Home Bihar BCL के आयोजन में अगर अनियमितता हुई है तो कानूनी जांच जरूरी :आशुतोष नंदन सिंह(कोषाध्यक्ष BCA)

BCL के आयोजन में अगर अनियमितता हुई है तो कानूनी जांच जरूरी :आशुतोष नंदन सिंह(कोषाध्यक्ष BCA)

by Khelbihar.com
  • बीसीएल के आयोजन में अगर अनियमितता हुई है तो जांच जरूरी 
  • बीसीए कोषाध्यक्ष बोले आरोप लगाने वाले अनर्गल प्रलाप की जगह प्रमाण प्रस्तुत करें तो बेहतर: आशुतोष नंदन सिंह(कोषाध्यक्ष ,बिहार क्रिकेट संघ)
     

PATNA 10 जून: बिहार क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष आशुतोष नंदन सिंह ने कहा कि बीसीए की देखरेख में आयोजित बिहार क्रिकेट लीग के संदर्भ में जो आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं बगैर साक्ष्य प्रस्तुत किये उचित नहीं है । उनका भी मानना है कि अगर आयोजन में किसी भी तरीके की अनियमितता की गई है और झोल झाल है तो कानूनी स्तर पर इसकी जांच होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस आयोजन के लिए बिहार क्रिकेट संघ की ओर से संवैधानिक स्तर पर गवर्निंग काउंसिल का गठन किया गया था और काउंसिल की देखरेख में ही बीसीएल का आयोजन किया गया है । बीसीएल को बीसीसीआई से मान्यता नहीं देने और आयोजन को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने संबंधी बीसीसीआई के आदेश के सवाल पर बीसीए के कोषाध्यक्ष श्री सिंह ने बताया कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं थी।

जहां तक आयोजन का सवाल है इसके लिए बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी की ओर से बीसीसीआई से पत्राचार किए जाने की सूचना उन्हें है । गवर्निंग काउंसिल में किनको कैसे रखा गया है इस संदर्भ में भी सीओएम की बैठक में अध्यक्ष महोदय ने फैसला लिया था।

खिलाड़ियों के भुगतान पर उन्होंने बताया कि बीसीएल के प्रायोजक द्वारा बीच मझधार में हाथ खड़ा कर लेने से भुगतान का मामला अंटका है। इस संदर्भ में उन्हें ग्लानी है कि अब तक खिलाड़ियों तथा विजेता एवं उपविजेता टीम को निर्धारित राशि नहीं दी गई है । हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि जैसे बीसीए के खाते में जब राशि उपलब्ध होगा उनकी कोशिश रहेगी की खिलाड़ियों का बकाया भुगतान किया जा सके।

उन्होंने बीसीएल के आयोजन में अनियमितता , सट्टेबाजी और अवैध तरीके से गवर्निंग काउंसिल के पदों पर अमान्य लोगों को बिठाने के सवाल पर दर्ज कराई गई प्राथमिकी पर कोषाध्यक्ष ने कहा कि यह तकनीकी पक्ष है मेरा मानना है कि कहीं भी संविधान से छेड़छाड़ की गई है और इस आयोजन को अगर पैसा उगाही का माध्यम बनाया गया है तो जांच होनी चाहिए अन्यथा अनर्गल प्रलाप करना भी उचित नहीं होता है क्योंकि एक बड़े आयोजन से खिलाड़ियों को बड़ा मंच प्रदान होता है जोकि बीसीएल के माध्यम से करने की कोशिश की गई है। स्वतंत्र पत्रकार मनोज कुमार✍️

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