Home Bihar जो खुद फर्जी गया जिला क्रिकेट संघ है वह मुझे कैसे बर्खास्त कर सकता है:सचिव संजय कुमार सिंह

जो खुद फर्जी गया जिला क्रिकेट संघ है वह मुझे कैसे बर्खास्त कर सकता है:सचिव संजय कुमार सिंह

by Khelbihar.com

गया 20 फरवरी: बिहार क्रिकेट संघ के साथ-साथ कुछ जिले में अभी-भी दो-दो संघ कार्य मे है। बीते शुक्रवार 19 फरवरी को गया जिला क्रिकेट संघ के एसजीएम की बैठक उपाध्यक्ष रेणुका पालित के अध्यक्षता में सम्पन्न होने की ख़बर मीडिया में दी गई जिसमें गया के सचिव संजय कुमार सिंह पर कई आरोप लगाते हुए बर्खास्त करने की बात कही गई है।

खेलबिहार को गया जिला क्रिकेट संघ के सचिव संजय कुमार सिंह ने सभी आरोपों का खण्डन करते हुए बताया कि जो खुद बर्खास्त और फर्जी अध्यक्ष है वह मुझ पर आरोप लगा रहा है। ये लोग क्रिकेट और क्रिकेटरों के साक्षात शत्रु हैं।

उन्होंने कहा” जिस गिरोह को आप गया डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन समझ रहे हैं वह फ्रॉड है जहां नशेड़ीओं की एक जमात है, आज तक हम लोग ने एक महिला का अपमान ना हो इसलिए किसी तरह का कोई संज्ञान नहीं दिया लेकिन जब सर से पानी ऊपर हो जाती है तो बोलना पड़ता ही है।

जिसको बिहार क्रिकेट एसोसिएशन प्रेसिडेंट मानती है उसकी सुननी चाहिए जब गया डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के के पूर्व प्रेसिडेंट स्वर्गीय विष्णु कुमार सिंह के मौजूदा कार्यकाल में ही उन्हें उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया था उसी बीच में पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय विष्णु कुमार सिंह मौजूद थे तभी से वह संघ के विपरीत कार्य करते हुए पकड़ी गई थी जिसके कारण उनको बर्खास्त किया गया था जब पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय विष्णु कुमार सिंह आपातकाल मृत्यु हो गई तो गया डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन बिना प्रेसिडेंट और बिना वाइस प्रेसिडेंट के संघ चल रही थी।

इसी बीच में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सचिव श्री रवी शंकर प्रसाद सिंह के आदेशानुसार जोकि ऑफिशियल साइट से आदेश आने के बाद चुनाव कराया गया जिसमें संजय कुमार सिंह अध्यक्ष चुने गए और सचिव मास्टर पुष्कर को चुना गया लेकिन जब बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव हुआ तो किसी डिफॉल्ट के कारण 2017 की कमेटी को ही माना गया तो जब उनका फैसला आया कि सिर्फ और प्रेसिडेंट का चुनाव कराया जाए तब उनके फैसले को देखते हुए हम सभी संघ के लोगों ने प्रेसिडेंट का चुनाव कराया जिसमें प्रियंकर कुमार को प्रेसिडेंट चुना गया जिसको बिहार क्रिकेट एसोसिएशन मानती है । इसका सबूत आपको मैं भेज दिया हु।

(साक्ष्य के रूप में एक बीसीए का एक कागजात भेजा गया जिसमें प्रियंकर कुमार का जिक्र है अध्यक्ष गया के रूप में)

आगे उन्होंने कहा कि ” फर्जी गिरोह का फर्जी बैठक जिसमे मुझे बर्खास्त बताया जाता है तो यह क्यों नही बताया गया कि इस बैठक में एसोसिएशन के कौन-कौन सदस्य उपस्थित थे इसके अलावे कितने क्लब के सदस्य थे। बस ऐसे ही घर मे एक दो लोग बैठक कर बर्खास्त कर देता है। सचाई यही है कि वह एक फ्रॉड की गुट है।।

जहाँ तक बीसीए के ऑफिशियल वेबसाइट पर अध्यक्ष के जगह पर प्रियंकर कुमार का नाम नही अभी तक डाला गया है तो वह भी जल्द डाल दिया जाएगा।बीसीए को चुनाव के बाद प्रमाण भेज दिया गया है और बीसीए भी गया के अध्यक्ष प्रियंकर कुमार को ही मानती है।।

Related Articles

error: Content is protected !!