Home Bihar cricket association News, बिहार क्रिकेट में बयानबाज़ी शुरू अब पूर्व सचिव अजय नारायण शर्मा ने दिया रविशंकर को जबाब?

बिहार क्रिकेट में बयानबाज़ी शुरू अब पूर्व सचिव अजय नारायण शर्मा ने दिया रविशंकर को जबाब?

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 3 जून: बिहार क्रिकेट जगत में एक बार फिर बयान बाजी शुरू हो गए है जी हां 3 जून को बीसीए के पूर्व सचिव रहे रविशंकर सिंह ने बीसीए के वर्त्तमान इस्तिथी को लेकर एक बयान दिया है जिससे पूरे बिहार क्रिकेट में गर्माहट शुरू हो गई है।।

रविशंकर सिंह के बयान के बाद अब बिहार क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव अजय नारायण शर्मा ने खेलबिहार को अपना बयान दिया है जिसमे श्री अजय नारायण शर्मा ने बताया है कि रविशंकर सिंह जी किस मुह से बिहार क्रिकेट के वर्त्तमान इस्तिथी पर बयान दे रहे है जबकि उनके कारण हि बिहार के क्रिकेट में समस्या उत्तपन्न हुए थी।।

आपको मालूम हो कि यह वही व्यक्ति है जो बीसीए के संविधान को उलट-पलट करते हुए अपने से नया कानून बनाते हुए बिहार के 14-15 जिलों में पुराने कमिटी के रहते हुई भी एक नई कमिटी बना दी तथा उसे बीसीए से मान्यता दे थी और पुराने कमेटी जो वर्षो के बीसीए के अंग रहे है उसे बाहर कर दिया था।

क्या रविशंकर जी भूल गए है कि न्यूज़-18 इंडिया ने क्लीन बोल्ड नामक ऑपरेशन में बिहार क्रिकेट में जो पैसे लेकर बाहरी खिलाडियों को खेलाने का कार्य किया था उसको उजागर कर दिया था उनमें रविशंकर जी का भी नाम आया था।रविशंकर जी ओहि वही व्यक्ति है जिसमे मुझे संविधान के खिलाफ जाकर सस्पेंड कर दिया था और संविधान का उल्लंघन करते हुए न जाने कितने कार्य किये थे। मैंने इनके गलत कामो का विरोध किया जिसको लेकर मुझे ससपेंड कर दिया गया था।

बिहार क्रिकेट में जो सबसे बड़ी समस्या बनी थी यह खुद खड़ा कर दिए थे अपने पद का गलत उपयोग करके बिहार के कई जिलों में समांतर कमिटी बनाकर जिससे अभी खिलाड़ियों को परेशानी हो रही है।

अभी जो बिहार में क्रिकेट रुका है इनके द्वारा जो नई कमिटी बनी थी बिहार कई जिलों में उसको सुलझाने में ही वक्त लग रहा है और रविशंकर जी कहते है कि क्रिकेट नही हो रहा है।

मैं पूछना चाहता हूं रविशंकर जी किस हक से बीसीए नव निर्वाचित कमिटी पर सवाल उठा रहे है? आपको बता दे कि रविशंकर जी के खिलाफ जिसने भी जाने की कोसीस की थी उसे बीसीए से सस्पेंड कर दिया था। मैं भी मांग करता हू की इनको भी बीसीए से उसी तरह सस्पेंड कर दिया जाए जिस तरह मुझे किया था।।

अजय नारायण शर्मा ने आगे कहा कि यह ओहि व्यक्ति थे जब मुझे सस्पेंड किया गया था तो मैंने बीसीए लोकपाल के पास मामला ले गया जिसमें मुझे सही पाया गया और लोकपाल ने मेरे सस्पेंशन को हटा दिया लेकिन फिर भी रविशंकर जी ने लोगो को भ्रमित रखा और मुझे चुनाव लड़ने नही दिया गया।।

रविशंकर जी ने ओंबड्समैन के आदेश के बाद भी मुझे बिना किसी कारण एलेक्शन तक सस्पेंड रखा जिससे की मैं बीसीए के चुनाव में भाग नहीं ले सकूं। और यह बात करते हैं संविधान की।

इन्हीं के किए गए असंवैधानिक कार्यों के चलते नई समिति को जिला के कठिनाइयों को सुलझाने में समय लग रहा है। उनके समय में खिलाड़ियों को जितनी मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी भारत का ऐतिहासिक राज्य बन गया बिहार।

जहां जो पैसा दे वही खेलेगा वाली कहावत चरितार्थ हो गई बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में। क्रिकेट के महकमे में जब भी बिहार की बात आती तो लोग भ्रष्टाचारियों को सजा देने की बात करते हैं इसके सर्वे सर्वा बिहार के सचिव रविशंकर प्रसाद जी थे। इनके कार्यकाल में बीसीसीआई से पूर्ण मान्यता मिलने के पश्चात बिहार में खेल तो हुआ लेकिन क्रिकेट कम पैसों का खेल ज्यादा हुआ बाहर के खिलाड़ियों को खिलाया गया और बिहार के खिलाड़ियों को प्रताड़ित किया गया।

जिला से सस्पेंड हुए खिलाड़ी को जिला के विरोध के बावजूद भी इन्होंने खेलाया। जिला से जो प्लेयर रजिस्टर्ड नहीं भी थे उनको खुद से जिला से रजिस्टर कर दिया बिना जिला को जानकारी दी। ऐसे काम करने का स्टाइल था रविशंकर प्रसाद जी का और वह चाहते हैं कि नई कमेटी भी उसी प्रकार से काम करें.

श्री शर्मा ने यह भी बताया कि इनके कार्यकाल में दो-दो चयन समितियों ने इनके दवाब/धांधली के विरुद्ध इस्तीफा दे दिया था। इन्ही के कार्यकाल में लोकपाल जैसे गरिमामयी पद को “कठपुतली” बनाने का प्रयास किया गया। एक पूर्व माननीय लोकपाल ने जब इनकी कारगुजारियों के विरुद्ध जो फैसला दिया था,कोई भी इज़्ज़तदार पदाधिकारी दुबारा अपना मुंह नही दिखाता

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