Home Bihar बिहार के खिलाड़ियों व पदाधिकारी ने मनाया योग दिवस।

बिहार के खिलाड़ियों व पदाधिकारी ने मनाया योग दिवस।

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना, 21 जून 2020; अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर खेल से जुड़े खिलाड़ियों व पदाधिकारी ने योग दिवस अपने-अपने अंदाज में घर मे रहकर ही मनाया है, पटना के इंटरनेशनल बेसबॉल ख़िलाडी रूपक,अमन,खुशबू तथा बिहार के अलग -अलग खेल से जुड़े खिलाड़ियों ने योग दिवस को घर मे रहकर मनाया।

ओहि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के मीडिया कमेटी के संयोजक, पूर्व क्रिकेटर व समाजसेवी कृष्णा पटेल ने विश्व योग दिवस पर अपनी बयान जारी करते हुए कहा कि मैं सबसे पहले बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सभी सम्मानित पदाधिकारीगण , सभी जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारीगण व बिहार के क्रिकेट खिलाड़ियों सहित तमाम देशवासियों को विश्व योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूं और आग्रह करता हूं कि समस्त देशवासी अपने जीवन शैली में योग को शामिल करें और
मेरा यह मानना है कि “अपनाएं योग और रहें निरोग “


विशेष रुप से मैं देश के युवा कर्णधारों और खिलाड़ियों से विनम्र निवेदन करता हूं कि हम लोगों को अपने दिनचर्या में योग को निश्चित रूप से शामिल करना चाहिए। वैसे तो योग हर आयु वर्ग के लिए अतिआवश्यक है और वृद्धजनों के लिए इसकी महत्ता और बढ़ जाती है।
क्योंकि योग एक ऐसी दिव्य शक्ति का स्वरूप है जिसको अपने जीवन में शामिल कर शारीरिक और मानसिक विकारों सहित अन्यान्य रोगों से अपने-आपको निरोग रख सकते हैं।
वर्तमान समय में कोरोना वायरस जैसे जानलेवा वैश्विक महामारी से बचाव व उससे निपटने में भी यह कारगर साबित हो सकता है।


जिसका जिक्र कई प्रतिष्ठित समाचार चैनलों व पत्र-पत्रिकाओं में भी प्रकाशित की जा चुकी है।
खासकर बिहारी खिलाड़ियों को कर्मयोगी की तरह योग को अपने से जोड़ कर रखना चाहिए।
क्योंकि योग की साधना से खिलाड़ी अपने- आपको शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत कर आत्म बल प्राप्त कर इस दिव्य शक्ति से खिलाड़ी तनाव से मुक्त, एकाग्रता, आध्यात्मिक व मनोवैज्ञानिक बल प्राप्त कर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

फिलहाल वैश्विक महामारी के कारण हुए लॉक डाउन और अब मानसून के कारण खिलाड़ियों का अभ्यास जो बाधित हुआ है और हो रहा है। उसमें योग सबसे अधिक कारगर है और खिलाड़ियों को योग कर इसकी भरपाई करनी चाहिए। योग के माध्यम से आप अपने आपको ऊर्जावान रखते हुए मानसिक अभ्यास निश्चित रूप से कर सकते हैं। जो भविष्य के लिए लाभकारी होगा।


योग ज्ञान, कर्म और भक्ति का आदर्श मिश्रण है जो हमारे ऋषि-मुनियों की देन है। योग और प्राणायाम हमारे भारतीय संस्कृति और मानव जीवन शैली का प्राण तत्व हैं ।
इसलिए खिलाड़ियों को विशेषकर ताड़ासन, वृक्षासन, अनुलोम- विलोम, अधोमुख स्वनासन आसन, कपालभाति, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, सेतुबंधासन, हलासन, पादांगुष्ठाशन, उत्तानपादासन, नौकासन, शवासन आदि योगासन को नित्य निरंतर अपने दिनचर्या में शामिल कर इसका पूरा- पूरा लाभ उठाना चाहिए।
क्योंकि योग दिव्य शक्तियों का ऐसा स्वरूप है जिसके समक्ष सामान्य बीमारियां तो कोसों दूर हो जाती है जबकि जटिल और गंभीर बीमारी होने की संभावनाएं भी 80% तक समाप्त हो जाती है। इसीलिए मानव प्राणियों को शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग एक वरदान है ।

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