Home Bihar BCA लोकपाल ने जिला खेल प्रतिनिधि संजय कु. सिंह को कूलिंग पीरियड में जाने का दिया आदेश

BCA लोकपाल ने जिला खेल प्रतिनिधि संजय कु. सिंह को कूलिंग पीरियड में जाने का दिया आदेश

by Khelbihar.com
  • एमडीसीए के सचिव मनोज कुमार के परिवाद को लोकपाल ने दी वैधता
  • अप्रैल 2020 में छह साल पूर्ण कर चुके जिला खेल प्रतिनिधि संजय कुमार सिंह को कूलिंग पीरियड में जाने का दिया आदेश
  • बीसीए को निर्देश दिया कार्यकारिणी से अलग रखें
  • मनोज कुमार (स्वतंत्र पत्रकार )✍️

पटना : बिहार क्रिकेट संघ के लोकपाल राघवेंद्र प्रसाद सिंह ने अंततः लंबी सुनवाई के पश्चात मुजफ्फरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव मनोज कुमार द्वारा जिला खेल प्रतिनिधि संजय कुमार सिंह के कार्यकाल को लेकर दी गई चुनौती पर फैसला पारित करते हुए तत्काल प्रभाव से जिला खेल प्रतिनिधि बिहार को कमेटी ऑफ मैनेजमेंट से बाहर रखने का आदेश पारित करते हुए बीसीए को निर्देशित किया है कि वह श्री सिंह को लोढ़ा कमेटी के प्रस्ताव के अनुरूप कूलिंग पीरियड में जाने का निर्देश जारी करे ।

विदित हो कि बिहार क्रिकेट संघ के जिला खेल प्रतिनिधि एवं क्रिकेट गतिविधियों के प्रबंधक संजय कुमार सिंह पिछले दो वर्षों से लोढ़ा कमेटी के प्रस्ताव का उल्लंघन करते हुए अपने पद पर योगदान दे रहे थे । जबकि उन्हें अप्रैल 2020 में ही पद से मुक्त हो जाना चाहिए था ।

इस बीच उनके द्वारा बीसीए के क्रिकेट संचालन में अवैध रूप से अहम भूमिका अदा की गई और कमेटी ऑफ मैनेजमेंट से सच्चाई छुपाई गई जो कि कानूनन अपराध माना जाएगा। सही मायने में बीसीए को उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए ।

साथ ही इस अवधि में उनके द्वारा निजी सचिव के मद में जो वेतन राशि लिया गया है, बीसीए को चाहिए कि स्पष्टीकरण जारी करते हुए जिला खेल प्रतिनिधि से वह राशि हासिल करें।

लिखनी है कि उल्लेखनीय है कि जमुई जिला क्रिकेट सचिव और बीसीए के लिए निर्वाचित जिला खेल प्रतिनिधि के रूप में अप्रैल 2020 में है संजय कुमार सिंह का कार्यकाल पूर्ण हो चुका था क्योंकि लोढ़ा कमेटी के अनुसार कोई भी निर्वाचित पदाधिकारी लगातार छह साल से अधिक पद पर योगदान नहीं दे सकता है ।

ऐसे में मुजफ्फरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव मनोज कुमार ने लोकपाल के न्यायालय में परिवाद दायर कर अवैध रूप से सुचारू उनके कार्यकाल को चुनौती देते हुए कमेटी ऑफ मैनेजमेंट से अलग करने की गुहार लगाई थी ।जिला खेल प्रतिनिधि की ओर से यहां भी लोकपाल महोदय को गुमराह करने की पुरजोर कोशिश की गई।

लेकिन देर से ही सही लोकपाल की न्यायालय ने एम डी सी ए के सचिव मनोज कुमार की चुनौती सत्य पाते हुए रविवार को आदेश पारित कर दिया । इसे न्याय की जीत बताते हुए वादी ने कहा कि जिला खेल प्रतिनिधि के रूप में निर्वाचित संजय कुमार ने कभी भी जिला इकाई की पीड़ा अथवा विवाद निपटाने की कोशिश नहीं की ।

न तो खिलाड़ियों के लिए हक की आवाज बुलंद की । बल्कि अपने परिवार और धनबल के सहारे क्रिकेट में योगदान देने वाले पैरवी पुत्रों को आगे बढ़ाने का काम किया। इस लिहाजन यह फैसला बिहार क्रिकेट संघ के खिलाड़ियों के हित में है इसे न्याय की जीत कहा जा सकता है।

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