पटना 05 अक्टूबर: पटना जिला क्रिकेट संघ के आपसी विवाद इतना बढ़ चुका है कि अध्यक्ष प्रवीण कुमार प्रणवीर एक अलग गुट हो गई है और सचिव अजय नारायण शर्मा की अलग गुट हो गई है। इस पर बीसीए ने भी आदेश जारी किया लेकिन उस आदेश को कोई भी मानने को तैयार नही है।
इसी बीच कल पटना जिला क्रिकेट संघ के सचिव गुट की कल 04 अक्टूबर को आपातकालीन बैठक हुई जिसमें कई निर्णय भी हुई ।उस बैठक ने संयुक्त सचिव अरुण कुमार सिंह को कारण बताओ नोटिस दिया था
जिसके बाद आज श्री अरुण कु सिंह ने बताया कि”पटना जिला क्रिकेट संघ इन दिनों आपसी विवादों के कारण चर्चा में हैं। इसके लिए मैं पूर्व सचिव श्री अजय नारायण शर्मा, पूर्व कोषाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष चंद्रशेखर को सलाह के रुप में कहना चाहूंगा कि लोढ़ा कमेटी जो सुप्रीम कोर्ट द्वारा मान्यता प्राप्त है। उस संविधान की इज्जत करें।
उन्होंने आगे कहा” सबको मालूम है कि मेरे साथ—साथ पीडीसीए के अन्य सदस्य अपना—अपना कार्यकाल की अवधि को समाप्त कर चुके हैं। मैं अपने बड़े भाई समान अजय नारायण शर्मा जी से आग्रह करता हूं कि वे गैर संवैधानिक काम को बढ़ावा न दें। वहीं उनके द्वारा बुलाई गई मैनेजमेंट कमेटी की मीटिंग या किसी भी प्रकार के क्रिकेट से जुड़े कार्य को वैध नहीं मानता हूं।
वहीं कहना चाहूंगा कि उनके द्वारा खिलाड़ियों को गुमराह करने का प्रयास, चयन के नाम पर जो श्री शर्मा द्वारा किया जा रहा है वह बिल्कुल ही गलत है। मेरा खिलाड़ियों से भी कहना चाहूंगा की चयन प्रक्रिया में शामिल होना उचित नहीं है।
वहीं पीडीसीए अध्यक्ष द्वारा लिए गए निर्णय का मैं स्वागत करता हूं। सभी अयोग्य पदाधिकारियों से भी अनुरोध करता हूं कि अध्यक्ष द्वारा आयोजित संवैधानिक कार्य में सहयोग करें। साथ ही जल्द से जल्द 13 वर्षों से लंबित चुनाव को संपन्न कराने में अविलंब मदद करें।
वहीं पूर्व सचिव द्वारा बीसीए अध्यक्ष के आदेश की भी अवहेलना की जा रही है। ऐसा न हो की पटना जिला क्रिकेट संघ को बीसीए के आदेश की अवहेलना करने के कारण अपनी सदस्यता खोना पड़े।