Home Bihar बीसीए में फूट डालो शासन करो की नीति के तहत अपनी रोटी सेकना चाहते हैं चंद लोग:-कृष्णा पटेल

बीसीए में फूट डालो शासन करो की नीति के तहत अपनी रोटी सेकना चाहते हैं चंद लोग:-कृष्णा पटेल

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 19 जून: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के मीडिया कमेटी के संयोजक कृष्णा पटेल ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि बीसीए के अध्यक्ष श्री राकेश कुमार तिवारी जी की अगुवाई में वर्तमान बीसीए कमेटी द्वारा खेल और खिलाड़ियों के हित में कई सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं।जो आने वाले दिनों में मील का पत्थर साबित हो सकता है।

इस कमेटी के द्वारा तमाम सम्मानित पदाधिकारियों ,पूर्व रणजी क्रिकेटर, कोच, चयनकर्ताओं, फिजियो सहित अन्य सपोर्टिंग स्टाफ के साथ बेहतर समन्वय बैठा कर खेल और खिलाड़ियों के हित में कई फैसले लिए जा रहे हैं। जिसमें सभी लोगों का अपना – अपना सुझाव रखने का पूरा अधिकार है।जो शायद बिहार क्रिकेट के इतिहास में पहले ऐसा कभी देखने को नहीं मिला था।


जिससे यह स्पष्ट होता है कि वर्तमान बीसीए कमेटी की मंशा बीसीए से जुड़े सभी लोगों के सहयोग से बिहार क्रिकेट संघ को उस ऊंचाई पर पहुंचाना चाहती है। जो आने वाले दिनों में स्वर्ण काल के रूप में प्रेरणा स्रोत बन सके।वहीं वैश्विक महामारी के कारण पूरे देश -दुनिया में खेल-कूद गतिविधियां व विकास का कार्य शिथिल पड़ा हुआ है।इसके बावजूद बीसीए की इस कमेटी ने खेल और खिलाड़ियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कई प्रकार की योजनाएं को लेकर निरंतर बैठक कर सकारात्मक पहल कर रही है।

लेकिन चंद लोग को यह नागवार गुजर रहा है की जिस प्रकार से इस कमेटी ने खेल और खिलाड़ियों के हित के लिए जो मास्टर प्लान तैयार किया है।उसको अगर धरातल पर उतार दिया जाएगा तो शायद मेरी महत्ता नहीं रह जाएगी।जिसके डर से कुछ लोग जिला संघों में भ्रामक- भ्रम फैलाकर अपना अस्तित्व बचाना चाह रहे हैं।जिनको खेल और खिलाड़ियों के भविष्य से कोई लेना-देना नहीं है।

बल्कि इसकी आड़ में अपने अस्तित्व की लड़ाई-लड़ना चाह रहे हैं और फूट डालो, शासन करो कि नीति के तहत इस अभियान को जोर-शोर से चलाने में लगे हुए हैं। जो कहीं से सही नहीं है वो लोग झूठा घड़ियाली आंसू बहाकर बीसीए, जिला संघों और बिहार के खिलाड़ियों का हमदर्द और हितकर बता रहे हैं।
एक कहावत आप लोगों ने सुना होगा की “बुरा देखन मैं चला, बुरा ना मिलल कोई।
जो दिल ढूंढा अपनों, मुझसे बुरा न कोई।। “


इसीलिए लोगों को सबसे पहले अपने अंदर झांक कर देखना चाहिए और मैं विनम्र आग्रह करता हूं की अगर आप में विशेषता है तो बीसीए को विकास के मार्ग पर ले जाने में अपना योगदान दें। जिससे बिहार अपने गौरवशाली इतिहास को दोहराए और खिलाड़ियों का सपना साकार हो सके।

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