Home Bihar बीसीसीआई के संरक्षण में एक गिरोह चला रहा बिहार में अपना गोरखधंधा:- बीसीएसए

बीसीसीआई के संरक्षण में एक गिरोह चला रहा बिहार में अपना गोरखधंधा:- बीसीएसए

by Khelbihar.com
  • १. बीसीसीआई के संरक्षण में एक गिरोह चला रहा बिहार में अपना गोरखधंधा:- बीसीएसए
  • २. नमो – नीतीश से खिलाड़ी संघ ने बिहार में भ्रष्टाचार मुक्त खेल संघ बनाने की लगाई गुहार :- कृष्णा पटेल
  • ३. खुलेआम भ्रष्टाचारी चला रहा अपना खेल, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले खिलाड़ियों को लेना पड़ रहा है कोर्ट से वेल :- बीसीएसए
  • ४. खिलाड़ियों पर नहीं, फर्जीवाड़ा में संलिप्त बीसीए पदाधिकारियों पर बीसीसीआई लगाए आजीवन प्रतिबंध:- कृष्णा पटेल

पटना। आज बिहार के पूर्व और वर्तमान क्रिकेटरों द्वारा गठित बिहारी क्रिकेटर्स एसोसिएशन (बीसीएसए) के बैनर तले पटना के कर्पूरी ठाकुर कम्युनिटी हॉल में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ( बीसीए) में फैली व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा पुरी तथ्यों के साथ किया।

मीडिया के समक्ष मामला को उजागर करते हुए बिहारी क्रिकेटर्स एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष कृष्णा पटेल व सचिव दीपक राजा ने बीसीए के वर्तमान पदाधिकारी द्वारा चयन प्रक्रिया में की जा रही धांधली, पैसे के बल पर बाहरी खिलाड़ियों का चयन सहित विभिन्न प्रकार की अनियमितता से जुड़ी ऑडियो – वीडियो और कई प्रमाणिक दस्तावेज प्रस्तुत किया।

जिसमें १. समस्त मिश्रा शास्त्री २. आदर्श पांडे, ३. सौरभ सोनी, ४. अजीत सिंह, ५. वंशज शर्मा, ६. मानिक शर्मा, ७. गौरव जोशी, ८. कृष्ण कुमार यादव, ९. यशपाल यादव, १०. आनंद प्रकाश उर्फ आनंद शर्मा, ११. अधिराज जौहरी सहित अन्य खिलाड़ियों का नाम गिनाते हुए कहा कि बीसीए के वर्तमान पदाधिकारीयों से जरा पूछिए कि ये सभी खिलाड़ी किस जिले के मूल निवासी हैं और किस आधार पर इन सभी चयन हुआ है।

अगर हम बात करें वैभव सुर्यवंशी का तो मुझे मीडिया खबरों के माध्यम से पता चला कि ये खिलाड़ी 12 वर्ष 284 दिन के उम्र में ही रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने का कीर्तिमान स्थापित किया है जिसका एक आधार कार्ड भी सोशल मीडिया पर वायरल है। जबकि बीसीसीआई के वेबसाइट पर और संविधान में यह बात प्रमुखता से जिक्र किया गया है कि 14 साल से कम उम्र के खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन बीसीसीआई नहीं करता है। तो यह कैसे संभव हुआ कि 12 साल 284 दिन का यह खिलाड़ी एक वर्ष में अंडर -19 , अंडर -23 सहित रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया।

बीसीसीआई सचिव इन तमाम मामलों का निष्पक्ष जांच कराएं और दोषी पाए जाने पर खिलाड़ियों पर नहीं बल्कि इस गोरखधंधे में शामिल सभी बीसीए पदाधिकारियों पर आजीवन प्रतिबंध लगाएं।नहीं तो यह माना जायेगा कि बीसीसीआई के संरक्षण में हीं एक गिरोह के द्वारा इस प्रकार के गोरखधंधा को अंजाम दिया जा रहा है।

क्योंकि बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी और इनके गिरोह में शामिल कौशल किशोर तिवारी सहित अन्य लोगों के द्वारा चयन प्रक्रिया में धांधली, पैसे की लेन- देन कर बाहरी खिलाड़ियों को फर्जी दस्तावेज बनाकर बिहार टीम में शामिल करने का एक रैकेट चलाया जा रहा है । जिसकी सूचना बीसीसीआई को कई बार दी जा चुकी है और जब-जब भ्रष्टाचार के खिलाफ बुलंद आवाज उठती है तब बीसीसीआई इस मामले को दबाने के लिए कभी देवाजीत सैकिया तो कभी अभय कुर्विला के रूप में अपना एक मुखौटा भेजने का काम करते आया है और ना जाने क्या डील होती है कि सारे मामले को पुनः ठंडे बस्ते में डालकर पुरा सीजन का पार- घाट लगाने का जिम्मा उठा लेती है।

बीसीसीआई सचिव महोदय से मैं पूछना चाहता हूं कि क्या आपके अध्यक्ष रोजर बिन्नी साहब को आपको सचिव पद से हटाने का अधिकार है? क्या क्रिकेटिंग गतिविधि को संचालित करने का अधिकार आपको है अथवा बीसीसीआई अध्यक्ष को ? तो बिहार क्रिकेट संघ में ऐसा भेदभाव क्यों ?
जिस प्रकार से आज बिहार क्रिकेट संघ में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है और इस भ्रष्टाचार में संलिप्त लोग जिस प्रकार से बीसीसीआई सचिव महोदय का नाम से लोगों को आज तक दिभ्रमित करने में सफल रहे है और बीसीसीआई कि ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई जिससे आमजन को यह महसूस होने लगा है कि भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों को बीसीसीआई का संरक्षण प्राप्त है।
इसलिए लोगों की इस मिथ्या को तोड़ने के लिए अब बीसीसीआई अध्यक्ष व सचिव महोदय सहित अन्य पदाधिकारियों को आगे आकर भ्रष्टाचार में संलिप्त बीसीए पदाधिकारीयों पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग बिहारी क्रिकेटर्स एसोसिएशन करता है।

आज देश के सबसे बड़ी राजनैतिक राष्ट्रवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और बिहार के विकास पुरुष लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी सहित समस्त सम्मानित मीडिया हाउस से क्रिकेटर्स एसोसिएशन यह गुहार लगाती है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में जो गोरखधंधा चल रहा है और इसमें जो लोग संलिप्त हैं उन पर त्वरित कार्रवाई कर बिहार के प्रतिभावान खिलाड़ियों को वास्तविक अधिकार और न्याय दिलाने के लिए आगे आएं।

क्योंकि खुलेआम भ्रष्टाचारी चल रहा अपना खेल, और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले खिलाड़ियों को लेना पड़ रहा है कोर्ट से वेल।
क्रिकेट खेल में फैली व्याप्त भ्रष्टाचार में संलिप्त बीसीए पदाधिकारियों को, दलालों को, बाहरी खिलाड़ियों को और इस गोरखधंधे को बल देने वाले अभिभावकों को बिहारी क्रिकेटर्स एसोसिएशन की यह चेतावनी है कि अब केवल और केवल बिहारी खिलाड़ियों कि प्रतिभा बनेगा, चयन का एकमात्र विकल्प …

क्योंकि बारी – बारी से इस भ्रष्टाचार में संलिप्त बीसीए पदाधिकारियों की पर्चा खुलेगा जिसकी पुरी तैयारी कर ली गई है। बिहारी क्रिकेटर्स एसोसिएशन आगे सभी राजनैतिक दलों के शीर्ष नेतृत्व से, सभी क्षेत्रीय व भारतीय पूर्व क्रिकेटरों से संपर्क स्थापित कर खेल में फैली भ्रष्टाचार के खिलाफ मदद की गुहार लगाएगी।

Related Articles

error: Content is protected !!