खेलबिहार न्यूज़
पटना 05 जुलाई: बीसीए के जिला संघों के प्रतिनिधि संजय कुमार सिंह ने कहा कि सीएबी के अध्यक्ष का बयान यह साबित करता है कि वे बीसीए को तोड़ना चाहते हैं। ये बाते संजय सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है।।
बीसीए के कुछ साथी उनसे मिलकर यह साजिश रच रहे हैं। उन्हें यह पता ही नहीं है कि पूरा काॅम और 38 जिला एकजुट है।इसकी बानगी 26 जून को आरा में होने वाले ऐजीएम और जीबीएम में देखने को मिली है। फिर किस बुते फड़फड़ा रहे हैं। पता नहीं।
उनकी मंशा कभी नहीं सफल होगी। पहले वे मुझे यह बताएं कि व्हाट्सप अप पर मैसेज दस मिनट पहले आया तो बयान देने में तीन कैसे लग लग गया। मेरी बीसीसीआई अध्यक्ष से बातचीत हुई तो इनको क्यों मिर्ची लग गई।
मैं बीसीए के 38 जिलों का प्रतिनिधित्व करता हूं। मेरा तो अधिकार है कि मैं बीसीसीआई अध्यक्ष से बात कर सकता हूं और किया भी। ये कितने जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनके अनर्गल बयान से कोई झांसे में आनेवाला नहीं है। इनके नाम पर ही बीसीए का हर जिला भड़कता है। जो इनके साथ जाएगा ,वह भी पछताएगा।
उन्होंने कहा कि कागज बीसीए का और सचिव को फरमान जारी कर रहे हैं सीएबी के लोग। सचिव तो हरहाल में बीसीए के ही हैं सीएबी के थोड़े। जो बीच में ये महाशय घुसे जा रहे हैं। विचित्र स्थिति है। पुराना आफिस खाली कर नया आफिस में सभी कागजात लाया गया। इसमें गलत कहां है। अपने सामानों की सुरक्षा बीसीए का अधिकार है और अंतिम सांस तक करेंगे।
बीसीए के सभी स्टाफ और आफिशियल जब नए आफिस में बैठता है तो कागजात पुराना आफिस में लुटवाने के लिए छोड़ दिया जाए ताकि ये महाशय उन कागजातों से छेड़छाड़ कर बीसीए के चुने गए आफिस वियरर को बदनाम कर सकें । इनके बयान ने यह साबित कर दिया बीसीए के मामलों में यह दखलअंदाजी करना चाहते हैं। इनका दखलअंदाजी कोई जिला बर्दाश्त नहीं करेगा।