Home Bihar धोनी ने अपना पहला प्रोफेशनल मैच बिहार U-19 टीम के लिए 17 साल में खेला था,देखे पूरी कहानी

धोनी ने अपना पहला प्रोफेशनल मैच बिहार U-19 टीम के लिए 17 साल में खेला था,देखे पूरी कहानी

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 07 जुलाई: आज भारत के सबसे सफल कप्तान एमएस धोनी का 39वीं जन्म दिन है जाने बिहार से जुड़े महेंद्र सिंह धोनी की ख़ास कहानी।

भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 7 जुलाई 1981 को रांची में जन्मे थे। बेहद संघर्ष करने के बाद उन्होंने टीम इंडिया में जगह बनाई और फिर भारत के सबसे सफलतम कप्तान बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया।

हर खिलाड़ी अपने करियर की शुरुआत कहीं ना कहीं से करता है और धौनी ने अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत बिहार अंडर 19 टीम के लिए साल 1998-99 में कूच बेहर ट्रॉफी के जरिए की थी। जेंटलमैन गेम क्रिकेट में ये उनका पहला प्रोफेशनल डेब्यू मैच था जो उन्होंने बंगाल अंडर 19 टीम के खिलाफ खेला था। 

कूच बेहर ट्रॉफी में खेलने के पहले उन्होंने सिर्फ स्कूल क्रिकेट टीम या फिर क्लब क्रिकेट टीमों के लिए ही खेला था। देवल सहाय जो कि पूर्व सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिडेट के निदेशक और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष थे

बंगाल के खिलाफ पहले ही मैच में धौनी को विकेटकीपिंग का मौका मिला क्योंकि बिहार की टीम की पहले फील्डिंग आई थी और टीम के कप्तान सुमित पांडा थे। 17 साल के धौनी ने इस पारी में सिर्फ एक कैच पकड़ा था और बंगाल की टीम ने 266 रन पर अपनी पारी घोषित कर दी थी। 

बिहार और बंगाल के बीच ये मैच जमशेदपुर में खेला गया था और बिहार के शुरुआती तीन विकेट जल्दी गिर गए थे। बिहार टीम के चौथे नंबर के बल्लेबाज ए हाशमी ने 55 रन की पारी खेली थी और इसके बाद छठे नंबर पर आए धौनी ने 66 गेंदों पर 33 रन बनाए थे। पांचवें नंबर के बल्लेबाज आदित्य उपाध्याय डक पर आउट हो गए थे। इस मैच में बिहार ने 8 विकेट पर 142 रन बनाए थे। इस मैच में सिर्फ धौनी ही अकेले बल्लेबाज थे जिन्होंने एक मात्र छक्का लगाया था। 

इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान धौनी ने 5 मैच की 7 पारियों में बंगाल, असम, सिक्किम, त्रिपुरा और उड़ीसा के खिलाफ कुल 185 रन बनाए थे जिसमें एक अर्धशतक मौजूद था।

वहीं अगले सीजन यानी 1999-2000 के लिए वो बिहार की अंडर 19 टीम में सेलेक्ट हुए और इस बार ये टीम कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी। इस मैच में धौनी ने 84 रन की पारी खेली थी, लेकिन उनकी पारी पर युवराज सिंह ने 358 रन बनाकर पारी फेर दिया।भारतीय टीम में धौनी की एंट्री थोड़ी लेट हुई, लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिभा के जरिए जो कुछ किया उसे पूरी दुनिया ने देखा। 

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