Home Bihar एक मामले में बीसीए लोकपाल न्यायालय में हुए हाजिर,देखे

एक मामले में बीसीए लोकपाल न्यायालय में हुए हाजिर,देखे

by Khelbihar.com
  • एकतरफा फैसले के मामले में लोकपाल न्यायालय में हुए हाजिर
  • +आग्रह पर कोर्ट ने दिया एक सप्ताह की मोहलत मांगा जबाब। :-मनोज  कुमार

पटना 29 अक्टूबर: पटना हाई कोर्ट के द्वारा लोकपाल के अवैध नियुक्ति और कार्य पर रोक संबंधी आदेश की अनदेखी करते हुए बिहार क्रिकेट संघ के एथिक ऑफिसर के द्वारा अनैतिक रूप से लोकपाल का प्रभार देकर लिये जा रहे एक तरफा फैसले के खिलाफ कटिहार जिला क्रिकेट संघ के सचिव रितेश कुमार की ओर से दायर रिट संख्या 4868 में मिले नोटिस के आलोक में शुक्रवार को एथिक ऑफिसर सह बीसीए के लोकपाल राघवेंद्र प्रसाद सिंह अधिवक्ता के माध्यम से न्यायालय में उपस्थिति दर्शाई और उक्त मामले में जवाब के लिए समय मांगा।

अधिवक्ता की ओर से किए आग्रह के आलोक में माननीय जज ने जवाब के लिए एक सप्ताह का समय मुकर्रर किया है। विदित हो कि कटिहार जिला क्रिकेट संघ के सचिव श्री कुमार ने पूर्व में बीसीए की ओर से अनैतिक रूप से बनाए गये लोकपाल नीलू अग्रवाल की नियुक्ति और अनैतिक आदेश को पटना हाईकोर्ट में चुनौती दी थी ।

उक्त मामले में सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने नियुक्ति को अवैध ठहराते हुए लोकपाल के कार्य पर रोक लगा दिया था । इस बीच बिहार क्रिकेट संघ की ओर से अंदर खाने लोकपाल पद पर नीलू अग्रवाल की जगह एथिक ऑफिसर राघवेंद्र प्रताप सिंह को दोहरा कार्यभार थमाने का काम किया गया।

जवाब में श्री सिंह ने कई अंधाधुंध फैसले सुनाएं जो न सिर्फ एक तरफा थे बल्कि बीसीए के हुक्मरानों के मनमाफिक थे। ऐसे में कटिहार जिला क्रिकेट संघ के सचिव श्री कुमार ने पुनः लोकपाल के अनैतिक नियुक्ति से लेकर फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी ।

यहां उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी इसी मामले में लोकपाल बनाई गई नीलू अग्रवाल को कोर्ट ने पार्टी बनाया था लेकिन श्रीमती अग्रवाल ने इस मामले में कोर्ट में हाजिर होना मुनासिब नहीं माना। अगर विधिक क्षेत्र की माने तो शायद ही कोई जज ऐसे मामलों में न्यायालय में हाजिरी लगाना पसंद करते हैं । लेकिन राघवेंद्र प्रताप सिंह ने इस मामले में न्यायालय में उपस्थित होकर एक नया बहस छेड़ दिया है।(स्वत्रंता पत्रकार मनोज कुमार की कलम से)

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