खेलबिहार न्यूज़
जमुई 7 जून: ताजा-तरीन बयान आने के बाद जमुई के सचिव ने अरसद जेन को आड़े हाथों में लिया है। खुद फर्जी संस्था के नाम पर काम करनेवाले लोग अब संवैधानिक संस्था से हिसाब किताब मांग रहे हैं। ये बाते खेलबिहार से इमरान अख्तर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही है।।
दूसरे के बाते बोलने वाला और एक मैच नहीं कराने वाला आदमी दूसरे संवैधानिक संस्था की यूनिट पर सवाल खड़ा कर रहा है।वही आपके और आपके गुरू के साथ मिलकर बीसीए पर हमला करवा रहा है। इसका कई उदाहरण हाल फिलहाल के बयान से से पुख्ता हो जाता है।
क्रिकेट तो मेरी आत्मा है और उसके लिए जीते हैं। उन्होंने कहा कि जिस पत्र का हवाला दे रहे हैं। उसके जबाव की कापी भी बीसीए के उसी नुमाइंदे के पास है। हिम्मत है तो उसे भी मांग लिजिए और सार्वजनिक करें। उन्होंने कहा कि पुराना रिकार्ड बजाने से कुछ नहीं होगा। जिस खिलाड़ी का हवाला दिया गया है ।
उसकी भी जांच रिपोर्ट जहां होना चाहिए वहां मौजूद है। उन्होंने कहा कि इन्हें पता रहना चाहिए कि प्रमाण पत्र संबंधित सरकारी विभाग निर्गत करता है न कि बीसीए की युनिट । ऐसे आदमी से कहना चाहूंगा कि प्रमाण पत्र गलत रहने पर खिलाडियों पर कार्रवाई होता है न कि वह खेलता है। उन्होंने कहा कि सावधान हो जाएं वरना इस बार क्रिकेट में उन्माद फैलाने के जुर्म में जेल जाना होगा। इमरान ने कहा कि मुझे तो इनके जैसे आदमी को जबाव भी नहीं देना चाहिए। इस व्यक्ति को क्रिकेट में पूछता कौन है। उन्होंने बिहार के तमाम जिले को इस उन्मादी व्यक्ति से सावधान रहने की सलाह दी।
( इस ख़बर में किसी की निजी जिंदगी की बाते थी जिसे खेलबिहार ने सुधार दिया है, और किसी भी न्यूज़ देने वाले से अनुरोध है यह एक खेल पोर्टल है इसके माध्यम से किसी कि निजी जिंदगी कि बाते नही छापी जा सकती है खेल से जुड़े ही सवाल-जबाब या खेल कि कोई ख़बर छप सकती है )