Home Bihar बीसीए सचिव संजय कुमार के संदेश से क्रिकेट जगत में चर्चा गर्म

बीसीए सचिव संजय कुमार के संदेश से क्रिकेट जगत में चर्चा गर्म

by Khelbihar.com

पटना : बिहार क्रिकेट मे एक चर्चा बहुत हो जोड़ पकड़ रहा है। बात हो बिहार क्रिकेट संघ के एक ऑफिसियल व्हाट्सएप ग्रुप में बीसीए सचिव संजय कुमार ने एक संदेश दिया जिससे बिहार क्रिकेट में चर्चा माहौल गर्म हो गया है।

इस संदेश से अंदेशा ये भी लगाया जा रहा है की बिहार क्रिकेट संघ के सचिव ने इस संदेश से अपने समर्थकों को ये इशारा दिया है की क्रिकेट की राजनीति में कुछ अचंभित गतिविधि होने वाला है।

क्या लिखा है सचिव ने अपने संदेश में।

माननीय लोकपाल महोदय के द्वारा दिए गए आदेश केस संख्या DCA/OMB/12/2021जिया इकबाल वनाम बिहार क्रिकेट संघ जिसके आधार पर थ्री मेन कमेटी का गठन हुआ वो पूरी तरह से असंवैधानिक है।

जिया इकबाल के केस में कोई भी जिला संघ पार्टी नही है,इसलिये ये आदेश अन्य जिलों पर लागू कैसे हो सकता है।BCA संविधान में वर्णित धारा 48/B के तहत भी जिलों के अंदरूनी मामले मे BCA या BCA के लोकपाल का हस्तक्षेप नहीं हो सकता है।कारण लोकपाल BCA के है न की जिला संघो की।

और बिहार क्रिकेट संघ के वर्तमान लोकपाल के कार्य पर माननीय उच्च न्यायालय में लंबित केस संख्या CWJC/4868 मे उनके कार्य करने पर रोक लगा रखा है,और उस केस में राघवेंद्र बाबू एक पार्टी है और पार्टी के रूप मे कोर्ट मे जबाब भी फ़ाइल किये हैं।जिस तरह भारतीय क्रिकेट संघ या भारतीय क्रिकेट संघ के माननीय लोकपाल बिहार क्रिकेट संघ के अंदरूनी मामले मे हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं।

उसी तरह बिहार क्रिकेट संघ या उनका लोकपाल किसी भी जिला संघ के अंदरूनी मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं।ये बिहार क्रिकेट संघ के संविधान में स्पस्ट वर्णित है।

बिहार क्रिकेट की स्थिति बड़ी ही हास्यपद हो गई है थ्री मेन कमिटी की वैधानिकता पर ही प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है। जो दो सदस्य है उनके इस कमिटी मे है उनमें से एक जिला संघ के सचिव है और दूसरे कुछ दिन पहले तक टूर्नामेंट कमिटी के अध्यक्ष जब उनपर उंगली उठी तो टूर्नामेंट कमेटी से इस्तीफा दे कर अपने ही एक नजदीकी को टूर्नामेंट कमिटी का अध्यक्ष बना दिये जिनका क्रिकेट से दूर दूर तक कोई लेना देना नही है।

जो व्यक्ति किसी जिला संघ के सचिव है वो अपने ही जिला के मामले में क्या न्याय करेंगे जबकी उनके जिला संघ में खुद विवाद है और वहाँ भी दो कमिटी काम कर रहे हैं लोढ़ा कमिटी के सिफारिश के अनुसार जो व्यक्ति कुलीग पीरियड मे गया हो वो व्यक्ति इस कमेटी का सदस्य कैसे हो सकता है।

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