Home Bihar क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव ने एक-बार फिर बीसीसीआई को लिखा पत्र।

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव ने एक-बार फिर बीसीसीआई को लिखा पत्र।

by Khelbihar.com

पटना 14 नवंबर: सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने बीसीसीआई को सुचित कर आग्रह किया है कि जल्द से जल्द बिहार क्रिकेट टीम के जूनियर सिनियर पुरूष महिला खिलाड़ियों का मैच फी का भुगतान किया जाए । सीएबी के द्वारा भेजे पत्र की कॉपी खेलबिहार न्यूज़ के पास उपलब्ध है।।

उन्होंने ने पत्र में लिखा है कि ” बीसीए के अध्यक्ष के इशारे पर जिस प्रकार कार्यकारी सचिव ने बीसीसीआई के जीएम सबा करीम को मेल भेज कर 5 खिलाड़ियों के मैच फी रोकने के लिए कहा है उसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है खास कर एक खिलाड़ी परमजीत सिंह के बारे मे पता चला है कि हाल मे ही उसके पिता जी का देहांत हो गया है।।

दो खिलाड़ी का मामला लोकपाल के यहॉ लंबीत है, दो खिलाड़ी को जिला क्रिकेट संघ के द्वारा निलम्बित कहा गया है एक खिलाड़ी जो मेरा लखन राजा सबके ऑखो का कांटा है उसके बारे मे बीसीए के ट्रेनर ने कोच को शिकायत किया था कि मन नही लगाता है । सारे आरोप निराधार है ।

कोच तो खुद जयपुर मे पता नही बीसीसीआई के नेशनल चयनकर्ता के द्वारा चुने हूए टीम से जयपुर मे बीच मे चल रहे विजय हजारे के मैच से वापस भेज के 6 नए खिलाड़ियों को पटना से रातो रात बुला कर टीम के साथ जोर दिया था ।

आज भी बीसीसीआई मे जॉच के लिए मामला लंबित है । सबा करीम को बीसीसीआई अपने पद पर से मुक्त कर दिया है नोटीस पीरियड मे 31.12.20 तक बीसीसीआई मे वगैर काम के है। मै बीसीसीआई के पदाधिकारीयों से बिहार के क्रिकेटरो के मैच फी को रोकने हेतु भेजे गए मेल पर न्याय की बात कहा है उनके कहने पर ही मैने यह मेल 11.11.20 को भेज दिया था आज मिडीया बंधुओ को रिलीज कर रहे है ।

बीसीए के अवनैतिक सचिव के मेल पर बीसीसीआई के अधिकारी ठहाका लगाते हुए बोले कि कम से कम पत्र तो शुद्ध लिखे ।Uphold का मतलब होता है मत रोके होल्ड का मतलब होता है रोके, ।मै बिहार क्रिकेट संघ के दोनो गुट को कह रहा हूँ कि पहले अपने अपने गिरेहबान मे झॉक लो चिंतन करो फिर बोलो कि बिहार के क्रिकेटरो का टीए डीए मैच फी का भुगतान क्यो नही हुआ है।।

अपने अपने लालच मे बिहार क्रिकेट को दुबारा गर्त मे ले जाने के मामले मे दोनो ग्रूप दोषी है । मै अपने लिए कोई चिंता नही करता हूँ।अफसोस तो जरूर होता है कि 2002 से बिहार क्रिकेट के लिए कभी झारखंड कभी बीसीसीआई से लड़ने का काम किया है । क्या पाया है क्या खोया है दिल जानता है।

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