Home क्रिकेट मेरी जान। बेगूसराय टीम से रणजी कैम्प में जगह पाने वाले प्रेम रंजन पाठक की स्ट्रगल कहानी,क्लिक कर देखे?

बेगूसराय टीम से रणजी कैम्प में जगह पाने वाले प्रेम रंजन पाठक की स्ट्रगल कहानी,क्लिक कर देखे?

by Khelbihar.com

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बेगूसराय।। चलिए जानते है बिहार के हुनहार क्रिकेटर और बिहार पुलिस में कार्यरत बेगूसराय के प्रेम रंजन पाठक के बारे में 1994 की बात है जब बचपन मे प्लास्टिक की बॉल से खेलना शुरू किये थे क्रिकेट उसके बाद क्लास 4 में आने के बाद टेनिस बॉल खेले जब बड़े भैया के टेनिस क्रिकेट में छक्के चौके मरते देखते थे तो लगा कि मैं भी इस तरह का क्रिकेट खेल सकू।

खेलबिहार न्यूज़ द्वारा चलाई जा रही क्रिकेट मेरी जान सीरीज में आज एक ऐसे क्रिकेट की बात करने जा रहे है जो बेगूसराय टीम को अपने बदौलत इस मुकाम तक पहुचाया।

प्रेम रंजन पाठक जी छपरा के निवासी है पर 34 सालों से बेगूसराय में रहते है ये बताते है कि जब क्लास 9 में पहुँचे तो बच्चों को टीयूशन दे कर जो पैसे होते थे उससे कॉरकेट बॉल और बैट ग्लव्स खरीद क्रिकेट खेले।

2004 से 2007 तक इंटर कॉलेज टूर्नामेंट में भाग लेने का मौका मिला है। उसके बाद हेमन ट्रॉफी भी खेलने का मौका मिला था जिसमे अच्छा परफॉर्मेंस भी रहता था 16,12 विकेट हमारे एक सीजन में रहते थे।

10-12 साल तक बेगूसराय जिला क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे है वह बताते है कि बिहार के हर जिले में हम खेले है टूर्नामेंट और टीम को चैंपियन भी बनाये है। और खुद बिहार पुलिस में जॉब करने के चलते वह 3-4 लाख लोन लेकर टूर्नामेंट का आयोजन बेगूसराय में करते है जिसमे कोलकता,पटना जैसे दिग्ज टीमें भाग लेती थी।।

घर से बचपन मे कोई खास मदद नही थी क्रिकेट के प्रति लेकिन जब टेनिस बॉल क्रिकेट में 39 रन और 3 विकेट लेने के बाद पहली बार मेरा नाम पेपर में आया था उसके बाद पापा कभी भी क्रिकेट खेलने का मना नही किया तबसे घर से पूरा स्पोर्ट मिला था।।2006 में पिता जी के गुज़र जाने के बाद भी मैने क्रिकेट जारी रखा और 2006 हेमन ट्रॉफी में भी अच्छा परफॉमेंस किया लगातार बेगूसराय टीम से हेमन ट्रॉफी खेलते आ रहे है और अपना पूरा योगदान उसमे देते आ रहे है।

हेमन टॉफी 2017 में भागलपुर के खिलाफ एक मैच में 8 विकेट लिए और पूरे हेमन ट्रॉफी में 4 मैच में 23 विकेट लिए थे।2015 में बेगूसराय टीम को हमने ट्रॉफी के बी-डिविजन से ए-डिवीजन लेन में पूरा हाथ रहा जिस समय पूर्णिया को हरा कर ए-डिवीजन में पहुँचे थे।।

हेमन ट्रॉफी में 23 विकेट लेने पर बीसीए सचिव रविशंकर जी ने अस्वासन दिया था कि इस बार रणजी के लिए अच्छा गेंदबाज मिल जाएगा तुम्हारे रूप में लेकिन बिहार स्टेट टीम के जितने भी कैम्प हुई सभी मे चायन किया गया ,रणजी,विजय हज़ारे, सभी कैम्प में चयन हुए लेकिन किसी मे भी मुझे टीम में जगह नही दिया गया ।।

इस साल भी हेमन ट्रॉफी में 1 मैच खेले लेकिन पूरे देश मे चुनाव के चलते प्रेम रंजन पाठक जी ड्यूटी पर लौट गए थे आपको बता दिया गया है कि प्रेम रंजन जी बिहार पुलिस के जवान है।।इन्हों ने उमीद नही छोरी है इस बार जरूर अपनी जगह बिहार के रणजी सहित सभी टूर्नामेंट के लिए पका करंगे ।।

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