Home बिहार क्रिकेट बिहार की बेटी स्मृति सिंह ने पास की बीसीसीआई द्वारा आयोजित लेबल ए कोच की परीक्षा,बधाई

बिहार की बेटी स्मृति सिंह ने पास की बीसीसीआई द्वारा आयोजित लेबल ए कोच की परीक्षा,बधाई

by Khelbihar.com

Khelbihar.com

Patna: बिहार की एक ऐसी बेटी जो बिहार का नाम देश भर में रौशन कर रही है, बिहार की रहने वाली स्मृति सिंह ने बीसीसीआई द्वारा आयोजित लेबल ए कोच की परीक्षा पास कर ली है और उन्होंने लेबल बी के लिए क्वालिफाई कर लिया है। स्मृति सिंह गुजरात अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम की कोच हैं और बहुत दिनों से गुजरात में क्रिकेट की गतिविधियों में लगी हुई हैं।

गुजरात में बीसीसीआई द्वारा आयोजित परीक्षा में कुल 32 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसमें 14 ने लेबल बी के लिए उत्तीर्णता हासिल की। इन 32 प्रतिभागियों में छह महिलाएं भी थीं जिसमें केवल स्मृति सिंह ही लेबल बी के लिए क्वालिफाई कर पाईं।स्मृति सिंह की इस उपलब्धि पर अंतरराष्ट्रीय कोच अधिकारी मदन मोहन प्रसाद, सुनील रोहित, वरीय क्रिकेटर अरुण कुमार सिंह, वाईएमसीसी क्लब के अध्यक्ष रहबर आबदीन, सौरभ चक्रवर्ती, पवन कुमार सिंह, डॉ मुकेश कुमार सिंह, अंतररराष्ट्रीय बेसवॉल प्लेयर रुपक कुमार, जनारवी राय समेत कई दिग्गजों ने बधाई दी है।

स्मृति सिंह को क्रिकेट से लगाव बचपन से ही था। उन्होंने आठ साल की उम्र में क्रिकेट का बल्ला थामा। घर में क्रिकेट का माहौल था। मामा अरुण कुमार सिंह (पीडीसीए) को खेलते देख कर क्रिकेट खेलना सीखा। गलियों में लड़कों के साथ बचपन में क्रिकेट खेल कर बड़ी हुई। दस साल तक बिहार में क्रिकेट खेला।

स्मृति ने पहला टूर्नामेंट बिहार के लिए खेला और दूसरे टूर्नामेंट में टीम की उपकप्तानी मिल गई। पहले सबजूनियर, जूनियर, सीनियर और फिर ईस्ट जोन खेला। बिहार की ओर पहला शतक जड़ने वाली महिला खिलाड़ी बनी। बिहार टीम और पूर्वी क्षेत्र की कप्तानी की। कैरियर में तीन शतक और उन्नीस अर्धशतक लगाए।

2000 में झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से खेलने का मौका मिला। दो साल झारखंड स्टेट से खेलने के बाद पारिवारिक दायित्वों के कारण क्रिकेट खेलने को अलविदा कह दिया पर जुड़ी रहीं। उसी साल झारखंड स्टेट टीम की कोच बन गई। शादी की वजह से कुछ सालों के लिए क्रिकेट से ब्रेक लिया। 2007 में झारखंड सीनियर क्रिकेट टीम का सेलेक्टर नियुक्त किया गया। शादी के बाद में गुजरात चली गईं और वहां भी क्रिकेट से नाता जुड़ा रहा।

Related Articles

error: Content is protected !!