Home Bihar सीएबी सचिव आदित्य वर्मा ने बीसीए अध्यक्ष को लिखा पत्र,

सीएबी सचिव आदित्य वर्मा ने बीसीए अध्यक्ष को लिखा पत्र,

by Khelbihar.com

पटना 6 फरवरी: क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने एक बार फिर बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश तिवारी को पत्र लिख कई विन्दुओ पर सुझाव दिए और कहा है इस पर तुरंत अमल करे ताकि बिहार में क्रिकेट की हालत सुधरे और खिलाड़ियों को मौका मिले।वर्मा ने पत्र में कुल चार विन्दुओ से बीसीए अध्यक्ष को अवगत कराया है।

वर्मा ने पत्र में लिखा है” 1. वर्तमान मे आप हमारे बिहार क्रिकेट संघ के चुने हूए अध्यक्ष है इसमे कोई भी शक नही है, लेकिन बिहार क्रिकेट के अंदर जो महौल बना हुआ है वह निंदनीय है इस बात से बीसीसीआई भी चिंतित है यह बीसीसीआई के ऐपेकस काउंसिल के मिनटस से यह पता चलता है।

2. अपने छोटे से कार्य काल मे बिहार क्रिकेट संघ के सचिव ने कुछ ऐसा कार्य किया था जो माननीय सुप्रीम कोर्ट के कमिटी ने जाते-जाते अपने अंतिम स्टेटस 11 रिपोर्ट के रूप मे सुप्रीम कोर्ट मे दाखिल कर दिया था । जिसके कारण 23.10.19 से बीसीसीआई की नई कमिटी जो सौरभ गॉगुली के अध्यक्षता मे आई उसने पहला कार्य यह किया था कि बीसीए को मिलने वाला ग्रांट राशि बंद कर दिया। मै जानता हूँ कि इसमे आपकी कोई भी गलती नही थी । भारतीय क्रिकेट टीम के चयन समिति के द्वारा विजय हजारे के लिए चुने गए टीम मे अचानक जो फेरबदल जयपुर मे कर के 6 खिलाड़ियों को जयपुर से वापस बुला कर जो किया गया था वह भारतीय क्रिकेट के इतिहास मे एक काला धब्बा बीसीए के तत्कालिन सचिव, टीम के कोच, चयनकर्ताओं के द्वारा लगा दिया गया । अध्यक्ष के नाते आपने तत्काल प्रभाव से कोई निर्णय नही लिया जबकि तत्कालिन बीसीसीआई के सीओए प्रमुख विनोद राय पैनल ने सुप्रीम कोर्ट मे इस बात की सूचना भी दे दिया था।

3. यह कोई सधारण घटना नही थी आपने 31.01.20 को बिहार क्रिकेट संघ के आरा एजीएम मे जो भी निर्णय पुरी हाउस ने लिया था देर से ही सही लेकिन सही निर्णय था

4. अध्यक्ष जी मै बिहार क्रिकेट का एक सच्चा समर्थक होने के नाते आपसे विनती कर रहा हूँ कि पहले अपने चारो ओर घिरे हुए कुछ लोगो के मनमानी पर बिहार क्रिकेट के हित के लिए रोक लगाए । बिहार क्रिकेट के 38 जिला के अंदर अनेक प्रतिभावान क्रिकेट खिलाड़ियों की भरमार है समय रहते उनके टैलेंट के लिए बीसीसीआई से बात कर अच्छे मेंटर और कोच को ला कर काम शुरू करे ।

बिहार क्रिकेट मे भी अनेक पूर्व खिलाड़ी मौजुद है जो मदद कर सकते है ।विजय हजारे के तैयारी के लिए युवा खिलाड़ियों के उपर ध्यान केन्द्रित करे आगे चल कर वही बिहार क्रिकेट के भविष्य है । मै किसी खिलाड़ी के भावना को ठेस नही पहुँचा रहा हूँ लेकिन किसी भी खिलाड़ी को एक दिन युवा अवस्था को छोड़ना पड़ता है । अंत मे इतना ही कहुगॉ कि बिहार क्रिकेट के हित के लिए आपको नए पुराने सभी परशासको से समय समय पर बिहार क्रिकेट के लिए बात करनी चाहिए ।

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