Home Bihar धोखेबाज़ी और चाटुकारीता की मिशाल बन गया है बीसीए: अरसद जेन

धोखेबाज़ी और चाटुकारीता की मिशाल बन गया है बीसीए: अरसद जेन

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 25 जून: बिहार क्रिकेट में राजनीति आने चरम सीमा पर है ये बाते सीएबी के अरसद जेन ने प्रेस विज्ञप्ति से कही है उन्होंने कहा है आज बिहार क्रिकेट की दशा देखकर मुझे बहुत अफसोस होरहा है और मै ये सोंचने पर मजबुर हो गया हुं के बीसीए क्रिकेट से जुड़ा संघ है या एक आखाड़ा है जहाँ क्रिकेट को छोड़कर हर तरह के खेल खेले जारहे हैं।

धोखेबाज़ी और सड़यंत्र का अड्डा बन चुका है बीसीए आज दो गुटों मे बट चुका ये बीसीए जिस मे अध्यक्ष तथा सचिव के बीच अपने अपने गुट के मार्गदर्शक अपने गुट को बीसीए के सत्ता पर काबिज़ करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।इस मे सब से सड़यंत्रकारी रुप जो अपनाए हैं और एक खिलाड़ी की तरह रौल अदा कर रहे हैं वो वैसे जिला क्रिकेट संघ जो खुलकर सामने नही आरहे।

वो अध्यक्ष की तरफ भी हैं और सचिव की तरफ भी उनका उद्देश्य मात्र ये पता करना है की बिहार क्रिकेट की सत्ता किस के हाँथ आएगी वो उसके साथ मिल जाएंगे उस मे सब से पहला नाम सारण जिला क्रिकेट संघ का है सारण जिला क्रिकेट संघ जो गुप्त मीटिंग मे भी उपस्थित रहा और 26 को अध्यक्ष के द्वारा बुलाए एजीएम मे भी आने के लिए मेल करके जानकारी दे चुका है।


कुछ जिले एसा रौल आदा कर रहे हैं की कभी सचिव तो कभी अध्यक्ष जहाँ उनका ज्यादा आदेश चलने और फायदा होने की संभावना है वो उधर ही मिल जाते हैं जैसे नालंदा जिला क्रिकेट संघ जो पहले बीसीए पुर्व सचिव रविशंकर सिंह जी के साथ कोषाध्यक्ष के रुप मे था परंतु दिसंबर 2018 मे चुनाव के समय सचिव पद की लालसा लेकर वर्तमान अध्यक्ष राकेश तिवारी जी के गुट से जा मिला था वो तो चुनाव के समय नालंदा जिले से बीसीए सचिव के लिए महिला प्रतियाशी पुर्व बीसीए कोषाध्यक्ष आनंद कुमार जी की पत्नी का नॉमिनेशन रद्द हो गया जिसके कारण रविशंकर सिंह जी के गुट के प्रतयाशी संजय कुमार मंटु जी निर्विरोध बीसीए सचिव पद जीत गये। फिर नालंदा जिला क्रिकेट संघ के पुर्व सचिव सह पुर्व बीसीए कोषाध्यक्ष आनंद कुमार अध्यक्ष राकेश तिवारी जी के साथ एक साल रहने के बीद फिर से वर्तमान मे पुर्व सचिव रविशंकर सिंह जी के साथ मिल गये हैं जिसका सबुत है गुप्त मिटिंग मे नालंदा जिला क्रिकेट संघ सचिव अजय सिंह का उपस्थित रहना अध्यक्ष राकेश तिवारी के विरुद्ध सड़यंत्र मे हस्ताक्षर करना।

वो तो खेल से जुड़े एक वेबपोर्टल खेलबिहार. कॉम ने गुप्त मिटिंग का भाँडा फोड़ कर दिया जिस मे उसने ये न्युज़ सबुत के साथ चलाया के गुप्त मिटिंग मे कौन कौन जिला संघ उपस्थित हुए और अध्यक्ष राकेश तिवारी के विरुद्ध क्या क्या निर्णय लिया गया । बाद मे किसी के कारणवंश गुप्त मिटिंग मे उपस्थित सभी 28 जिला संघो के हस्ताक्षर वाले पोस्ट को हटा दिया गया परंतु बहुत लोगों ने उसका स्क्रीन शॉट ले लिया था जिसमे मै भी शामिल हुं मैने भी उसका स्क्रीन शॉट ले रखा है।


इस मिटिंग से संबंधित भी मैं कुछ बाते बिहार के क्रिकेट से जुड़े सभी शुभचिंतकों को बताना चाहता हुं जैसे इस गुप्त मिटिंग मे 10-12 जिला क्रिकेट संघ एसे हैं जिनको बीसीए मे वोट देने का अधिकार नही था बीसीए के चुनाव मे बीसीसीआई द्वारा इनकी जगह दुसरे गुट ने वोटिंग किया था जो बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी गुट के साथ हैं (गुप्त मिटिंग मे 28 जिला संघ उपस्थित थे जिसमे 10-12 जिला संघ वोटिंग राईट नही रखते हैं तो बचे 16 या 18 जिले) और उपस्थित हस्ताक्षर मे एक बात ये भी थी के 5-6 जिला संघ से कोई पदाधिकारी नही आए बस डेलीगेट्स का हस्ताक्षर था ( जिनको वोटिंग राईट नही थी उनको हटाकर 16-18 जिले बचे थे तो उनमे से भी डेलिगेट्स जो आए 5-6 उनको भी घटा दें तो मात्र 10-12 जिला क्रिकेट संघ ही गुप्त मिटिंग मे समर्थक बचेंगे)

इस गुप्त मिटिंग मे सब से ज्यादा बढ़चढ़कर बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी जी के विरुद्ध कोई आगे आकर विरोध करने वाला था तो वो सारण जिला क्रिकेट संघ था जिसने सिधा बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी के कार्यों पर सवाल उठाए और असंवैधानिक रुप से कार्य करने का आरोप लगाते हुए बीसीए अध्यक्ष पर कार्यवाही करने के लिए आवाज़ उठाने का काम किया जो की उस मिटिंग मे पारित मिनिट्स मे भी अंगित किया गया है।


वहीं नालंदा जिला क्रिकेट संघ के सचिव अजय सिंह का उपस्थित रहना और हस्ताक्षर करके गुप्त मिटिंग मे लिए गये निर्णय का समर्थन भी ये साबित करता है की नालंदा जिला क्रिकेट संघ को अपनी जागीर समझने वाले आनंद कुमार मात्र अपने फायदे के लिए चुनाव के समय अध्यक्ष राकेश तिवारी जी के गुट मे शामिल हुए थे और जब पत्नी का नॉमनेशन सचिव पद पर रद्द हो गया और अब बीसीए मे बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी जी उनकी कुछ चलने नही दे रहे तो अब अध्यक्ष गुट के पीठ मे छुरा मारकर सचिव गुट मे जा मिले तथा गुप्त मिटिंग मे नालंदा जिला सचिव अजय सिंह शामिल हुए और ये सब बीसीए मे पद की लालसा के लिए किया गया है।

मै बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के वैसे लोगों से विनर्म निवेदन करना चाहता हुं जो बिहार के क्रिकेट को ऊंचाई देना चाहते हैं । धोखेबाज़ी करने वाले और अपने फायदे के लिए किसी के भी पीठ मे छुरा मारने वालों को ध्यान मे रखें तथा भविष्य मे उन सभी जिला क्रिकेट संघों को औकात बताने का काम करें जो मात्र अपना फायदा देखते हैं और कभी इधर कभी उधर सड़यंत्र करते हैं उनको न क्रिकेट से मतलब है न क्रिकेटरों के भविष्य से।मैं एक और निवेदन करुंगा के बिहार मे जो भी क्रिकेट के शुभचिंतक हैं जो बिहार के क्रिकेट के लिए दिल और जान से हमेशा लगे रहे हैं जिनका उद्देश्य मात्र बिहार के क्रिकेट के भविष्य को उज्जवल बनाने मे योगदान देना है उनको आने वाले समय मे अपने साथ जोड़ने की कृपा करें और उनको क्रिकेट मे योगदान देने योग्य स्थान देने का काम जरुर करें।

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