.इथिक ऑफिसर ने बीसीए सचिव को कंफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के मामले से मुक्त किया
खेलबिहार न्यूज़
पटना 24 मई : बिहार क्रिकेट संघ के इथिक ऑफिसर बीके जैन ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव संजय कुमार के खिलाफ मनोज कुमार शुक्ला द्वारा किये गए शिकायत पत्र को खारिज करते हुए मामले का निपटारा कर दिया।
मनोज शुक्ला ने 3 मार्च 2020 को बीसीए के इथिक ऑफिसर के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराया था। मनोज शुक्ला ने सचिव संजय कुमार के खिलाफ के खिलाफ आवेदन दर्ज कराते हुए कहा था कि संजय कुमार ने अपने सचिव पद का दुरुपयोग कर अपने लड़के शिवम् संजय कुमार का चयन बिहार के सीनीयर टीम के लिए किया है. इसके चलते हितों के टकराव का मामला संजय कुमार के खिलाफ बनता है
संजय कुमार ने अपने जवाब में कहा की 29 सितम्बर 2019 को हुए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में उन्हें निर्विरोध जीत मिली थी. संजय कुमार ने मनोज शुक्ला के द्वारा लगाये गए आरोपों के जवाब में इथिक ऑफिसर को कहा की मेरा लड़का शिवम एस कुमार विगत दो वर्षो से बिहार किकेट एसोसिएशन से निबंधित है, और बिहार टीम का प्रतिनिधित्व कर रहा है. जवाब में संजय कुमार ने कहा की किसी भी आयु वर्ग के लिए टीम चयन की जिम्मेवारी चयन समिति की होती है, जबकि चयन समिति की नियुक्ति वार्षिक आम सभा में की जाती है.
संजय कुमार ने कहा की उनका लड़का एक पेशेवर खिलाडी है, और उसका चयन पूर्व की कमेटी के समय में हीं सत्र 2019 -20 के लिए बिहार टीम के संभावितो में की गयी थी. संजय कुमार ने कहा की चयन प्रक्रिया चयन समिति की देख रेख में संपन्न होती है और इस प्रक्रिया में सचिव की कोई भूमिका नहीं होती है. संजय कुमार ने अपने जवाब में शिवम एस कुमार के इस वर्ष के प्रदर्शन का उल्लेख भी किया है. इस मामले में दोनों पक्षों के द्वारा इथिक ऑफिसर के यहाँ निर्धारित तिथि पर अपना अपना पक्ष रखा गया.
इस मामले में इथिक ऑफिसर ने अपने न्याय निर्णय मे कहा है कि बिहार क्रिकेट संघ के संबिधान के नियम 42 (v) के उपनियम (1) (2) एवं 42 (5) के तहत श्री संजय कुमार, सचिव, बिहार क्रिकेट संघ के ऊपर कोई कंफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट का मामला नहीं बनता है | इथिक ऑफिसर ने यह भी कहा है कि सचिव के पुत्र का बिहार टीम मे चयन उनके योग्यता पर किया गया है, जो उन्होंने प्रदशन से साबित किया है | माननीय एथिक्स ऑफिसर ने यह भी कहा है कि बिहार क्रिकेट संघ के संविधान के अनुसार, चयनकर्ताओं की नियुक्ति आम सभा के द्वारा किया जाता है न कि सिर्फ सचिव के द्वारा |
इथिक ऑफिसर ने अपने आदेश में बीसीए के नियम के आलोक में हितों के टकराव के मुद्दे पर संजय कुमार को मुक्त करते हुए मनोज शुक्ला के द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया।(इसकी जानकारी खेलबिहार को सचिव ने ईमेल से दी)