Home Bihar बीसीए अध्यक्ष-सचिव विवाद पर बीसीसीआई उठाने जा रही है ठोस कदम-आदित्य वर्मा(सीएबी सचिव)

बीसीए अध्यक्ष-सचिव विवाद पर बीसीसीआई उठाने जा रही है ठोस कदम-आदित्य वर्मा(सीएबी सचिव)

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 27 जून: सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने आज एक बयान जारी कर मीडया कर कहा है कि बीसीए के वर्तमान प्रशासको के बचकाना कार्य शैली के कारण बीसीसीआई ने बिहार क्रिकेट एसोसियेसन के उपर नराजगी जताते हुए कड़ा कदम उठाने का संकेत दिया है ।

बीसीसीआई के एक बड़े अधिकारी ने बिहार के मौजुदा हालत पर चर्चा करते हुए कहा है कि बीसीसीआई के पूर्व मे लिए गए निर्णय के आलोक मे बीसीसीआई की लीगल कमिटी एक अनुशंसा तैयार कर रही है जिससे बिहार के क्रिकेटरो को न्याय मिले तथा उनके खेल पर बिहार क्रिकेट एसोसियेसन के पदाधिकारीयों के आपसी विवाद से उपजे खतरा का खिलाड़ियों के उपर कोई असर नही पड़ने पाए ।

बीसीसीआई के तत्कालिन सीओए ने 06 सितम्बर 19 को उस समय के बीसीए के दो ग्रूप जगन्नाथ सिंह वरिय अधिवक्ता पटना हाई कोर्ट तथा गोपाल वोहरा जी के बीच उपजे विवाद पर बीसीसीआई ने 3 सदस्यीय कमिटी बना कर बिहार क्रिकेट को चलाने के लिए पटना भेजी थी । संलग्न चिट्ठी मे बीसीसीआई के द्वारा गठित कमिटी को क्या क्या पावर दिया गया था उसकी जानकारी है।

आदित्य वर्मा द्वारा दिए गए कॉपी

मित्रो बिहार क्रिकेट एसोसियेसन का चुनाव बीसीसीआई के द्वारा भेजे हुए कमिटी के चेयरमैन के देख रेख मे कराया गया था । बीसीए मे चुने गए पदाधिकारींयो के हाथ मे बिहार क्रिकेट का बागडोर सौप के कमिटी पटना से चली गई । कुछ दिनो के पश्चात ही बीसीए के अध्यक्ष तथा सचिव के बीच अहम की लड़ाई शुरू हो गई दोनो बीसीसीआई को समय समय पर पुरी जानकारी भेजने का काम करने लगे ।

बीसीसीआई ने सितम्बर 19 मे बिहार क्रिकेट के हित के लिए 11 कड़ोर रूपए का अनुदान भी दिया था लेकिन ताजा घटनाक्रम से आहत हो कर अगले पैसे पर रोक लगा दिया 31 जनवरी को बीसीए ने बीसीसीआई को पत्र भेज कर बीसीए के सचिव को निलम्बन करने की जानकारी दिया । 20 जून को 30 जिला क्रिकेट संघ के अधिकारियों ने लखिसराय जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष प्रेम रंजन पटेल के अध्यक्षता मे बैठक कर वर्तमान बीसीए के फेवर अध्यक्ष को निलंबन कर बीसीसीआई को सुचित कर दिया ।

हद तो तब हो गई जब 26 जून को बीसीसीआई को सुचित करते हुए बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष ने संजय कुमार को 6 सालो के लिए ससपेंड कर दिया । तमाम विवादो को देखते हुए बीसीसीआई के प्रशासको से जो मेरी बातें हुई है इससे मै दावे के साथ कह सकता हूँ कि बीसीसीआई पूर्व मे 06 सितम्बर 19 को लिए गए निर्णय के अधार पर जल्द ही निर्णय ले रहा है

। मै शुरू से बीसीए के वर्तमान प्रशासकों के बीच चल रहे विवाद पर कह रहा था कि बिहार क्रिकेट संघ के अधिकारियों ने जल्द ही अपने विवादो को बिहार क्रिकेट के हित को ध्यान मे रख कर दूर नही किया तो बीसीसीआई कुछ भी कदम उठा सकता है । अंत मे इतना कह सकता हूँ कि सौरभ गॉगुली जैसे पूर्व कप्तान एवं वर्तमान अध्यक्ष के रहते बिहार के क्रिकेटरो का भविष्य उज्जवल रहेगा।।

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