Home Bihar फ़र्जी जिला सचिव मनोज कुमार बीसीए मे बनना चाहते थे क्रिकेट जीएम:इमरान अख्तर(सचिव जमुई)

फ़र्जी जिला सचिव मनोज कुमार बीसीए मे बनना चाहते थे क्रिकेट जीएम:इमरान अख्तर(सचिव जमुई)

by Khelbihar.com
  • बच्चे पर सवाल खड़ा कर मानसिक दिवालियापन के शिकार हैं मनोज
  • -बेचारे जिला में फर्जी तरीके से बने थे सचिव

खेलबिहार न्यूज़

जमुई 06 जुलाई: मनोज कुमार का बयान आने पर जमुई जिला क्रिकेट संघ के सचिव इमरान अख्तर खान ने पलटवार किया है।

उन्होंने प्रेस बयान जारी कर कहा कि अपने आप को महात्मा बताने वाले मुजफ्फरपुर के फर्जी सचिव मनोज कुमार आज अपने बयान से अपनी औकात बता दी। आज दिए गए बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि वे मानसिक दिवालियापन के शिकार हो गए हैं। बेचारे बीसीए के जीएम क्रिकेट बनना चाहते हैं।

लेकिन सपना पूरा नहीं हो सका इसलिए पूरी तरह से सनक गए हैं। उन्हें कंफिलिक्ट ऑफ इंटरेस्ट की पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए तब बातें रखनी चाहिए। कहते हैं अंपायर हैं और कंफिलिक्ट आफ इंटरेस्ट का मतलब भी नहीं समझते हैं। जमुई के एक बच्चा पर सवाल करना उनके बुते की नहीं है।

पूरा बिहार जानता है कि कनिष्क एक बेहतर खिलाड़ी है। वह पिछले चार साल से अंडर-16 में बिहार की ओर से बेहतर परफार्मेस कर रहा है साउथ जोन में भी उसका चयन हुआ था।वहां भी उसने बिहार की ओर से सेकेंड हाईयेस्ट स्कोर किया था। उस बच्चे का चयन तो एनसीए में भी हुआ था। तो क्या उसका चयन भी फर्जी सचिव मनोज कुमार ही करवाये थे।

जरा इसका जबाव दें? वर्तमान सीरीज में भी उसने जब बिहार पिछड़ रहा था तो ऊर्जा स्टेडियम में सर्वाधिक 62 रन बनाए थे बीसीसीआई के चयनकर्ताओं ने भी अंडर-19 की फाइनल 33 की लिस्ट में कनिष्क का नाम रखा है।

अगर थोड़ा दिमाग है तो उस लिस्ट को निकालकर देख लें। उसपर क्यों नहीं सवाल उठाते हैं जिसमें बिना लिस्ट के ही नाम भेज दिया गया था।अपने आप को क्रिकेटर कहने वाले मनोज कुमार चमचई में इतना आगे मत निकल जाएं कि बिहार में खिलाडी डंडा लेकर खोजे।

यह वही मनोज कुमार हैं जिन्हें यूपी के एक फर्जी टूर्नामेंट में टीम ले जाने का अवसर मिला था। साहब फर्जी टूर्नामेंट में फर्जी मैनेजर बनकर गए थे। आजकल दिमाग हिल गया है। बेतुका बयान दे रहे हैं।

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