Home Bihar बीसीए पर कैम्प को लेकर लगा खिलाड़ियों से साढे 4.5 करोड़ की वसूली का आरोप:मनोज कुमार

बीसीए पर कैम्प को लेकर लगा खिलाड़ियों से साढे 4.5 करोड़ की वसूली का आरोप:मनोज कुमार

by Khelbihar.com
  • कैंप और ट्रायल के नाम पर बीसीए पर खिलाड़ियों से साढे चार करोड़ की वसूली का आरोप
  • कैंप के नाम पर लोकल से दो और बाहरी खिलाड़ियों से दस लाख का चंदा लिया जा रहा
  • जिला से जोड़ कर फर्जी कागजों पर प्रतिनिधित्व देने की है तैयारी
    रिपोर्ट: मनोज कुमार(स्वत्रंत पत्रकार, मुजफ्फरपुर)

पटना 25 अगस्त: बिहार क्रिकेट संघ की ओर से अंडर-19 आयु वर्ग में चयनित खिलाड़ियों का कैंप सारण जिला क्रिकेट संघ की मेजबानी में लगाए जा रहे हैं।बीसीए के बाजार में यह खबर भी गर्म है कि इस आयु वर्ग में बिहार की जगह दिल्ली और हरियाणा समेत अन्य राज्यों के खिलाड़ियों को मोटी रकम चुकाने के आधार पर कैंप में शामिल किया जा रहा है ।

और बातों ही बातों में इस बात का खुलासा भी हो गया जब नवादा जिले ने बीसीए के इस घिनौने करतूत में शामिल लोगों को अंगूठा दिखाया और बाहरी खिलाड़ियों को अपने घर में पोसने से इनकार कर दिया है ।

बीसीए सूत्रों के अनुसार अंडर-19 आयु वर्ग में पहले सारण में आयोजित होने वाले कंडिशनिंग कैंप में कुल 40 खिलाड़ियों को शामिल करने का निर्णय लिया गया था जो बाजारवाद के दायरे में आते ही 50 की संख्या में तब्दील हो गई । मजा तब आया जब इस अभियान में पैसा पानी की तरह बरसने लगा और दिल्ली हरियाणा समेत अन्य राज्यों से मिले लाखों की बारिश ने अंततः कंडीशनिंग कैंप में शामिल होने वाले खिलाड़ियों की संख्या 60 तक पहुंचा दी है।

संभव है यह संख्या अभी और बरसे क्योंकि बिहार क्रिकेट संघ में इन दिनों प्रतिभा की जगह पैसे ने ले रखा है और बिकाऊ बीसीए एन केन प्रकारेण पैसे की उगाही में लगी है ।इससे पहले बीसीएल उसका जीवंत हस्ताक्षर बन चुका है।

सूत्रों की माने तो खिलाड़ी के खरीद अभियान में बिहार क्रिकेट संघ के आला पदाधिकारी तो शामिल हैं ही । खेल संचालन करने वाली एक कंपनी भी बतौर दलाल शामिल है जो बाहरी राज्यों के खिलाड़ियों का हवाला कर बीसीए से जोड़ने का काम कर रही है । इस अभियान के तहत बाहरी राज्यों से पैसे के बूते लाए गए खिलाड़ियों का बंटवारा जिला बार किया जा रहा है और उनके नाम पर ही फर्जी कागज तैयार कर कैंप में रखकर आने वाले दिनों में बिहार से नेतृत्व देने की कवायद जारी है ।

खिलाड़ियों से ट्रायल और कैंप मैं शामिल करने के नाम पर पैसा उगाही का आरोप प्रत्यारोप भी जोरों पर है । मुजफ्फरपुर जिला क्रिकेट से जुड़े एक लड़के से भी ₹25000 लेने की चर्चा है ।जबकि बाहरी राज्यों से आने वाले खिलाड़ियों के लिए कैंप में शामिल होने की मानक राशि दस लाख रूपया रखी गई है।जबकि बिहारी खिलाड़ियों के लिए कैंप राशि दो लाख से शुरू है। सूत्र बताते हैं कि अब तक अंडर-19 कैंप के नाम पर तकरीबन 4: 50 करोड़ रुपए की वसूली की जा चुकी है ।

जिसमें एक विज्ञापनकर्ता एजेंट और जिला खेल संघों के नायाब नायक भी दलाली में शामिल है। बहरहाल इस मामले में जांच और पैसे की उगाही पर रोक के लिए भी अंदरूनी कार्रवाई तेजी पर है । एक खेमा है जो इस अभियान पर रोक लगाने को आतुर है। इसका परिणाम भी बिहार क्रिकेट संघ के पटल पर शीघ्र होगा ।

लेकिन डर है की तब तक इस अभियान का मायावी नेतृत्व कर्ता कहीं प्रतिभा का गला घोंट पैसे के बूते खरीदे गए खिलाड़ियों के हाथे बीसीए को गिरवी न रख दे।ये बाते मुज़फ्फरपुर जिला क्रिकेट संघ(उत्पल रंजन गुट)के सचिव व स्वत्रंत पत्रकार मनोज कुमार ने अपनी रिपोर्ट में कही है।

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