भी मैंने आपको दे रखी थी।बीसीए प्रवक्ता कृष्णा पटेल ने आज के बैठक को किट्टी पार्टी बताया और कहा की जिला संघों को तोड़- जोड़कर अपना उल्लू सीधा करना बीसीए अध्यक्ष (कार्य पर रोक) का पेशा बन चुका है। फिर भी लाख प्रयास करने के बावजूद जिला संघों की चट्टानी एकता को हिलाने में नाकाम रहें और इनके अवैध मीटिंग में मौजूद सूत्रों द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर लगभग 15 पूर्ण सदस्य जिला संघ हीं शामिल हुए और कुछ फर्जी लोगों को जिला संघ के नाम पर झूठा आंकड़ा प्रस्तुत कर दिग्भ्रमित करने का असफल प्रयास कर रहे हैं।

मैं विश्वास दिलाता हूं कि बहुत जल्द बिहार के होनहार क्रिकेटरों के हित में बीसीए सचिव अमित कुमार और जिला संघों के प्रतिनिधि ओम प्रकाश जयसवाल सकारात्मक पहल कर विभिन्न आयु वर्ग के घरेलू टूर्नामेंट का रूपरेखा तैयार कर चुके हैं जिसे धरातल पर उतारने के लिए साहसिक कदम भी उठाने जा रहें हैं। जिसके लिए टूर्नामेंट कमेटी सहित विभिन्न प्रकार कि सब – कमिटी गठित कर बीसीए को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए बहुत जल्द प्रस्तुत कर दिया जाएगा।

सत्र- 2023 – 24 के लिए बीसीए अपने घरेलू मैच का आगाज होली बाद हेमन ट्रॉफी से करने जा रही है। जिसका ऑफलाइन और ऑनलाइन स्कोरिंग की जाएगी और डेटाबेस खिलाड़ियों का परफॉर्मेंस रिकॉर्ड भी दर्ज किया जाएगा। जिससे आने वाले दिनों में बिहार के गरीब व प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रतिभा के आधार पर चयन होना तय है।

कृष्णा पटेल ने अंत में वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लगातार खिलाड़ियों से पैसा लेकर बिहार टीम में शामिल करने और कराने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसकी सत्यता का मैं पुष्टि तो नहीं करता परंतु वायरल वीडियो में अध्यक्ष (कार्य पर रोक) का नाम लेकर जिस प्रकार से बोल रहा है और लगातार उस व्यक्ति के साथ अध्यक्ष (कार्य पर रोक) कि निकटता बनी हुई है जो यह इस ओर इशारा कर रहा है कि वर्तमान बिहार क्रिकेट संघ में पैसे का लेन- देन और चयन प्रक्रिया में व्याप्त भ्रष्टाचार है जिसमें बीसीए के बड़े-बड़े पदाधिकारियों की संलिप्तता बनी हुई है जैसा कि उस व्यक्ति द्वारा भी नाम लिया जा रहा है।अगर ऐसा नहीं है तो फिर ऐसी कौन सी मजबूरी है जो कि उस व्यक्ति पर कार्रवाई करने के बजाय और निकटता बनी हुई है। उक्त जानकारी बीसीए प्रवक्ता कृष्णा पटेल द्वारा प्रेस विग्यप्ति के माध्यम से दी गई।

Related Articles

error: Content is protected !!