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पटना: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के कामकाज को लेकर एक बार फिर सवाल उठ उठने लगे है और इसकी चर्चा बिहार क्रिकेट जगत में जोड़ो पर है।दरसल मामला बीसीए के कोच को लेकर है ,बहुत दिन पहले से बीसीए को लेकर तरह तरह की बात सुनने को मिल रहे थे लेकिन अभी जो चर्चा का विषय बना और सवाल उठ रहे है वह बीसीए द्वारा नियुक्त किए गए कोच को लेकर है।
खेलबिहार के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीसीए ने चयनकर्ताओं एवं कोच के लिए जो पद 27 जुलाई 2019 को निकाला था उस मापदंड पर वर्तमान कोच खड़ी नही उतरती है फिर भी बीसीए ने कोच कैसे बना दिया है।
सूत्रों ने बताया कि सवाल इसलिए उठ रहे है क्योकि बीसीए द्वारा कोच के पद के लिए आवेदन मांगे गए थे उसमे कहा गया था की कोच (सिनियर , जूनियर एवं महिला) के मापदंड यह होंगे:-
सिनियर टीम के लिए लेबल बी या बीस प्रथम श्रेणी का मैच या अंतराष्ट्रीय मैच,
U-23 के लिए दस प्रथम श्रेणी का मैच या अंतराष्ट्रीय मैच या लेवल बी,
जूनियर टीम (U-16, U-19 ) के कोच के लिए पांच प्रथम श्रेणी मैच या लेवल ए कोच.
लेकिन बीसीए अपने ही मांगे आवेदन को छोड़ कर उन कोच की नियुक्ति की जो इस मापदंड पर खड़ी नही उतरती है।
सूत्रों के अनुसार सीनियर टीम के कोच अशोक कुमार की नियुक्ति कैसे हो गई क्योकि अशोक कुमार सिर्फ 1 रणजी ट्रॉफी मैच खेले है और लेवल Aके कोच है जबकि बीसीए द्वारा मांगे आवेदन में कहा गया था कि सिनियर टीम के लिए लेबल बी या बीस प्रथम श्रेणी का मैच या अंतराष्ट्रीय मैच खेले हो।
दूसरे कोच जिस पर सवाल उठ रहे है वह है जूनियर अंडर-23 असिस्टेंट कोच प्रमोद कुमार जो सिर्फ1 रणजी मैच खेले है जबकि बीसीए ने कहा था कि U-23 के लिए दस प्रथम श्रेणी का मैच या अंतराष्ट्रीय मैच या लेवल बी,के कोच हो
अब सवाल यह उठाया जा रहा है कि क्या बीसीए अपने अपने ही बातों से मुकरते है?अगर ऐसे ही कोच बनाना था तो इसके लिए आवेदन क्यो मांगा गया, 1रणजी ट्रॉफी खेलने वाले तो बहुत है जो कोच के लिए आवेदन करते।
दूसरा सवाल यह उठ रहे है कि बीसीए ने आवेदन तो मांगा लेकिन इसके लिए कौन कौन आवेदन या कितना आवेदन आया है इसका जिक्र अपने ओफ्फिसल वेबसाइट पर क्यो नही किया। क्या दिखावे के लिए आवेदन मांगा जाता है, यह सारे सवाल उठ रहे है।
(खेलबिहार ने सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उठते सवालो को आपके सामने रखा है)