Home Bihar cricket association News, बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के कामकाज को लेकर जिला संघो द्वारा विरोध शुरू,देखे ख़बर

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के कामकाज को लेकर जिला संघो द्वारा विरोध शुरू,देखे ख़बर

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 24 अगस्त: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यो को लेकर तो लगातार सवाल उठते ही रहते है लेकिन अभी -अभी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन व्हाट्सएप ग्रुप्स के मैसेज सोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे जिला संघ के पदाधिकारियों द्वारा बीसीए के कामकाज करने के तरीकों को लेकर साफ साफ विरोध जताया है।

यह वायरल व्हाट्सएप मैसेज खेलबिहार के सूत्रों को मिली है जिसने बताया है कि अब बीसीए के जिला संघ के पदाधिकारियों द्वारा भी विरोध शुरू हो गया है जिसमे कहा जा रहा है कि जिला संघ अंधा नही है सभी बीसीए के कार्य को देख रही है और इसका मैं विरोध भी करता हूं और ऐसे कामों को देख जिला संघ बैठी नही रहेगी?

सूत्रों से प्राप्त ग्रुप में वायरल मैसेजेस जो इस प्रकार से है :-

जिला संघ पदाधिकारी: मैं बिहार क्रिकेट संघ के सभी सम्मानित सदस्यों के समक्ष अपनी कुछ बातें रखना चाहता हूं। कृपया कर बहुत ही ध्यान पूर्वक मेरे इस पोस्ट को पढ़ेंगे और विश्लेषण करेंगे।अभी-अभी मैंने देखा कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन डॉट कॉम के वेबसाइट पर निम्नलिखित पदों के लिए विज्ञापन की खबर प्रसारित की गई है। इस विज्ञापन को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार क्रिकेट संघ के कार्यकारिणी सदस्यों ने बिहार क्रिकेट संघ का संविधान को पढ़ा नहीं है या पढ़ा भी है तो इसे अनदेखा कर दिया है या यूं कहें संविधान को सिर्फ बोलने और देखने के लिए बनाया गया है। क्या कोई भी कार्यकारिणी या सदस्य संविधान से बढ़कर है? कृपया कर मुझे बताने का कष्ट करें।

वायरल तसवीर

सर्वप्रथम इन लोगों ने अंडर 23 को भी मेंस सीनियर सिलेक्शन कमिटी के अंदर रख दिया है जोकि संविधान विरोधी है। सपोर्ट स्टाफ की नियुक्ति संविधान के अनुसार सिर्फ सिलेक्शन कमिटी ही कर सकती है। सिलेक्शन कमिटी का अपॉइंटमेंट वार्षिक आम सभा बैठक से होता है। इस तरह का विज्ञापन निकालकर आप लोग डायरेक्ट सिलेक्शन में दखल दे रहे हैं जोकि कमफिलीट ऑफ इंटरेस्ट के श्रेणी में आता है। चुकी यह क्रिकेटिंग मैटर है तो कम से कम इसमें जीएम क्रिकेट ऑपरेशन का सुझाव लेना चाहिए जो कि शायद नहीं लिया गया है, क्योंकि जहां तक मैं जीएम क्रिकेट ऑपरेशन प्रोफेसर सुबीर चंद्र मिश्रा को जानता हूं वह ऐसा निर्णय कभी नहीं लेते अगर यह विज्ञापन उनके हस्ताक्षर से निकला है तो मैं जीएम क्रिकेट ऑपरेशन का पुरजोर विरोध करता हूं। अगर जीएम क्रिकेट ऑपरेशन का सुझाव नहीं लिया गया तो फिर जीएम क्रिकेट ऑपरेशन के साथ इतने सारे कमेटियों का गठन करने का क्या फायदा? जिस पद के लिए विज्ञापन निकालना चाहिए था उस पद पर सीओ से लेकर चपरासी तक का अपॉइंटमेंट कर दिया गया और आगे भी हो रहा है।

अगर आपने विभिन्न कमेटियां बनाई हैं तो स्वतंत्र रूप से उस कमेटी को संविधान अनुसार अपना कार्य करने दिया जाए उनके कार्य क्षेत्र में हस्तक्षेप न किया जाए । 26 जून 2020 को हुए आम सभा बैठक में मैंने कमेटी ऑफ मैनेजमेंट से पूछा था कि क्या नए सीओ की बहाली होगी तो अध्यक्ष महोदय ने कहां था कि नहीं अभी यही सीओ से काम करवाना है तो फिर अचानक यह नए सीईओ किसने अप्वॉइंट कर लिया? सभी पोस्ट पर आप ही के लोग क्यों बैठेंगे कोसी क्षेत्र या किसी और जोन से सीओ क्यों नहीं बनेगा?

जब सारे कार्य आप लोगों को ही करने हैं तो इतने सारे कमेटियों को क्यों बनाया गया मेरे ख्याल से इन सारे कमेटियों को भंग कर देना चाहिए और आप लोगों को सारे कार्य खुद करने चाहिए। खिलाड़ी भी आप खुद बनिए, सिलेक्टर भी आप खुद बनिए, कोच भी आप खुद बनिए, सीओ भी आप ही बन जाइए, जी हम भी आप बन जाइए बीसीए के किसी न किसी पद पर तो है ही खिलाड़ी भी बन ही जाइए।

वायरल मैसेज

सुना था कि सर्च एंड स्क्रीनिंग कमेटी बनी थी परंतु आज तक ना वेबसाइट पर और ना ही किसी सदस्य को कोई रिपोर्ट दिया गया है। जब यही सब कार्य करने थे, वन मैन शो करना था तो भूतपूर्व सचिव के विरुद्ध में हम लोगों ने लड़ाइयां क्यों लड़ी? बीसीए के पुराने कमेटी और आज की कमेटी के कार्यकलापों में फिर फर्क क्या रहा? अगर यही स्थिति रही तो बिहार क्रिकेट संघ को गर्क में जाने से कोई नहीं रोक सकता। हम लोगों ने नवनिर्वाचित कमेटी के साथ कदम से कदम मिलाकर साथ चलने का निर्णय इसलिए भी दिया था की बिहार क्रिकेट संघ एक परिवार की तरह रहे एक दूसरे से सामंजस्य स्थापित कर ईमानदारी पूर्वक बिहार के क्रिकेट एवं क्रिकेटरों का भविष्य उज्जवल कर सके।

परंतु विगत कुछ महीनों से मैं यह देख रहा हूं की लगातार बिहार क्रिकेट संघ के कुछ पदाधिकारी मनमौजी तरीके से अनाप-शनाप कमेटियों का निर्माण कर रहे हैं। मैं बिहार क्रिकेट संघ के संविधान के विरुद्ध किए गए सारे कार्यों का पुरजोर विरोध करता हूं। इस विज्ञापन ने यह साबित कर दिया है कि भले समय कुछ भी हो सदस्य कोई भी हो परंतु जो व्यक्ति बीसीए के पद पर बैठेंगे वह अपनी मनमानी करते रहेंगे ।

सर जिला संघ बीसीए के पदाधिकारियों का सम्मान करता है इसलिए आपके द्वारा किए हुए कुछ कार्यों को नजरअंदाज करता है इसका मतलब यह नहीं के जिला संघ अंधा और बहरा है और डरा हुआ है। मैं बिहार क्रिकेट संघ के सभी सम्मानित सदस्यों से जानना चाहता हूं कि क्या बिहार क्रिकेट संघ पूर्व में भी और वर्तमान में भी इसी तरह कार्य करती रहेगी क्या? और हम जिला के सदस्य मुक दर्शक बने रहेंगे? संविधान के विरुद्ध किसी भी कार्य को जिला संघ द्वारा बर्दाश्त नहीं करना चाहिए और इसके विरुद्ध आवाज उठनी चाहिए।

हालांकि खेलबिहार इस वायरल मैसेज की सही होने की पुष्टि नही करता है?

Related Articles

error: Content is protected !!