- कार्यकारी सचिव के ‘थप्पड़’ की गूंज से सहमे लोकपाल
कु अरविंद की अपील पर चंद घंटे में हाँ का फैसला ना में बदल डाला , आमसभा में प्रवेश पर आपराधिक वारदात आशंका को स्वीकारा
– मनोज कुमार(स्वतंत्र पत्रकार)
पटना 10 अक्टूबर: बिहार क्रिकेट संघ के कार्यकारी सचिव कुमार अरविंद द्वारा सीईओ पर चलाया गया थप्पड़ का खौफ कुछ ऐसा बना कि बीसीए द्वारा आयोजित आमसभा में भी उनके प्रवेश पर वर्जित कर दिया गया ।
ऐसा तब हुआ जब बिहार क्रिकेट संघ के लोकपाल ने दिन के 12:00 बजे कुमार अरविंद के पक्ष में फैसला देते हुए वार्षिक आमसभा में शामिल होने की सशर्त अनुमति प्रदान कर दी थी। हालांकि यह खुशी क्षणिक ही साबित हुई जब बीसीए के अधिवक्ता ने लोकपाल के न्यायालय में यह अपील किया कि कुमार अरविंद के वार्षिक आम सभा में हिस्सेदारी पर माहौल बिगड़ सकता है ।
आशंका पर सुनवाई करते हुए लोकपाल ने अपने ही आदेश को महज चंद घंटे के अंदर निरस्त करते हुए कुमार अरविंद के वार्षिक वार्षिक आमसभा में प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला जारी कर दिया । जबकि लोकपाल ने इस तथ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता तक नहीं महसूस किया कि उनके खिलाफ कितने और कैसे आपराधिक मामले लंबित हैं।
या बीसीए में बतौर पदाधिकारी कितनी बार मारपीट, हंगामा किया है। यहाँ यह गौरतलब है कि बीसीए की नयी कमेटी की पहली आम सभा का आयोजन भी कुमार अरविंद ने ही भोजपुर में अपने होटल में करवाया था। बहरहाल बीसीए के मौजूदा लोकपाल से ऐसे आदेश की गुंजाइश बनती है जब बीसीए के सचिव संजय कुमार के खिलाफ तथाकथित पाँच लाख लेकर उनके द्वारा सुनाया गया फैसला लोग अभी भूले नहीं हैं ।
इसी बीच कुमार अरविंद के द्वारा सीईओ के खिलाफ चलाए गए तथाकथित थप्पड़ के मामले में भी लोकपाल ने अपील के महज चंद घंटे के भीतर आदेश तक सुना दिया था । जबकि विरोधी पक्ष को अपना पक्ष रखने का कोई मौका तक नहीं मिला। दूसरी तरफ लोकपाल जिला प्रतिनिधि संजय सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करने में येन केन प्रकारेण बाधा उत्पन्न कर रहे हैं।