Home Bihar ज्ञानेश्वर गौतम का BCA अध्यक्ष राकेश तिवारी को खुला पत्र, अध्यक्ष के कार्य व बाहरी खिलाड़ियों की इंट्री पर सवाल

ज्ञानेश्वर गौतम का BCA अध्यक्ष राकेश तिवारी को खुला पत्र, अध्यक्ष के कार्य व बाहरी खिलाड़ियों की इंट्री पर सवाल

by Khelbihar.com

पटना : बिहार क्रिकेट में अब बबाल होना शुरू हो गया है अध्यक्ष राकेश तिवारी के खिलाफ़ अब ख़ुल कर लोग़ आने लागे है। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी को बीसीएल गवर्निंग काउंसिल के कंवेनर ज्ञानेश्वर गौतम ने एक खुला पत्र लिखा जिसमे पैसे लेकर बाहरी खिलाड़ियों टीम में खिलाने और अध्यक्ष के कार्य के रवैये को लेकर ख़ुल कर बात रखी है।

ज्ञानेश्वर गौतम ने पत्र में लिखा ”  महोदय, आशा करता हूं आप स्वस्थ एवम प्रसन्न होंगे। इधर लगातार सोशल मीडिया पर बिहार क्रिकेट के प्रति चल रहे नकारात्मक पोस्ट्स और आदरणीय दिलीप सिंह जी के क्रिकेटिंग इंचार्ज पद से इस्तीफा की ओर आपका ध्यान आकृष्ट करते हुए आग्रह करता हूं की कृपया ये बताने का कष्ट करे की बिहार के बाहर के खिलाड़ी जिन्होंने आज तक बिहार के लिए किसी भी जिले का कोई मैच नही खेला है ,वो बिहार की टीम का हिस्सा कैसे बन रहा है।

चुकी यही एक मात्र कारण है जिसकी वजह से बीसीए के सबसे योग्य एकमात्र क्रिकेटर दिलीप सिंह जी ने इस्तीफा दिया।यदि ये आपके संज्ञान में नहीं है तो कृपया इसे संज्ञान में लाते हुए ऐसा करने वाले व्यक्ति को चिन्हित करके बाहर करने की कृपा करे।वैसे महोदय पूरा बिहार यह जानता है की बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के कॉम में आपके अलावे कोई व्यक्ति काम नहीं करता है।सभी सिर्फ नाम के पधाधिकारी है जो सिर्फ फोटो खिंचाने के लिए आते है।

कोई कुछ करना भी चाहे तो आप उसे कुछ करने नही देते। सेलेक्टर्स कहते है हम सिर्फ दस्तखत करने का पैसा लेते है,बाकी सब टीम अध्यक्ष महोदय बनाते है।कॉम के पधाधिकारी कहते है भाई अध्यक्ष ही बताएंगे।जिले के साथी कहते है पता नहीं हमने तो नाम भेजा नही ,ये हमारे जिले का खिलाड़ी नही है।तो आखिर ये खेला होता कैसे है।

आपको जान कर खुशी होगी की बिहार के प्रतिभावान खिलाड़ियों ने अब यहां से एनओसी लेना प्रारंभ कर दिया है और इस कड़ी में आज अपूर्वा आनंद का नाम भी जुड़ गया।आपको पता है की नही लेकिन बिहार की इस प्रतिभा को बीसीसीआई ने मुंबई बुला कर सम्मानित किया था उसके शानदार परफॉर्मेंस के लिए।रिकॉर्ड होगा आपके सिस्टम में ,पता कर लीजिएगा।

तो महोदय पूरा बिहार आज चिल्ला चिल्ला कर कह रहा है की पैसा के बल पर बाहरी खिलाड़ी खेल रहा है तो ये पैसा लेता कौन है ,…..आप? महोदय भरोसा नहीं होता क्योंकि आपने सैकड़ों बार ये कहा है की किसी खिलाड़ी से पैसा लेना मेरे लिए गो मांस खाने के बराबर है,और बिहार बीजेपी का कोषाध्यक्ष गो मांस नही खा सकता।

महोदय पचता मुझे भी नही है की आप पैसा लेते होंगे लेकिन परिस्थितिया चीख चीख कर आपकी और इशारा कर रही है,जवाब तो देना पड़ेगा,आप दे ये आपके लोग दे,जो आपके पास अब एकाध ही बचे है।वैसे सुना है की आनन फानन में आपने एक नई मीडिया प्रभारी की नियुक्ति करवाई है लेकिन महोदय दो दो मीडिया जगत के लोगो के होते हुए बिना कॉम के परमिशन के आपने ये नियुक्ति कैसे करवा दी। खैर आप कुछ भी कर सकते है ,और बीसीए तो आपकी निजी संपत्ति है।

सुना है की नई महिला मीडिया प्रभारी की सैलरी 15 लाख सालाना तय की गई है वो भी बिना अपोरोवल के,अच्छा अब समझा पिछले कॉम की बैठक में इस एजेंडा को घुसा कर खैर इस मामले में तो आपका सानी नहीं है।वैसे हमारे सूत्र बताते है महोदय की आपने कई खिलाड़ियों से सीधा डील किया है, यसपाल यादव तो सुना है की 55 लाख में बिका है।

लेकिन एक बात है सर बड़े लोग तो बड़े लोग ही होते है आपने क्रिकेट के कद को आसमान में पहुंचा दिया इसके लिए तो आप बधाई के पात्र है।खैर कागज मरता नहीं है सर और पाप का घड़ा भरता भी है लगता है आपका भी भरने वाला है।काश आपने हमारी बात मानी होती जिसका बल्ला बोलेगा वही क्रिकेट खेलेगा लेकिन आपने तो हमारा स्लोगन ही बदल दिया जिसका पैसा बोलेगा वही क्रिकेट खेलेगा।

वैसे कल के मेरे वीडियो इंटरव्यू के बाद आप मेरे खिलाफ साजिश में लगे होंगे और मुझ पर आरोप लगाने वालो को खोज रहे होंगे क्योंकि मैं तो आपके रग रग से वाकिफ हूं। लेकिन महोदय ध्यान रखिएगा ना तो मैं कभी विचलित हुआ हूं और ना होऊंगा। मेरी भी प्रतिज्ञा है बिहार में जिसका बल्ला बोलेगा वही खेलेगा ,इस कहावत को चरितार्थ करवा कर ही मानूंगा।

अभी महोदय एक आग्रह है बिहार क्रिकेट को चकला घर मत बनने दीजिए।आने वाली पीढ़ी आपको माफ नही करेगी।और कृपया बीसीए में जो तानाशाही आपकी चल रही है कृपया उसे लोकतांत्रिक व्यवस्था में बदले।क्या मैं उम्मीद करूं महोदय की आज से आप गो मांस नही खायेंगे?

यह तो एक पत्र में इतना खुलाया किया गया है इसके अलावे इन दिनों क्रिकेटिंग इंचार्ज से बीसीए उपाध्यक्ष दिलीप सिंह, अध्यक्ष राकेश तिवारी के सलाहकार रविशंकर प्रसाद सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है (सूत्रों से )।

 

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