Home राष्ट्रीय देखे खेल दिवस पर किसे कौन सा पुरस्कार हासिल हुआ,

देखे खेल दिवस पर किसे कौन सा पुरस्कार हासिल हुआ,

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खेल दिवस के मौके पर पैरालंपिक रजत पदक विजेता दीपा मलिक राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार हासिल करने वाली पहली भारतीय पैरा एथलीट और सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गईं लेकिन इसी पुरस्कार को हासिल करने वाले पहलवान बजरंग पूनिया ट्रेनिंग प्रतिबद्धताओं के कारण यहां राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में शिरकत नहीं कर पाए।


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महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के मौके पर 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के तौर पर मनाया जाता है। गुरुवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘फिट भारत’ योजना का शुभारंभ किया तो शाम को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में महामहिम रामनाथ कोविंद ने खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वालों को सर्वोच्च पुरस्कारों से नवाजा।


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किस खिलाड़ी को मिला कौन सा पुरस्कार?

दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी की स्मृति में दिया जाने वाला भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार खेल के क्षेत्र में असाधारण प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार में एक पदक, एक प्रशस्ति पत्र और साढ़े सात लाख रुपये दिए जाते हैं। दीपा ने 2016 रियो पैरालंपिक में गोला फेंक एफ53 में रजत पदक जीता था। उन्हें एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के कुश्ती चैम्पियन बजरंग पूनिया के साथ संयुक्त विजेता घोषित किया गया था जो कजाखस्तान में होने वाली आगामी चैम्पियनशिप की तैयारियों में जुटे हैं। इस तरह दीपा इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को हासिल करने वाली दूसरी पैरा एथलीट बन गई क्योंकि पैरालंपिक का दोहरा स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झझारिया को 2017 में इससे सम्मानित किया गया था।
राजीव गांधी खेल रत्न: बजरंग पूनिया- कुश्ती, दीपा मलिक- पैरा एथलीट


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अर्जुन अवॉर्ड

क्रिकेटर रविंद्र जडेजा, एशियाई खेलों के स्वर्ण पदकधारी गोला फेंक एथलीट तेजिंदर पाल सिंह तूर और 400 मीटर स्पर्धा के रजत पदक मोहम्मद अनस समारोह में अर्जुन पुरस्कार लेने नहीं आ सके। जडेजा इस समय भारतीय टेस्ट टीम के साथ वेस्टइंडीज में हैं जबकि तूर और अनस इस समय लखनऊ में चल रही राष्ट्रीय अंतरराज्यीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं।

तेजिंदरपाल सिंह तूर- एथलेटिक्स, मोहम्मद अनस याहिया- एथलेटिक्स, एस. भास्करन- बॉडी बिल्डिंग, सोनिया लाथर- बॉक्सिंग , रविंद्र जडेजा- क्रिकेट , चिंगलेनसाना सिंह कंगुजम- हॉकी, अजय ठाकुर- कबड्डी, गौरव सिंह गिल- मोटर स्पोर्ट्स, प्रमोद भगत पैरा स्पोर्ट्स (बैडमिंटन), अंजुम मोद्गिल- शूटिंग, हरमीत राजुल देसाई- टेबल टेनिस, पूजा ढांढा- रेसलिंग, फवाद मिर्जा- घुड़सवारी, पूनम यादव- क्रिकेट , स्वप्ना बर्मन- ऐथलेटिक्स, सुंदर सिंह गुर्जर- पैरा स्पोर्ट्स (एथलेटिक्स), साई प्रणीत- बैडमिंटन, सिमरन सिंह शेरगिल- पोलो

खेल रत्न में 7.5 लाख रूपये की पुरस्कार राशि जबकि अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करने वालों को प्रशस्ति पत्र के साथ पांच-पांच लाख रूपये दिये जाते हैं।


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ध्यानचंद अवॉर्ड

खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कारों के अलावा राष्ट्रपति ने कोचों को द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार, तेनजिंग नार्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्राफी और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार भी प्रदान किए। 


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ध्यानचंद अवॉर्ड खेल-कूद में आजीवन उपलब्धि के लिए वर्ष 2002 में शुरू किया गया सर्वोच्च पुरस्कार है। यह पुरस्कार महान भारतीय हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर है। यह पुरस्कार प्राप्त करने वालों को एक प्रतिमा, प्रमाणपत्र, पारंपरिक पोशाक और पांच लाख रुपये नकद दिए जाते हैं। इस पुरस्कार से प्रत्येक वर्ष अधिक से अधिक तीन खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाता है। इस साल यह अवॉर्ड मैनुअल फैडरिक्स (हॉकी) अरूप बसक (टेबल टेनिस), मनोज कुमार- कुश्ती, नितेन किर्रताने- टेनिस और लालरेमसानगा (तीरंदाजी) को दिया गया।


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वर्ष 1985 में शुरू हुआ द्रोणाचार्य पुरस्कार प्रतिष्ठित प्रशिक्षकों को दिया जाता है, जिनके द्वारा तैयार किए गए खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में देश का मान बढ़ाते हैं और मेडल जीतकर लाते हैं। इस साल यह अवॉर्ड (आजीवन श्रेणी) संजय भारद्वाज (क्रिकेट), रामबीर सिंह खोकर (कबड्डी) और मेजबान पटेल (हॉकी) को मिला। रेगुलर कैटिगरी: विमल कुमार (बैडमिंटन), संदीप गुप्ता (टेबल टेनिस), मोहिंदर सिंह ढिल्लों (एथलेटिक्स) को मिला।

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