भागलपुर : बिहार क्रिकेट संघ के तत्वावधान में भागलपुर जिला क्रिकेट संघ द्वारा सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम में आयोजित हेमन ट्राॅफी के आठवें मुकाबले में सोमवार को भागलपुर की टीम ने बांका को 65 रनों से हरा कर अपना विजय अभियान जारी रखा है।
इस प्रतियोगिता में अभी तक भागलपुर की टीम अपने तीनों मुकाबले जीत कर अंगिका जॉन के अंक तालिका में सबसे ऊपर है। मैच का टॉस भागलपुर के कप्तान बासुकीनाथ ने जीता और पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। 50 ओवर के मुकाबले में भागलपुर की टीम 47.2 ओवर में 250 रनों विशाल स्कोर खड़ा की।
हेमन ट्रॉफी के अंगिका जॉन में भागलपुर टीम का ये अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है। भागलपुर टीम की ओर से बल्लेबाजी सूर्यवंश ने 9 चौके व 4 छक्के की मदद से 106 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। मो. शहाबुद्दीन ने 7 चौके व एक छक्के की मदद से लाजवाब 80 रनों की पारी खेली। सूर्यवंश और मो शहाबुद्दीन ने सातवें विकेट पर 174 रनों मैच विनिंग पार्टनरशिप की।
भागलपुर के दोनों ही बल्लेबाजों के सामने बांका के सभी गेंदबाज कुछ खास नहीं कर सके। विकास यादव व अनुभव ने क्रमशः 12-12 रन बनाए। बांका की ओर से गेंदबाजी में राघवेंद्र ने 5 विकेट लिया। दीपक वा हिमांशु ने क्रमशः दो-दो विकेट, सौरभ झा ने 1 विकेट झटके।
251 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांका की टीम 49.1 ओवर में 186 रनों पर ऑल आउट हो गई। बांका की ओर से बल्लेबाजी में पुनीत ने आठ चौकों की मदद से 58 रन, सौरभ झा ने 44 रन, राजकुमार ने 31 रन बनाए। भागलपुर की ओर से गेंदबाजी में मो शहाबुद्दीन ने 3 विकेट, सचिन, विष्णु व कुमार गौरव राज ने क्रमशः से दो-दो विकेट लिया। अभिषेक ने एक विकेट झटका।
मैच शुरू होने से समाजसेवी कृष्ण कुमार पाण्डे उर्फ़ गुड्डू पाण्डे ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। अंपायर की भूमिका बीसीए पैनल के अंपायर मनोहर (खगड़िया) व अमित रंजन (मधुबनी) ने निभाई। मैच आॅब्जर्वर बीसीए पैनल के डाॅ इंद्रजीत कुमार थे। स्कोरर धर्मजय, ऑनलाइन स्कोरर ओम झा व पिच क्यूरेटर बीसीए पैनल के देवीशंकर थे। कॉमेंटेटर संजीव चौधरी थे।
मंगलवार को सुबह 9 बजे से बांका और मुंगेर के बीच मैच खेला जाएगा। दोनों टीम के खिलाड़ियों को सुबह 8 बजे सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम में रिपोर्ट करना है। मौके पर डॉ जयशंकर ठाकुर, मो फारूक आजम, मो मेहताब मेहंदी, डॉ अर्जुन कुमार, करुण सिंह, गोपाल दास, चंदन झा आदि मौजूद थे।