- -इस साजिश में बीसीए का एक नुमाइंदा भी है शामिल
- -काफी सुलझे व्यक्तित्व के मालिक हैं अध्यक्ष राकेश तिवारी
- -बीसीए पर नजर गड़ाने वाले खिलाफ फूकेंगे बिगुल
- -मानसिक दिवालियेपन का शिकार हैं अरसद जैन
खेलबिहार न्यूज़
जमुई 6 जून: जमुई के संदर्भ में सीएबी के अरसद जेन का बयान आने के बाद सचिव इमरान अख्तर खान ने कड़ा ऐतराज जताया हैउन्होंने कहा कि अरसद जेन और उनके गुरू आजकल बिहार के एक सांसद के साथ मिलकर बीसीए को तोड़ने की साजिश पर होमवर्क कर रहे हैं।
इसका पुख्ता सबूत हाल फिलहाल में उनके द्वारा दिए गए बयान से मिलता है। उनके इस साजिश में बीसीए का एक नुमाइंदा भी शामिल है। ये लोग लगातार इसपर काम कर रहे हैं परंतु बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी की सफल रणनीति के सामने इनकी एक नहीं चल रही है। इसलिए इनलोगों के अंदर में मिर्ची लगी हुई है। इसलिए उलूल जुलूल बयानबाज़ी कर रहे हैं।
इनके बयान से ही इनके मानसिकदिवालियेपन का पता चलता है। आगे श्री इमरान ने कहा कि जिला संघों के प्रतिनिधि संजय कुमार सिंह के बारे में कितना जानते हैं अरसद जेन। उन्होंने कहा कि जब बिहार को राशि नही मिलता था तब संजय सिंह ने निस्वार्थ भाव से अपने खर्च कर जमुई में क्रिकेट की सेवा की है। संजय सिंह ने बीसीए की बड़ी हस्ती अजय नारायण शर्मा,रविशंकर सिंह, गोपाल बोहरा, दिलीप सिंह, नीरज राठौर,सुनील सिंह, आनंद कुमार , आनंद मिश्रा,शंकरदेव चौधरी,सुबीर मिश्रा सरीखे लोंगो के साथ काम किया है।
उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि जब वे और उनके गुरू बीसीए को तोड़ने की साजिश रच रहे थे तब संजय सिंह मानवता की सेवा में लगे रहे। खुद माथे पर रखकर गरीबों के घरों तक अनाज पहुंचाया है। जमुई में खेल की सारी पॄष्ठ भूमि मैं तैयार करता हूं। इसकी जानकारी लेना चाहते हैं तो मेरे सामने आकर इसकी जानकारी ले लें।
उन्होंने कहा कि जमुई के गरीब और प्रतिभावान खिलाडियों को पहले से भी नक्सली का उपमा दिया जाता रहा है और ट्रायल से भगा दिया जाता रहा है।अभी एक खिलाड़ी को काश्मीर से जोड़ कर अरसद जेन ने आतंकवादी बना दिया तो कौन सी बड़ी बात है। जरा जमुई के अलीगंज प्रखंड का आढ़ा गांव आकर भी देखें अरसद जेन तब ही पता चलेगा कि जमुई का कौन खिलाड़ी बाहरी है।
ऊपर से कौन-कौन ठकराल और जबराल को भी अपने मानसिक दिवालियेपन के कारण इसी जिले में घुसेड़ दिया। उन्होंने मयंक मेहता,संदीप रावत,ज्योति,कनिष्क कौस्तव सरीखे खिलाडियों का हवाला देते हुए कहा कि संजय सिंह के कार्यकाल में ही इन गरीब और प्रतिभावान खिलाडियों को मौका मिला है।
सचिव इमरान ने कहा कि राकेश तिवारी सचमुच काफी सुलझे हुए व्यक्ति हैं। उनके कार्यालय में क्रिकेट निश्चित आगे बढ़ेगा। अरसद जेन जैसे टूच्चों के बयान से बीसीए पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। बीसीए एकजुट है। उन्होंने बीसीए के उस नुमाइंदा को भी सचेत रहने की सलाह दी जो बीसीए के खिलाफ साजिश रचने वालों का साथ दे रहें। उन्होंने कहा कि अगर नहीं सुधरेंगें तो पूरे बिहार में उनके खिलाफ अभियान चलाकर जिलों को एकत्रित किया जाएगा।